वैक्सीन नहीं लगाई तो देश में कोरोना की पांचवीं लहर तक आएगी। नरेन्द्र मोदी के पास लीडर बनने का यही मौका है। वो प्रधानमंत्री नहीं, इवेंट मैनेजर है-राहुल गांधी। अजमेर में सेवा भारती संस्थान ने स्विगी के 70 डिलीवरी बॉय का सम्मान किया। नशीली दवाओं के प्रकरण में रिक्शा चालक साजिद गिरफ्तार। दवा कारोबारी मूंदड़ा बंधुओं की तलाश।
28 मई को कांग्रेस के सांसद और राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्र सरकार पर जमकर हमला बोला। राहुल ने कहा कि यदि देशवासियों को कोरोना का टीका जल्द नहीं लगाया गया, तो देश में कोरोना की तीसरी, चौथी और पांचवीं लहर भी आएगी। इसे दुर्भाग्यपूर्ण ही कहा जाएगा कि देश में अभी तक मात्र तीन प्रतिशत लोगों को ही कोरोना का टीका लगा है। यदि टीका लगाने की यही रफ्तार रही तो देश के लोगों को मई 2024 तक टीका लगेगा। राहुल ने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने वाहवाही लूटने के लिए देश में बनी वैक्सीन विदेश में भेज दी। चूंकि वैक्सीन नहीं लगी इसलिए देश में दूसरी लहर आई। उन्होंने कहा कि मैं गत वर्ष फरवरी माह में ही आगह कर दिया था, लेकिन मोदी सरकार ने मेरी नहीं सुनी। यही वजह है कि कोरोना की दूसरी लहर में लाखों लोगों की मृत्यु हुई है। राहुल ने कहा कि नरेन्द्र मोदी के पास लीडर बनने का यही सबसे अच्छा अवसर है। मैं उनके साथ खड़ा हंू। मोदी को डरना नहीं चाहिए। मोदी जितनी जल्दी देशवासियों को वैक्सीन लगवाएंगे, उतनी जल्द कोरोना का संक्रमण समाप्त होगा। लॉकडाउन कोरोना का इलाज नहीं है। कोरोना का स्थाई इलाज टीकाकरण ही है। नरेन्द्र मोदी को इवेंट मैनेजर की भूमिका निभाने के बजाए देश के प्रधानमंत्री की भूमिका निभानी चाहिए। देश की जनता ने इवेंट मैनेजर नहीं चुना है। राहुल ने इस बात पर अफसोस जताया कि नरेन्द्र मोदी केन्द्र सरकार की गलतियों को राज्यों पर थोप रहे हैं। राज्यों ने तो केन्द्र सरकार की गाइड लाइन के अनुरूप ही काम किया है। मोदी को अपने देश में वैक्सीन का उत्पाद बढ़ाना चाहिए, इसका साथ ही विदेशों से भी वैक्सीन मंगवानी चाहिए।डिलीवरी बॉय का सम्मान:28 मई को अजमेर के राजहंस समारोह स्थल पर भोजन की होम डिलीवरी करने वाली स्विगी कंपनी के 70 डिलीवरी बॉय का सम्मान किया गया। यह सम्मान राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ी सेवा भारती संस्था के द्वारा किया गया। इस अवसर पर संस्था के क्षेत्रीय सेवा प्रमुख शिवलहरी, धर्म नारायण, मोहन खंडेलवाल आदि उपस्थित रहे। पार्षद देवेन्द्र सिंह शेखावत और समाजसेवी गिरीश भाषानी ने बताया कि फ्रंटलाइन वर्कर की तरह ही कोरोना काल में डिलीवरी बॉय भी चुनौती का सामना कर रहे हैं। ऐसे डिलीवरी बॉय ने छोटी से कमिशन की खातिर अपना जीवन दाव पर लगा रखा है। लोगों को भले ही घर बैठे स्वादिष्ट व्यंजन उपलब्ध होते हों, लेकिन डिलीवरी बॉय कोरोना काल में घर घर दस्तक देते हैं। होटल के कर्मचारियों से लेकर संबंधित घर के सदस्यों तक के संपर्क में आते हैं। एक डिलीवरी बॉय दिनभर में मुश्किल से पांच-सात घरों पर भोजन के पैकेज उपलब्ध करवाने का अवसर मिलता है,लेकिन ऐसे युवाओं को दिनभर अपने घर से बाहर रहना पड़ता है। डिलीवरी बॉय बड़ी मुश्किल से प्रतिदिन 300-400 रुपए कमा पाते हैं। चूंकि ये लोग असंगठित क्षेत्र के श्रमिक हैं, इसलिए इनकी कोई सामाजिक सुरक्षा भी नहीं है। डिलीवरी बॉय के चुनौतीपूर्ण कार्य को देखते हुए ही सेवाभारती ने न केवल सम्मान किया है, बल्कि कोरोना वायरस से बचने के लिए फेसशील्ड, मास्क, सेनेटाइजर आदि सामग्री भी उपलब्ध करवाई है।रिक्शा चालक गिरफ्तार:अजमेर के बहुचर्चित नशीली दवाओं के प्रकरण में 28 मई को पुलिस ने रिक्शा चालक साजिद उर्फ कलाम को गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार साजिद विमला मार्केट स्थित विनायक मेडिकल स्टोर की दवाइयों को खुदरा मेडिकल स्टोरों तक पहुंचाने का काम करता है। लेकिन विगत दिनों जब सवा पांच करोड़ रुपए की नशीली दवाइयां ट्रांसपोर्ट नगर से जब्त की गई, तब से साजिद भी लापता हो गया था। साजिद ने पुलिस को अभी यही बताया है कि वह तो अपने ईरिक्शा में माल की सुपुर्दगी करता था। पुलिस अब विनायक मेडिकल के मालिक श्याम सुंदर मूंदड़ा, लक्ष्मीकांत मूंदड़ा और कमल मूंदड़ा की सरगर्मी से तलाश कर रही है। जिस प्रकार अजमेर के विनायक मेडिकल स्टोर के मालिक लापता है, उसी प्रकार जयपुर स्थित रम्या इंटरप्राइजेज के मालिक भी पुलिस को नहीं मिल रहे हैं। माना जा रहा है कि जयपुर से नशीली दवाइयों की खेप अजमेर में मूंदड़ा बंधुओं के पास भेजी गई थी। S.P.MITTAL BLOGGER (28-05-2021)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9602016852To Contact- 9829071511