पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचारों के अनुरुप ही आज देश में हो रहा है शासन। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 खंडों का विमोचन किया।
#1829
=======================
9 अक्टूबर को दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के सामने एक पुरानी विचारधारा को नए परिपेक्ष में प्रस्तुत किया। भारतीय जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय के शताब्दी वर्ष के मौके पर विज्ञान भवन में मोदी ने 15 खण्डों की पुस्तक का विमोचन किया। यह सभी खंड पंडित उपाध्याय के 50 वर्ष के जीवनकाल पर आधारित हंै। मोदी ने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू के शासनकाल में यह सवाल अहम था कि नेहरू जी के बाद कौन देश संभालेगा? जब 1967 में कांग्रेस को क्षेत्रीय विचारधाराओं ने चुनौती देना शुरू किया तब पंडित उपाध्याय ने एक राष्ट्रव्यापी विचारधारा को देश के सामने रखा। हालांकि तब राजनीतिक दलों ने इस विचारधारा का मजाक उड़ाया, लेकिन मुझे यह कहते हुए गर्व है कि आज पंडित उपाध्याय की विचारधारा के अनुरूप ही देश का शासन चल रहा है। पंडित उपाध्याय ने राजनीति में संगठन का महत्व बताया और व्यक्ति आधारित राजनीतिक दल का विरोध किया। पंडित उपाध्याय ने कहा था कि ज्ञान,विज्ञान और संस्कृति में जो भी आवश्यक होगा, उसे स्वीकार करेंगे और हमेशा रूढि़वादिता के अंधभक्त नहीं रहेंगे। इसी विचारधारा की वजह से भारत आज विश्व में समध्र्यवान बना है। पंडित उपाध्याय को जिन विपरीत परिस्थितियों से गुजरना पड़ा, उसी का परिणाम है कि आज भाजपा केन्द्र के साथ-साथ देश के अनेक राज्यों में सत्ता में है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने नजरिए से पंडित उपाध्याय के व्यक्तित्व को देश के सामने रखा, लेकिन 9 अक्टूबर को जिस तरह से 15 खंडों की पुस्तकों का विमोचन हुआ, उससे प्रतीत होता है कि कांग्रेस के जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी आदि के मुकाबलों में पंडित उपाध्याय की भूमिका को भी खड़ा किया जा रहा है। भाजपा यह बताने में लगी है कि उनके नेताओं का भी देश के विकास में योगदान है। इसलिए मोदी ने कहा कि पर्यावरण को बचाने पर पण्डित उपाध्याय ने जो विचार रखा उसे आज पूरी दुनिया मान रही है। पंडित उपाध्याय की विचारधारा और उनके व्यक्तित्व को निखारने के लिए जो काम किया गया उसका श्रेय केन्द्रीय पर्यटन एवं सांस्कृतिक मंत्री महेश शर्मा को दिया गया। समारोह में उपस्थित भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शीर्ष नेता भैय्याजी जोशी ने कहा कि एक कठिन काम को महेश शर्मा ने बड़ी मेहनत के साथ पूरा किया। समारोह में अजमेर के भाजपा के वरिष्ठ नेता और राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष औंकार सिंह लखावत ने भी भाग लिया।
(एस.पी. मित्तल) (09-10-2016)
नोट- फोटोज मेरी वेबसाइट www.spmittal.in
(www.spmittal.in) M-09829071511
www.facebook.com/SPMittalblog