योगी आदित्यनाथ के शासन में और कार्यशैली से सीख लें भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री। 12 मुख्यमंत्रियों के समक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बनारस के विकास का मॉडल रखा। विकास वही, जिसकी लोग तारीफ करें।
14 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र बनारस में भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद किया। इस संवाद में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित 12 राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए। इस संवाद में मोदी ने सभी मुख्यमंत्रियों के समक्ष बनारस के विकास का मॉडल रखा। मोदी ने कहा कि विकास ऐसा हो जिसकी लोग तारीफ करें। बनारस में काशी विश्वनाथ मंदिर का जो भव्य कॉरिडोर बनाया गया है, उसकी सब तारीफ कर रहे हैं। भाजपा शासित मुख्यमंत्रियों के समक्ष बनारस के विकास का मॉडल रख कर प्रधानमंत्री ने संकेत दिए कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शासन और कार्यशैली से सीख ली जानी चाहिए। प्रधानमंत्री की सलाह पर ही 15 दिसंबर को भाजपा शासित मुख्यमंत्रियों ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के कार्यों को भीदेखा। सब जानते हैं कि बनारस में विश्वनाथ मंदिर का कॉरिडोर बनाना आसान काम नहीं था। लोगों के सैकड़ों मकान हटाने के साथ साथ दोनों ही पक्षों के धार्मिक स्थलों अथवा चिन्हों को हटाने की भी चुनौती थी। सरकार के डंडे से किसी भी चिन्ह या मकान को नहीं हटाया जा सकता था। बनारस की अदालतें भी स्टे देने के लिए तैयार बठी थीं। लेकिन मकानों और चिन्हों को हटाने में न तो किसी ने विरोध किया और न ही कोई नाराज व्यक्ति अदालत गया। लोगों के वर्षों पुराने मकान आपसी सहमति से हटाए गए। यह माना कि बनारस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है, इसलिए यहां विशेष प्रबंध किए गए। लेकिन विशेष प्रबंध करवाने में योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली काम आई। औरंगजेब जैसे अत्याचारियों ने सनातन धर्म के प्रतीक बाबा विश्वनाथ धाम का क्या हाल किया, यह सब जानते हैं, लेकिन योगी आदित्यनाथ ने अपनी कार्यशैली से बाबा विश्वनाथ के मंदिर की भव्यता में चार चांद लगा दिए। विकास के लिए जो मॉडल बनारस में अपनाया गया, वह भाजपा शासित राज्यों में अपनाया जा सकता है। ऐसे विकास पर किसी को भी एतराज नहीं होगा। अब जब बनारस में धार्मिक पर्यटन बढ़ेगा तो इसका फायदा बनारस में रहने वाले मुसलमानों को भी मिलेगा। यही वजह है कि आज बनारस का हर नागरिक योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा कर रहा है। यह कहा जा सकता है कि भाजपा शासित राज्यों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले नंबर पर हैं। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का कार्य भी आसान नहीं था, लेकिन योगी ने इस कठिन कार्य को भी सरलता के साथ करवाया। बनारस की तरह अयोध्या के विकास का लाभ भी सभी अयोध्या वासियों को मिलेगा। अयोध्यावासी अब आक्रमणकारी बाबर के कारनामों को भूल कर अयोध्या के विकास में भागीदार बन रहे हैं। भाजपा शासित मुख्यमंत्रियों को योगी आदित्यनाथ की तरह परिणाम देने चाहिए। S.P.MITTAL BLOGGER (15-12-2021)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9799123137To Contact- 9829071511