आर्य विद्वान स्वर्गीय धर्मवीर जी की भावनाओं के अनुरूप अजमेर नगर आर्य समाज का भवन वैदिक धर्म का प्रमुख केंद्र बनेगा। 18 सितंबर को नवनिर्मित भवन में यज्ञ और सत्संग की शुरुआत होगी। सांसद भागीरथ चौधरी मुख्य अतिथि होंगे। जयपुर में दो अक्टूबर को लगेंगे कृत्रिम हाथ।
आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद के कार्य को आगे बढ़ाने वाली परोपकारिणी सभा के प्रधान रहे डॉ. धर्मवीर शास्त्री चाहते थे कि अजमेर नगर आर्य समाज के माध्यम से वैदिक धर्म का प्रचार प्रसार हो। इसके लिए धर्मवीर जी ने अजमेर में दाहरसेन स्मारक के निकट 500 वर्ग गज भूमि नगर सुधार न्यास के तत्कालीन अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत से आवंटित करवाई। बाद में 300 वर्ग गज भूमि तत्कालीन कलेक्टर करणी सिंह राठौड़ ने भी आवंटित की हालांकि अब धर्मवीर जी इस दुनिया में नहीं रहे, लेकिन 800 वर्ग गज भूमि पर नगर आर्य समाज का भवन तैयार हो गया है। नगर आर्य समाज के मौजूदा मंत्री डॉ. दिनेश चंद शर्मा ने बताया कि इस भवन को डॉ. धर्मवीर का प्रमुख केंद्र बनाया जाएगा। इस भवन में अभी कई कार्य शेष हैं, लेकिन आगामी 18 सितंबर से नवनिर्मित भवन में यज्ञ और सत्संग की शुरुआत की जा रही है। इस अवसर पर होने वाले समारोह में अजमेर के सांसद भागीरथ चौधरी होंगे, जबकि ब्रह्मा गुरुकुल आबू पर्वत के कुलपति आचार्य ओम प्रकाश, आचार्य प्रभाकर, ओम मुनि, पंडित अमर सिंह आदि आर्य विद्वानों के प्रवचन होंगे। डॉ. शर्मा ने बताया कि धर्मवीर जी ने अपने जीवन काल में स्वामी दयानंद के सिद्धांतों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आनासागर के किनारे ऋषि उद्यान को विकसित कर राष्ट्रीय स्तर के आयोजन करवाए। आज भी प्रतिवर्ष आर्य समाज का राष्ट्रीय सम्मेलन होता है। धर्मवीर जी के जीवन पर सेवानिवृत्त आईएएस तपेंद्र कुमार ने लोकोत्तर धर्मवीर नामक पुस्तक भी लिखी है, आज भले ही धर्मवीर जी हमारे बीच में न हो, लेकिन आर्य समाज को लेकर जो विचार उन्होंने रखे थे, आज भी विद्यमान हैं। आर्य समाज के सिद्धांतों में विश्वास रखने वाला हर व्यक्ति चाहता है कि अजमेर के कोटड़ा स्थित दाहरसेन स्मारक के निकट बना भवन वैदिक कार्यों का प्रमुख केंद्र बने। यही धर्मवीर जी के प्रति सच्ची कहानी होगी। आर्य समाज के इस नवनिर्मित भवन में होने वाली वैदिक गतिविधियों की और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 9414003468 पर डॉ. दिनेश शर्मा से ली जा सकती है। डॉ. शर्मा ने सभी आर्य प्रेमियों से 18 सितंबर को होने वाले समारोह में प्रात: 8 बजे भाग लेने की अपील की है।
जयपुर में लगेंगे कृत्रिम हाथ:
राजस्थान के जयपुर में 2 अक्टूबर को जवाहर नगर के सेक्टर चार में स्थित जनउपयोगी केंद्र में आयोजित शिविर में जरूरतमंद व्यक्तियों को नि:शुल्क कृत्रिम हाथ लगाए जाएंगे। इसके लिए जयपुर में शास्त्री नगर, आरपी रोड, स्थित राजस्थान योग परिषद (योग भवन) में रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता है। रजिस्ट्रेशन के संबंध में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 9116113380 पर डॉ. राजेंद्र छाबड़ा तथा 9829235039 पर हनुमान सहाय शर्मा से ली जा सकती है। यह नि:शुल्क रोटरी क्लब के सहयोग से लगाया जा रहा है। डॉ. छाबड़ा और शर्मा ने बताया कि कृत्रिम हाथ लगाने के बाद संबंधित व्यक्ति सामान्य कामकाज कर सकेगा। महिलाएं रसोई का काम भी कर सकेंगी। कृत्रिम हाथ के लिए जरूरी है कि कोहनी के नीचे मूल हाथ का चार इंच का हिस्सा हो। कृत्रिम हाथ का वजन मात्र चार सौ ग्राम है। इसमें अंगुलियां भी सामान्य रूप से काम करती हैं।
S.P.MITTAL BLOGGER (14-09-2022)
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