ब्राह्मणवाद का झंडा लेकर अजमेर के जिला लोक अभियोजक विवेक पाराशर ने भी पुष्कर से कांग्रेस का टिकट मांगा। श्रवण सिंह रावत ने भाजपा से जताई दावेदारी।
अजमेर के जिला लोक अभियोजक और पुष्कर निवासी विवेक पाराशर ने भी विधानसभा चुनाव में पुष्कर से कांग्रेस टिकट की मांग की है। पाराशर ने यह दावेदारी तब जताई है, जब पूर्व विधायक श्रीमती नसीम अख्तर, डॉ. श्रीगोपाल बाहेती, डेयरी के अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी, एडवोकेट राजेंद्र रावत जैसे दिग्गज नेता भी पुष्कर से टिकट की मांग कर रहे हैं। नसीम, बाहेती, चौधरी भले ही अपने अपने तर्क दे रहे हों, लेकिन पाराशर ने ब्राह्मणवाद का झंडा उठा लिया है। पाराशर का कहना है कि पुष्कर एक तीर्थ स्थल है और यहां ब्राह्मण समुदाय की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसलिए पुष्कर से किसी ब्राह्मण को ही कांग्रेस का टिकट मिलना चाहिए। यदि इस बार कांग्रेस ने पुष्कर से किसी ब्राह्मण को उम्मीदवार बनाया तो भाजपा के सभी जातिगत समीकरण धरे रह जाएंगे। पुष्कर के धार्मिक महत्व को देखते हुए पूर्व में कांग्रेस ने ब्राह्मण को ही उम्मीदवार बनाया था और इसलिए कांग्रेस चुनाव जीतती रही। पहली बार हुए 1952 के चुनाव में स्थानीय जयनारायण शर्मा को उम्मीदवार बनाया तो कांग्रेस ने जीत से शुरुआत की। फिर 1957, 1962 और 1972 में प्रभा मिश्रा को ब्राह्मण उम्मीदवार के रूप में खड़ा किया तो कांग्रेस को जीत मिलती रही। 1980 में भी ब्राह्मण प्रत्याशी गुर्जर देवी मल्होत्रा ने भारी मतों से जीत हासिल की। लेकिन इसके बाद कांग्रेस ने ब्राह्मण को टिकट देने के बजाए बाहरी व्यक्तियों को टिकट दिया इसलिए लंबे समय से हार का भी सामना करना पड़ रहा है। पुष्कर में ब्राह्मण समुदाय का कितना प्रभाव है, इसका अंदाजा पुष्कर नगर पालिका के अध्यक्ष पद से भी लगाया जा सकता है। 1952 से लेकर 2023 तक आरक्षण की अवधि को छोड़ कर ब्राह्मण समुदाय का व्यक्ति की अध्यक्ष बना है। इनमें पुष्कर नारायण शर्मा, जनार्दन शर्मा, सूरज नारायण पाराशर, दामोदर शर्मा, गोपाल शर्मा, कमल पाठक और मौजूदा अध्यक्ष शिवस्वरूप महर्षि शामलि है। पाराशर ने कहा कि ब्राह्मण होने के नाते ही उन्होंने भी पुष्कर से अपनी दावेदारी जताई है। उनके परिवार की पृष्ठभूमि भी कांग्रेस की रही है। जब कांग्रेस में युवाओं को आगे लाने की मुहिम चल रही है तब मेरे जैसे व्यक्ति को ही उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए। मैं हमेशा से पार्टी के प्रति वफादार रहा हूं, इसलिए दूसरी बार अजमेर का लोक अभियोजक बनाया गया है। एडवोकेट विवेक पाराशर की ताजा राजनीतिक गतिविधियों की जानकारी मोबाइल नंबर 9983335001 ली जा सकती है।
रावत की भी दावेदारी:
जिले के पुष्कर विधानसभा क्षेत्र से श्रवण सिंह रावत ने भी भाजपा में अपनी दावेदारी जताई है। रावत का कहना है कि जब रमजान खां पुष्कर से भाजपा के विधायक थे, तब वे पूरे क्षेत्र में सक्रिय रहे। उन्हें पूरे विधानसभा क्षेत्र की जानकारी है। भले ली वे कुछ वर्षों के लिए कांग्रेस में शामिल हो गए हों, लेकिन उनकी आत्मा भाजपा में ही रही। यही वजह है कि गत वर्ष जिला परिषद के चुनाव में भाजपा ने उन्हें वार्ड सदस्य का चुनाव लड़ाया तो भारी मतों से जीत हासिल की। रावत ने कहा कि पेराफेरी गांव की समस्याओं को लेकर उन्होंने कई बार आंदोलन किए हैं। उनके आंदोलन का लोगों को फायदा भी हुआ है। भाजपा में उम्मीदवार के चयन एक कारण पुष्कर में रावत मतदाताओं की संख्या भी है। मेरा संपूर्ण रावत समाज में मान सम्मान है। पूर्व में मैंने जब निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा तो मुझे 20 हजार मत हासिल हुए। मैं जब निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर बीस हजार वोट ले सकता हूं तो पार्टी का उम्मीदवार होने पर जीत सुनिश्चित है। श्रवण सिंह रावत की ताजा राजनीतिक गतिविधियों की जानकारी मोबाइल नंबर 9928833766 पर ली जा सकती है।
S.P.MITTAL BLOGGER (15-09-2023)
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