राहुल गांधी की सोच ही एससी एसटी वर्ग की वंचित जातियों को आरक्षण का लाभ दिलवा सकती है। राहुल गांधी बताएं कि भारत में सिख समुदाय के किस व्यक्ति को पगड़ी और कड़ा पहनने से रोका गया?

भारत में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका की यात्रा पर है। इस दौरान वे यूनिवर्सिटीज के छात्रों और भारतीय मूल के नागरिकों से मुलाकात कर रहे हैं। 10 सितंबर को भी राहुल गांधी ने वाशिंगटन और वर्जिनिया में आयोजित कई कार्यक्रमों में भाग लिया। भारत में आरक्षण व्यवस्था कब तक समाप्त हो जाएगी के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि जब पात्र और जरूरतमंद सभी व्यक्तियों को समान अवसर मिल जाएंगे। यानी राहुल गांधी भी चाहते हैं कि एससी एसटी वर्ग की उन वंचित जातियों को आरक्षण का लाभ मिले जिन्हें अभी तक नहीं मिला है। मालूम हो कि समान अवसर दिए जाने की बात ही सुप्रीम कोर्ट ने कही थी। अब अमेरिका में जाकर राहुल गांधी ने भी आरक्षण को समाप्त करने के पहले समान अवसर की बात कही है। यदि राहुल गांधी अमेरिका वाली सोच को आगे बढ़ाते हैं तो इसका फायदा उन गरीब परिवारों को मिलेगा, जिनके एक भी सदस्य को अभी तक भी सरकारी नौकरी नहीं मिली है। बसपा प्रमुख मायावती भले ही राहुल गांधी को आरक्षण विरोधी बताए, लेकिन राहुल गांधी का बयान वंचित परिवारों को आरक्षण का लाभ दिलवाने वाला है। सब जानते हैं कि एससी एसटी वर्ग में कुछ जातियों ने ही आरक्षण का लाभ उठाया है। अभी भी ऐसी अनेक जातियां हैं जो पात्र होने के बाद भी आरक्षण के लाभ से वंचित है। कांग्रेस और राहुल गांधी का मानना है कि जातिगत जनगणना के बाद आबादी की असली तस्वीर सामने आएगी। अमेरिका में दिया गया बयान भारत की असली तस्वीर को उजागर करने वाला ही है। राहुल गांधी ने सही कहा कि समान अवसर मिल जाने के बाद आरक्षण व्यवस्था को समाप्त कर दिया जाना चाहिए। अब देखना होगा कि राहुल गांधी ने आरक्षण व्यवस्था को लेकर जो बयान दिया है उस पर भारत में कितना हंगामा होता है। 
किसने रोका?:
राहुल गांधी ने अमेरिका में कहा कि भारत में सिख समुदाय के लोगों को पगड़ी और कड़ा पहनने की अनुमति देने या न देने पर ही राजनीति होती है। यानी राहुल गांधी मानते हैं कि भारत में सिख समुदाय के लोगों को पगड़ी या हाथ में  कड़ा पहनने से रोका जा रहा है। राहुल गांधी को बताना चाहिए कि आखिर सिख समुदाय के किस व्यक्ति को पगड़ी और कड़ा पहने से रोका गया है। राहुल गांधी ने अमेरिका में सिख समुदाय को लेकर किस नजरिए से टिप्पणी की यह तो वे ही जाने, लेकिन हीकत यह है कि भारत में लोगों को अपने धर्म के अनुरूप रहने की आजादी मिली हुई है। इसलिए भारत में मुस्लिम पर्सनल लॉ का प्रावधान भी है। दुनिया में भारत एकमात्र मुल्क है, जहां दो कानून है। इतनी धार्मिक स्वतंत्रता होने के बाद भी राहुल गांधी अमेरिका में सिखों की धार्मिक स्वतंत्रता पर सवाल उठा रहे है। भारत की संसद में प्रतिपक्ष के नेता की भूमिका निभाने वाले राहुल गांधी को यह पता होना चाहिए कि हिंदुओं की रक्षा के हिए ही सिख धर्म की शुरुआत हुई थी। हिंदू समुदाय आज भी सिखों को अपना रक्षक मानता है। हिंदुओं में से ही रक्षा के लिए अनेक युवक सिख बने। 

S.P.MITTAL BLOGGER (11-09-2024)
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