25 करोड़ की मुस्लिम आबादी वाले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुस्लिम देश कुवैत का सर्वोच्च सम्मान ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर मिलना बहुत मायने रखता है। मुसलमानों पर अत्याचार की हकीकत सीरिया में देखी जा सकती है।
मध्य पूर्व के सीरिया में जब इन दिनों मुस्लिम शासक असद के अत्याचारों की घटनाएं लगातार सामने आ रही है, तब 25 करोड़ की मुस्लिम आबादी वाले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुस्लिम देश कुवैत का सर्वोच्च सम्मान ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर मिलना बहुत मायने रखता है। सीरिया में राष्ट्रपति असद के तख्तापलट के बाद अब पता चल रहा है कि मुसलमानों पर कितना अत्याचार किया गया। यह अत्याचार सिर्फ इसलिए किया गया कि मुसलमान राष्ट्रपति असद का विरोध कर रहे थे। विरोधियों को कुचलने के लिए असद की सेना ने 72 यातना केंद्र बना रखे थे। हत्या के बाद शव के टुकड़े कर तेजाब जैसे केमिकल में गला दिया जाता था। मीडिया में अब प्रतिदिन असद के अत्याचारों के किस्से आ रहे है। ऐसे माहौल में मुस्लिम देश कुवैत ने भारत के पीएम मोदी को अपने सर्वोच्च सम्मान से नवाजा है। असल में कुवैत के अमीर अल जबर अल सबा को भी पता है कि दुनिया में मुसलमान सबसे अच्छी स्थिति में भारत में रह रहे हैं। भारत में नरेंद्र मोदी के पिछले 11 वर्षों के शासनकाल में किसी भी मुसलमान के साथ भेदभाव नहीं किया गया। भारत की जो उपलब्धियां रही हैउसी के कारण मोदी को कुवैत ने सर्वोच्च सम्मान से नवाजा हे। कोई माने या नहीं, लेकिन आज भारत की राजनीति में मुसलमानों का मुद्दा अहम हो गया है। कई राजनीतिक दलों का तो भविष्य ही मुस्लिम वोटों पर टिका है। ऐसे राजनीतिक दल मुसलमानों का कितना भला कर पाए इसकी समीक्षा तो खुद मुसलमानों को करनी चाहिए, लेकिन हकीकत यह है कि भारत में जिन 81 करोड़ लोगों को प्रतिमाह पांच किलो अनाज मुफ्त मिल रहा है उन में बड़ी संख्या में मुसलमान भी शामिल है। पड़ोसी पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में भले ही गरीब मुसलमानों को दो वक्त की रोटी न मिल रही हो, लेकिन भारत में कई करोड़ मुसलमानों को प्रतिमाह पांच किलो अनाज मुफ्त मिल रहा है। यदि किसी मुस्लिम परिवार में दस सदस्य है तो उसे 50 किलो अनाज मिलता है। यही स्थिति अन्य सरकारी योजनाओं की भी है। समाजवादी पार्टी, टीएमसी, आरजेडी, लेफ्ट और कांग्रेस जैसी पार्टियां मोदी के बारे में कुछ भी कहे, लेकिन यदि मोदी की छवि मुस्लिम विरोधी होती तो कुवैत जैसा देश अपना सर्वोच्च सम्मान नहीं देता। ऐसा नहीं कि किसी मुस्लिम देश में पहली बार मोदी को सर्वोच्च सम्मान से नवाजा हो। इससे पहले भी कई मुस्लिम देशों ने मोदी को अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। भारत में जो मुस्लिम नेता राजनीतिक स्वार्थ की खातिर मोदी पर मुस्लिम विरोधी होने का आरोप लगाते हैं, उन्हें एक बार सीरिया के हालात देखने चाहिए। इसके साथ ही कुवैत में मिले सर्वोच्च सम्मान की प्रशंसा भी करनी चाहिए।
S.P.MITTAL BLOGGER (23-12-2024)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9166157932To Contact- 9829071511