पाकिस्तान का राग अलापने वाले उमर अब्दुल्ला भी अब मानते है कि जम्मू कश्मीर का विकास और मुसलमानों की सुरक्षा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही कर सकते हैं। मुस्लिम वोटों की राजनीति करने वाले अखिलेश, केजरीवाल, ममता बनर्जी, राहुल गांधी जैसे नेता उमर अब्दुल्ला के उस भाषण को सुने जो पीएम मोदी के सम्मान में दिया गया।
13 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू कश्मीर में श्रीनगर लेह हाईवे पर गगनगीर व सोनमार्ग के बीच 6.4 किलोमीटर लंबी जेड मोड सुरंग का उद्घाटन किया। 27 सौ करोड़ की लागत से बनी इस सुरंग की वजह से अब 12 किलोमीटर की दूरी मात्र 6.5 किलोमीटर की रह गई तथा इस दूरी को भी मात्र 7 मिनट में पूरा कर लिया जाएगा। सुरंग के उद्घाटन समारोह में उपस्थित जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मैं दिल से कहता हूं कि पीएम मोदी ने दिल्ली से दूरी कम कर दी है, इसलिए पीएम मोदी एक सप्ताह में दूसरी बार जम्मू कश्मीर आए है। उमर ने कहा कि पीएम मोदी ने सीमा क्षेत्रों में जो विकास करवाया उसी की वजह से आज जम्मू कश्मीर में आम मुसलमान सुरक्षित हुआ है और पर्यटन को बढ़ावा मिला है। एक समय था जब आतंकी घटनाओं में आए दिन कश्मीरी मारे जा रहे थे। हमारी नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी जम्मू कश्मीर को बचाने के लिए कुर्बानियां दी। मैं पीएम मोदी का शुक्रगुजार हंू कि उन्होंने जम्मू कश्मीर को एक नई राह प्रदान की है। उमर ने कहा कि मादेी जब तीसरी बार प्रधानमंत्री बने तो श्रीनगर में योग दिवस के कार्यक्रम में शिरकत की। उस समय मोदी ने तीन वादे किए थे एक जम्मू कश्मीर का विकास, दो विधानसभा चुनाव और तीन जम्मू कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा। मुझे आज यह कहते हुए खुशी है कि मोदी ने दो वादे पूरे कर दिए है। आज मैं पीएम मोदी के कारण ही मुख्यमंत्री के तौर पर इस समारोह में उपस्थित हंू। उमर ने कहा कि जम्मू कश्मीर में पूर्ण ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ चुनाव हुए। चुनाव में एक भी मतदान केंद्र पर पुर्नमतदान करवाने की जरुरत नहीं हुई। धांधली का तो सवाल ही नहीं उठता। इसका श्रेय में चुनाव आयोग के साथ साथ पीएम मोदी को भी देता हंू। उमर ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि पीएम मोदी जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल कर अपना तीसरा वादा भी पूरा करेंगे। उमर ने पीएम मोदी को भरोसा दिाया कि देश के विकास में जम्मू कश्मीर भी भागीदारी निभाएगा। सब जानते हैं कि अुच्छेद 370 के हटने से पहले तक उमर अब्दुल्ला भी कश्मीर की समस्या के समाधान के लिए पाकिस्तान से वार्ता की मांग करते रहे। उमर भी 370 को बनाए रखने के पक्ष में थे, लेकिन 13 जनवरी को अपने पूरे भाषण में उमर ने न तो पाकिस्तान का नाम लिया और न अनुच्छेद 370 की बहाली की बात कही। उमर ने पीएम मोदी के सम्मान में जो भाषण दिया उसे मुस्लिम वोटों की राजनीति करने वाले सपा के अखिलेश यादव, टीएमसी की ममता बनर्जी, कांग्रेस के राहुल गांधी, आप के अरविंद केजरीवाल जैसे नेताओं को सुनना चाहिए। महत्वपूर्ण बात यह है कि उमर अब्दुल्ला ने अपने यह विचार दिल्ली में नहीं बल्कि अपने प्रदेश के नागरिकों खासकर मुसलमानों के बीच कहे। जब उमर अब्दुल्ला भाषण दे रहे थे, तब उद्घाटन समारोह में उपस्थित मुस्लिम नागरिक तालियां बजा रहे थे। जाहिर था कि कश्मीर के मुसलमान भी मोदी के प्रति अपना भरोसा जता रहे थे। उमर अब्दुल्ला के भाषण को मेरे फेसबुक पेज पर जाकर सुना जा सकता है।
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S.P.MITTAL BLOGGER (14-01-2025)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9166157932To Contact- 9829071511