तो क्या भजन सरकार में डिप्टी सीएम, भाजपा अध्यक्ष और चालीस विधायकों की सहमति कोई मायने नहीं रखती है? आरएएस की मुख्य परीक्षा को 17 व 18 जून को कराने का मामला।
राजस्थान लोक सेवा द्वारा आयोजित आरएएस 2024 की 17 व 18 जून को होने वाली मुख्य परीक्षा को स्थगित किए जाने पर डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा, दीया कुमारी, सत्तारूढ़ भाजपा के अध्यक्ष मदन राठौड़ और प्रदेश के 40 विधायकों ने अपनी सहमति दी है। इन सभी का मानना है कि 2024 की मुख्य परीक्षा को आरएएस 2023 के इंटरव्यू के बाद लिया जाना चाहिए। जब सरकार के दोनों उप मुख्यमंत्रियों और भाजपा अध्यक्ष ने सार्वजनिक तौर पर सहमति दी तब यह माना गया कि आरएएस की मुख्य परीक्षा स्थगित हो जाएगी, लेकिन आयोग की तैयारियों से साफ जाहिर है कि परीक्षा 17 और 18 जून को ही होगी। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकार में उप मुख्यमंत्रियों और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की कोई अहमियत नहीं है। सवाल यह भी है कि जब दोनों उपमुख्यमंत्रियों और प्रदेश अध्यक्ष को अपनी हैसियत के बारे में पता था, तो फिर परीक्षा स्थगित करने पर सहमति क्यों जताई? डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा और दीया कुमारी तथा भाजपा अध्यक्ष मदन राठौड़ माने या नहीं, लेकिन परीक्षा के स्थगित न होने से इन तीनों की प्रतिष्ठा धूमिल हो रही है। सवाल यह भी है कि जब सरकार के उपमुख्यमंत्रियों की ही नहीं सुनी जा रही है तो फिर सरकार किसके निर्देश पर चल रही है। कैबिनेट मंत्री डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने तो इस मामले में बड़ा ही दिलचस्प बयान दिया है। आरएएस की मुख्य परीक्षा को स्थगित करने के लिए जयपुर में धरना प्रदर्शन कर अभ्यर्थियों के समक्ष मंत्री मीणा ने कहा कि जब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जयपुर में होंगे तब वे अभ्यर्थियों को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने चलेंगे। अब जब परीक्षा 17 जून से शुरू होनी है, तब भी मंत्री मीणा की मुख्यमंत्री से मुलाकात नहीं हो सकी। यानी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जयपुर में अपने कैबिनेट मंत्री को मिलने का समय ही नहीं दे रहे हैं।
S.P.MITTAL BLOGGER (17-06-2025)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9166157932To Contact- 9829071511