अजहर मसूद के मुद्दे पर पाकिस्तान के मुसलमान चीन के झांसे में न फंसे। चीन की नहीं है मुसलमानों से हमदर्दी।
#2228
======================
आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख अजहर मसूद को आतंकी घोषित करने के मुद्दे पर एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र संघ में चीन ने वीटो लगा दिया है। मसूद को आतंकी घोषित करने के लिए इस बार अमरीका और फ्रांस ने प्रस्ताव रखा था। गत 30 दिसम्बर को भी चीन ने वीटो लगाकर भारत के प्रस्ताव को रद्द करवा दिया था। यदि पाकिस्तान के मुसलमान यह समझते हैं कि चीन उनका हमदर्द है तो यह पाकिस्तान की गलतफहमी होगी। पूरा विश्व जानता है कि चीन एक मतलबी देश है। चीन अजहर मसूद के मुद्दे पर बार-बार वीटो का इस्तेमाल इसलिए कर रहा है कि अजहर मसूद भारत में पठानकोट जैसे हमले करवाता है। चीन यह चाहता है कि भारत और पाकिस्तान में तनाव बना रहा। सब जानते हैं चीन में मुसलमानों की क्या दशा है? चीन तो अपने यहां मुसलमानों को मुस्लिम वास्तुकला के हिसाब से मस्जिद भी नहीं बनाने देता। जब कोई मुसलमान थोड़ा भी विरोध करता है तो चीन की पुलिस सरेआम गोली मार देती है। चीन में रहने वाले मुसलमान अपने अधिकारों को लेकर समय-समय पर आवाज उठाते रहे हैं। लेकिन चीन की सरकार ने कभी भी सुनवाई नहीं की। यदि चीन को मुसलमानों से इतनी ही हमदर्दी है, तो फिर वह अपने देश में मुसलमानों को अधिकार क्यों नहीं देता? इसे चीन का दोहरा चरित्र ही कहा जाएगा कि एक ओर पाकिस्तान में बैठे आतंकी अजहर मसूद के लिए बार-बार वीटो का इस्तेमाल करता है, तो दूसरी ओर अपने देश में रहने वाले मुसलमानों पर अत्याचार कर रहा है। अजहर मसूद यदि एक बार भी चीन के पीडि़त मुसलमानों के समर्थन में बयान जारी कर देे तो फिर चीन की अजहर मसूद के साथ कोई हमदर्दी नहीं होगी। अजहर मसूद को भी चाहिए कि वह एक बारचीन का दौरा कर मुसलमानों की स्थिति का पता लगाए। भारत में तो मुसलमान अमन चैन के साथ रह रहे हंै।
एस.पी.मित्तल) (08-02-17)
नोट: मेरी वेबसाइट www.spmittal.in
https://play.google.com/store/apps/details? id=com.spmittal
www.facebook.com/SPMittalblog
Blog:- spmittalblogspot.in
M-09829071511 (सिर्फ संवाद के लिए)
================================
M: 07976-58-5247, 09462-20-0121 (सिर्फ वाट्सअप के लिए)
==============================================