अजमेर कलेक्टर ने बेबाक तरीके से दिए पत्रकारों के सवालों के जवाब। 15 अगस्त तक रोजाना मिलने लगेगा पानी।
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2 जून को अजमेर के जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने अजयमेरू प्रेस क्लब के मीट द प्रेस कार्यक्रम में भाग लिया। युवा कलेक्टर ने पत्रकारों के तीखे सवालों का बेबाकी के साथ जवाब दिया। कार्यक्रम की शुरूआत में दैनिक भास्कर के अजमेर संस्करण के संपादक डॉ रमेश अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष राजेन्द्र गुंजल, प्रेस क्लब के अध्यक्ष एसपी मित्तल, महासचिव प्रताप सनकत, सुरेश कासलीवाल आदि ने कलेक्टर का स्वागत किया।
कलेक्टर ने बताया कि 2006 में आईएएस में चयन हुआ था और अब तक उनकी यह 7वीं पोस्टिंग है। कलेक्टर के तौर पर अजमेर चौथा जिला है। उन्होंने माना कि प्रशासन के संचालन में प्रेस की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। कई बार प्रशासनिक तंत्र से जो जानकारी मिलती है वो सही नहीं होती। इसके विपरित प्रेस ग्राउण्ड जीरो से जानकारी देकर प्रशासन को अपडेट रखता है। कलेक्टर ने कहा कि अजमेर को स्मार्ट सिटी बनाने को लेकर भ्रम की स्थिति है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के बीच जो समझौता हुआ वह अलग है और अब केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय स्मार्ट सिटी के लिए जो प्रतियोगिता आयोजित कर रहा है वह अलग मुद्दा है। मोदी-ओबामा के समझौते में तो अजमेर को सिर्फ तकनीकी सहयोग मिलेगा। इसी समझौते के तहत अमेरिका की सरकार ने यूएस ट्रेड एजेन्सी को नियुक्त भी कर दिया है। स्मार्ट सिटी की जो प्रतियोगिता चल रही उसमें फेल होने पर भी मोदी-बराक समझौते के अंतर्गत अजमेर में विकास कार्य होते रहेंगे। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता के प्रथम चरण में अजमेर को 100 में से 65 अंक मिले थे, इसलिए अजमेर का चयन प्रथम चरण में नहीं हो पाया। दूसरे चरण में देश के 27 शहरों का स्मार्ट सिटी के लिए चयन होना है। मुझे पूरा भरोसा है कि इस बार 80 प्रतिशत अंक लाकर अजमेर का स्मार्ट सिटी में चयन हो जाए। इस बार अजमेरवासियों ने भी उत्साह दिखाया है।
रोजाना पानी :
कलेक्टर ने बताया कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने निर्देश दिए हैं कि आगामी 15 अगस्त के पहले-पहले रोजाना पेयजल वितरण की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री के निर्देशों पर अमल किया जा रहा है। इसके लिए स्टोरेज क्षमता बढ़ाने और वितरण व्यवस्था सुधारने पर भी काम हो रहा है। यहां यह उल्लेखनीय है कि इस बार राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह अजमेर में होगा।
रेजीडेंट की हड़ताल का असर नहीं :
कलेक्टर ने बेबाकी के साथ कहा कि अजमेर के जेएलएन मेडिकल कॉलेज और अस्पताल पर रेजीडेंट डॉक्टरों की हड़ताल का कोई असर नहीं हुआ है। 2 जून को सामान्य दिनों की तरह ओपीडी में चार हजार से भी ज्यादा मरीजों के स्वास्थ्य की जांच की गई। इसके साथ ही 60 ऑपरेशन भी किए गए। प्रथम वर्ष के सभी विद्यार्थियों ने वार्डो में जाकर अपनी ड्यूटी संभाल ली है। अस्पताल में भर्ती मरीजों को कोई परेशानी न हो इसलिए संभाग के चारों जिलों के छोटे-बड़े अस्पतालों से 44 डॉक्टरों को बुलाया लिया गया है। इसके साथ ही हड़ताली 67 रेजीडेंट डॉक्टरों को रिलीव कर दिया गया है। यदि सेवारत डॉक्टरों ने भी हड़ताल पर जाने का फैसला किया तो उनके साथ भी सख्ती से निपटा जाएगा।
मास्टर प्लान को शीघ्र मंजूरी :
कलेक्टर ने कहा कि हम स्मार्ट सिटी की तो कल्पना कर रहे हैं, लेकिन अभी तक तो अजमेर शहर का मास्टर प्लान स्वीकृत नहीं हुआ। किसी भी शहर के विकास के लिए मास्टर प्लान को होना जरूरी है। उनका प्रयास है कि अजमेर विकास प्राधिकरण व नगर निगम का आपसी तालमेल कर मास्टर प्लान को जल्द से जल्द मंजूर करवाया जाए। अजमेर में ऐलिवेटेड रोड के निर्माण पर कलेक्टर ने कहा कि पहले इसकी उपयोगिता का पता लगाया जाएगा। यदि ऐलिवेटेड रोड के बनने से 50 प्रतिशत लोगों का नुकसान होता है तो फिर ऐलिवेटेड रोड नहीं बनाया जाएगा। उन्होंने माना कि पानी-बिजली, टेलीफोन आदि विभागों में आपसी तालमेल नहीं होने की वजह से आए दिन सड़कों को खोदा जाता है। उनका प्रयास होगा कि इन विभागों में तालमेल करवाया जावे। रात 10 बजे बाद लाउड स्पीकर और डीजे नहीं बजे इसको लेकर सभी को प्रयास करने चाहिए। पुलिस को भी रात 10 बजे बाद बजने वाले उपकरणों को जब्त करने चाहिए। अवैध ट्रॉलियों का उपयोग सिर्फ कृषि कार्य के लिए होना चाहिए। अवैध ट्रॉलियों के खिलाफ पुलिस को कार्यवाही करनी चाहिए। नया बाजार स्थित पशु चिकित्सालय को आगामी 3 माह में शास्त्री नगर स्थित पशुपालन विभाग के परिसर में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। यहां पर मल्टीस्टोरी पार्किंग बनाई जाएगी।
कलेक्टर ने इस तथ्य को ईमानदारी के साथ स्वीकार किया कि प्रशासन के अधिकारियों ने यह नहीं बताया कि शहर में पहले से ही कुछ बाजारों को नो वेंडर जोन घोषित कर रखा है। इस कार्यक्रम में मुझे यह जानकारी मिली है, इसलिए अब नो वेंडर जोन वाले बाजारों में ठेले वालों, अस्थायी अतिक्रमणों को हटाया जाएगा। मेरा प्रयास होगा कि महानगरों की तरह अजमेर में भी रात्रिकालीन बाजार शुरू हों। उन्होंने कहा कि शहर के फुटपाथ अतिक्रमण मुक्त करवाए जाएंगे ताकि फुटपाथों पर पैदल यात्री चल सके। उन्होंने कहा कि वे अजमेर में बहुत कुछ करना चाहते हैं। इसके लिए लोगों का सहयोग जरूरी है। कलेक्टर ने कहा कि कोई भी नागरिक अपने सुझाव दे सकता है। कलेक्टर ने अजयमेरू प्रेस क्लब का इस बात के लिए आभार जताया कि पत्रकारों के माध्यम से वो जानकारी मिली, जो अधीनस्थ अधिकारियों ने नहीं दी। कार्यक्रम में पत्रकारों के जो भी सुझाव आए, उन सभी को कलेक्टर ने अपनी डायरी में नोट किया। उन्होंने कहा कि भविष्य में जब कभी वे दुबारा से पत्रकारों के सामने होंंगे तो क्रियान्विति की जानकारी भी देंगे।
मिनी सचिवालय बने:
अजमेर के सूचना केन्द्र के सेवानिवृत संयुक्त निदेशक और वर्तमान में राजस्थान लोक सेवा आयोग के मीडिया सलाहकार प्यारे मोहन त्रिपाठी ने कलेक्टर गोयल को सुझाव दिया कि जयपुर रोड पर मिनी सचिवालय बनाया जाए। जहां पर सभी विभागों के दफ्तर एक साथ हों अभी कलेक्ट्रेट परिसर शहर के बीच में है और जब कभी धरना प्रदर्शन, रैली, जुलूस आदि होते हैं तब कलेक्ट्रेट की वजह से यातायात जाम हो जाता है। ऐसे में यदि कलेक्ट्रेट भी शहर से 10 किमी दूर सचिवालय में चलेगा तो जाम की स्थिति से भी बचा जा सकेगा। कलेक्टर ने इस सुझाव को महत्वपूर्ण मानते हुए इस संबंध में राज्य सरकार से विचार-विमर्श किया जाएगा।
(एस.पी. मित्तल) (2-06-2016)
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