तो क्या हमारे जवानों की हत्या करने वाले आतंकियों का सम्मान किया जाए? मेजर गोगोई के सम्मान पर विवाद शर्मनाक।
#2603
तो क्या हमारे जवानों की हत्या करने वाले आतंकियों का सम्मान किया जाए? मेजर गोगोई के सम्मान पर विवाद शर्मनाक।
===============
इसे दुर्भाग्यपूर्ण ही कहा जाएगा कि सेना के मेजर लीतुत गोगाई के सम्मान पर भी विवाद हो रहा है। गत 9 अप्रेल को कश्मीर घाटी में उप चुनाव के दौरान हिंसा में यदि सेना की जीप के आगे एक अलगाववादी को नहीं बैठाया जाता तो हमारे जवानों के साथ-साथ निर्दोंष नागरिक भी मारे जाते। हिंसाग्रस्त क्षेत्र से शांतिपूर्ण तरीके सेना के जवानों को बाहर निकालने के लिए ही मेजर गोगोई ने एक अलगाववादी को सेना की जीप के बोनट पर बैठाया तो किसी भी पत्थरबाज ने पत्थर नहीं फैंका। इससे एक बड़ा हादसा टल गया। मेजर गोगोई ने मौके पर जो सूझ-बूझ वाला निर्णय लिया, उसकी वजह से ही सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने मेजर गोगोई को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। यह सेना की एक सामान्य प्रक्रिया है। लेकिन इसके बावजूद भी कुछ लोग मेजर गोगोई के सम्मान पर विवाद कर रहे हैं। सवाल उठता है कि आखिर मेजर गोगोई ने क्या गलत किया? क्या अपने जवानों को पत्थरबाजों से बचाना गुनाह है? यदि पत्थरों के जवाब में सेना गोली चला देती तो फिर हालात और बिगड़ जाते। क्या हमारे जवान सिर्फ पत्थर खाने के लिए ही है? मेजर गोगोई ने 9 अप्रेल को जो निर्णय किया, उसकी प्रशंसा तो अलगाववादियों को भी करनी चाहिए। किसी भी अधिकारी की सफलता हालातों को नियंत्रित करने में मानी जाती है। मेजर गोगोई ने एक अलगाववादी का उपयोग सिर्फ पत्थरों से बचने के लिए किया। मेजर गोगोई के मन में कोई द्वेषता होती तो वे जीप पर बैठे युवक को गिरफ्तार भी कर सकते थे। इस युवक ने स्वयं माना है कि सेना ने जीप पर बैठाने के सिवाय और कोई कृत्य नहीं किया। यानि हिंसाग्रस्त क्षेत्र से बाहर निकलने के बाद इस युवक को छोड़ दिया गया। इसे अफसोसनाक ही कहा जाएगा कि एक ओर आतंकवादी कश्मीर घाटी में आए दिन हमारे सुरक्षा बलों के जवानों की हत्या कर रहे हैं, तो दूसरी ओर वहीं आतंकियों की हिमायत में कुछ लोग खड़े हैं। सोशल एक्टिविस्ट अरूंधति रॉय तो देशद्रोही भाषा बोलने के बाद भी इस देश में सम्मान प्राप्त कर रही हैं। हमारे जवान देश की अखण्डता को बचाए रखने के लिए बलिदान दे रहे हैं तो वहीं अरूंधति राय जैसे लोग आतंकवादियों के समर्थन में खड़े हैं।
(एस.पी.मित्तल) (23-05-17)
नोट: फोटो मेरी वेबसाइट www.spmittal.in
https://play.google.com/store/apps/details? id=com.spmittal
www.facebook.com/SPMittalblog
Blog:- spmittalblogspot.in
M-09829071511 (सिर्फ संवाद के लिए)
================================
M: 07976-58-5247, 09462-20-0121 (सिर्फ वाट्सअप के लिए)