अहिंसा दिवस पर जयपुर में जमकर हिंसा।
रोडवेज के रिटायर कर्मचारी ने आत्म हत्या की।
पंचायतीराज कर्मियों के सामूहिक इस्तीफे।
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देश भर में 2 अक्टूबर को गांधी जयंती को जब अहिंसा दिवस के तौर पर मनाया जा रहा था, तब राजस्थान की राजधानी में जमकर हिंसा हुई। पिछले एक पखवाड़े से रोडवेज के कर्मचारी हड़ताल पर हैं, बसे बंद हैं। स्वयं के वेतनमान के साथ-साथ रोडवेज के कर्मचारी अपने रिटायर कर्मचारियों के हितों के लिए भी हड़ताल पर हैं। कोई तीन हजार रिटायर कर्मियों का 300 करोड़ रुपया बकाया है। रिटायरमेंट पर परिलाभ नहीं मिलने से कर्मचारी बेहद दुःखी और परेशान हैं। 2 अक्टूबर को जब जयपुर में रोडवेज मुखालय के बाहर धरना प्रदर्शन हो रहा था कि तभी सिविल लाइन रेल फाटक पर विरेन्द्र नाथ भार्गव की ट्रेन से कटने से दर्दनाक मौत हो गई। भार्गव भी रिटायरमेंट की बकाया राशि के लिए आंदोलन कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने दावा किया है कि भार्गव की मौत का संबंध रोडवेज कर्मियों की हड़ताल से नहीं है। भार्गव ने किन कारणों से आत्महत्या की उन कारणों का पता लगाया जा रहा है। वहीं भार्गव की मौत से हड़ताली कर्मचारियों में और नाराजगी बढ़ गई है। रोडवेज की हड़ताल से प्रदेश के लोगों को भी भारी परेशानी हो रही है। कोई 10 लाख यात्री रोडवेज की बसों से सफर करते हैं।
महिला शिक्षक का सिर फटाः
राष्ट्रीय शिक्षक संघ के बेनर तले 2 अक्टूबर को सैकड़ों शिक्षकों ने भी जयपुर में रैली निकाली। रैली में बड़ी संख्या में महिला शिक्षक भी शामिल थीं, आरोप है कि पुलिस के साथ धक्का मुक्की की वजह से एक महिला शिक्षक का सिर फूट गया। शिक्षकों के प्रतिनिधियों का आरोप रहा कि सरकार ने सबसे ज्यादा शिक्षकों का शोषण किया है।
सामूहिक इस्तीफेः
पंचायतीराज के 12 हजार कर्मचारी भी गत 12 सितम्बर से हड़ताल पर हैं। 2 अक्टूबर को कर्मचारियों ने अपने परिवार के साथ जयपुर में धरना प्रदर्शन किया। कर्मचारियों का कहना है कि राज्य प्रशासनिक सेवा के तहत ही बीडीओ का चयन होता है। लेकिन तहसीलदार को आरएएस में पदोन्नत कर दिया जाता है। जबकि बीडीओ को आएएस में पदोन्नत करने का कोई नियम नहीं है। पंचायतीराज कर्मचारियों के साथ लगातार भेदभाव हो रहा है। बाद में सभी आंदोलनकारी कर्मचारियों ने सामूहिक इस्तीफे दे दिए।
एबीवीपी के छात्रों का हंगामाः
अहिंसा दिवस पर एबीवीपी के छात्र भी जयपुर में गुस्से में नजर आए। राजस्थान यूनिवर्सिटी के मुख्यद्वार पर एबीवीपी के छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर जब यूनिवर्सिटी के अंदर जबरन घुसने की कोशिश की तो पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।
जयपुर में पहले से ही माहौल गरमः
मंत्रालयिक कर्मचारियों आदि की हड़ताल की वजह से जयपुर में पहले ही माहौल गरम है। कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से सरकार का काम काज पूरी तरह ठप पड़ा हुआ है।