पश्चिम बंगाल और आन्ध्र प्रदेश द्वारा सीबीआई के प्रवेश पर रोक लगाना देश के लिए घातक। केन्द्र के सुरक्षा बलों पर भी रोक लगाई जा सकती है ========
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Sp mittal
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November 17, 2018
पश्चिम बंगाल और आन्ध्र प्रदेश द्वारा सीबीआई के प्रवेश पर रोक लगाना देश के लिए घातक। केन्द्र के सुरक्षा बलों पर भी रोक लगाई जा सकती है
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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और आन्ध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चन्द्रबाबू नायडू ने अपने -अपने राज्यों में केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के प्रवेश पर रोक लगा दी है। यानि अब किसी राष्ट्रीय घोटाले की जांच के लिए इन दोनों राज्यों में अब सीबीआई को जाना होगा तो पहले ममता और चन्द्रबाबू से अनुमति लेनी होगी। इस रोक के पीछे दोनों कुछ भी तर्क दें, लेकिन सब जानते हैं कि ममता और चन्द्रबाबू के केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार से संबंध कैसे हैं। दोनों मुख्यमंत्रियों का बस चले तो मोदी को एक मिनट भी पीएम की कुर्सी पर नहीं रहने दें। राजनीतिक कारणों से ही दोनों ने केन्द्र सरकार के अधिकार को चुनौती दी है। आज किसी जांच एजेंसी के प्रवेश पर रोक लगाई है तो सकता है कि कल केन्द्रीय सुरक्षा बलों के प्रवेश पर रोक लगा दी जाए। कल्पना करें कि इन दोनों राज्यों में सीआरपीएफ बीएसएफ न हो तो क्या हालात होंगे? असल में ममता और चन्द्रबाबू उन ताकतों की वजह से ही मुख्यमंत्री हैं जो केन्द्र से विवाद चाहती हैं। आज हम कश्मीर के हालात देख रहे हैं। कश्मीर में रही राज्य सरकार की वजह से घाटी में एक तरफा माहौल है। हालत इतनी खराब है कि खुले आम पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए जाते हैं और कश्मीर की पुलिस मूक दर्शक बनी रहती है। ममता और चन्द्रबाबू अपने राजनीतिक स्वार्थों की वजह से पश्चिम बंगाल और आन्ध्र प्रदेश को कश्मीर के रास्ते पर ढकेल रहे हैं। एक बार स्थितियां हाथ से निकल गई तो दोबारा पकड़ में नहीं आएंगी। बात संविधान या किसी कानून की नहीं है, बात देश की एकता और अखंडता की है। जब देश की एकता और अखंडता ही नहीं रहेगी तो संविधान में लिखे के क्या मायने रहेंगे। संविधान लिखने वालों ने कभी सोचा नहीं होगा कि हमारे ही सुरक्षा बलों को किसी राज्य में मौत के घाट उतार दिया जाएगा या फिर कोई राज्य सीबीआई के प्रवेश पर रोक लगा देगा। किसी भी देश के लिए लोकतंत्र एक खूबसूरती है, लेकिन लोकतंत्र की आड़ में देश को तोड़ने वाले कार्य नहीं होने चाहिए। ऐसा प्रतीत होता है कि लोकतंत्र और संविधान को लेकर कुछ लोग भारत की अखंडता को तोड़ना चाहते हैं। जो राजनीति में रह कर मुख्यमंत्री बन रहे हैं उन्हें अपने पद से पहले देश की एकता को बनाए रखना चाहिए। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि पाकिस्तान बांग्लादेश, चीन जैसे हमारे पड़ौसी हैं जिनका मकसद भारत को नुकसान पहुंचाने वाला होता है।
एस.पी.मित्तल) (17-11-18)