महापंचायत के मुद्दे पर अब बैंसला से कन्नीकाट कर रहे हैं अजमेर के गुर्जर नेता।
पांच फरवरी को बांदनवाड़ा के देवनारायण मंदिर में होनी है गुर्जरों की पंचायत।
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8 फरवरी को सवाई माधोपुर जिले के मेलारना डूंगर स्टेशन पर होने वाली गुर्जरों की महापंचायत को सफल बनाने के लिए पांच फरवरी को अजमेर के बांदनवाड़ा के निकट सांईमाला देवनारायण मंदिर परिसर में अजमेर जिले और आसपास के क्षेत्रों के गुर्जरों की पंचायत हो रही है। गुर्जर समुदाय को राजस्थान में पांच प्रतिशत विशेष आरक्षण दिलवाने के लिए कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के नेतृत्व में आठ फरवरी को सवाई माधोपुर में निर्णायक महापंचायत हो रही है। कर्नल बैंसला का कहना है कि इस बार वे सिर पर पगड़ी नहीं बल्कि कफन बांध कर निकलेे हैं और जब तक गुर्जरों को आरक्षण नहीं मिलेगा तब तक गुर्जरों को रेल पटरियों सड़कों आदि पर जमावड़ा रहेगा। कर्नल बैंसला पहले भी बड़े आंदोलन कर चुके हैं। कर्नल बैंसला चाहते हैं कि महापंचायत में अजमेर जिले के गुर्जरों का भी बड़ी संख्या में प्रतिनिधित्व हो इसलिए पांच फरवरी को बांदनवाड़ा की पंचायत में कर्नल बैंसला स्वयं उपस्थित रहेंगे। भाजपा के शासन में गुर्जरों को आरक्षण नहीं देने को लेकर कांग्रेस के जो नेता वसुंधरा राजे को कोसते थे, वे अब कर्नल बैंसला की पंचायत से कन्नी काट रहे हैं। नसीराबाद के विधायक रहे और गुर्जर समाज के प्रमुख नेता रामनारायण गुर्जर ने कहा कि बांदनवाड़ा की पंचायत का अभी तक भी निमंत्रण नहीं मिला है। बिना निमंत्रण के वे नहीं जाएंगे। इसी प्रकार देहात कांग्रेस के महासचिव एडवोकेट हरिसिंह गुर्जर ने कहा कि पांच फरवरी को हाईकोर्ट ने एक मुकदमे में सुनवाई होनी है इसलिए वे जयपुर में रहेंगे। ऐसा ही बचाव मसूदा के दिग्गज गुर्जर नेता संग्राम सिंह ने किया। संग्राम सिंह का कहना था कि कर्नल बैंसला का निमंत्रण आएगा तो पंचायत में भाग लेने पर विचार करुंगा। वहीं पूर्व विधायक महेन्द्र सिंह गुर्जर ने कहा कि कांग्रेस के शासन में गुर्जरों को पांच प्रतिशत आरक्षण मिल ही जाएगा। गुर्जरों के नेता सचिन पायलट इस समय प्रदेश के आधे मुख्यमंत्री हैं। पायलट के सरकार में डिप्टी सीएम रहते हुए गुर्जरों को आरक्षण नहीं मिलेगा तो फिर कब मिलेगा? उन्होंने कहा कि पांच फरवरी की पंचायत में वे अपने साथियों के साथ भाग लेंगे। इसी प्रकार देहात कांग्रेस के अध्यक्ष सौरभ बाजड़ ने भी पंचायत में भाग लेने की बात कही। बजाड़ ने कहा कि वे कर्नल बैंसला के सम्पर्क में हैं और आठ फरवरी की महापंचायत में अजमेर से बड़ी संख्या में गुर्जर भाग लेंगे। कांग्रेस के नेता भले ही कर्नल बैंसला की पंचायत से कन्नी काट रहे हो, लेकिन सभी नेताओं का कहना रहा कि गुर्जर समुदाय के पांच प्रतिशत आरक्षण मिलना ही चाहिए।
भाजपा के गुर्जर उत्साहितः
कर्नल बैंसला के नेतृत्व में होने वाले आंदोलन को लेकर भाजपा से जुड़े गुर्जर नेता उत्साहित है। भाजपा के ओबीसी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश भडाना ने कहा कि गुर्जरों को आरक्षण कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है बल्कि यह सामाजिक मुद्दा है। प्रदेश में गुर्जर समुदाय की जो दयनीय स्थिति है उसे देखते हुए गुर्जरों को पांच प्रतिशत आरक्षण अलग से मिलना चाहिए। भडाना ने कहा कि आरक्षण की मांग को लेकर राजस्थान का गुर्जर समुदाय काफी बलिदान दे चुका है। सरकार को अब गुर्जरों के धैर्य की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए। चूंकि प्रदेश में कांग्रेस का शासन है इसलिए कांग्रेस के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का यह दायित्व बनता है कि वे गुर्जरों को आरक्षण दिलवाए। उन्होंने कहा कि पायलट को स्वयं गुर्जर समुदाय के हैं। ऐसे में अब गुर्जरों को न्याय मिलना ही चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने गुर्जरों के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी। भाजपा हमेशा गुर्जरों को पांच प्रतिशत आरक्षण दिए जाने के पक्ष में रही है।