कश्मीर में भारतीय सेना पाकिस्तानी आर्मी के साथ ही युद्ध कर रही है।
कश्मीरियों को बचाया, इसलिए हमारे जवान शहीद हुए लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन।
समर्थकों की वजह से ही इमरान खान ने भारत को धमकाया।
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18 फरवरी को ब्लाॅग संख्या 5194 में मैंने लिखा था कि कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बल पाकिस्तान की सेना के साथ ही युद्ध कर रहे हैं। जब तक पाकिस्तानी घुसपैठियों को नहीं मारा जाएगा, तब तक पाकिस्तान पर हमला संभव नहीं है। इसी तरह का बयान 19 फरवरी को भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने दिया है। जनरल ढिल्लन ने पुलवामा हमले के मद्देनजर 19 जनवरी को सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस के आला अधिकारियों के साथ एक प्रेस काॅन्फ्रेंस की। जनरल ढिल्लन ने कहा कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद पकिस्तान की सेना का बच्चा है। जैश का कंट्रोल पाक सेना और आईएसआई के पास है। पाक सेना से प्रशिक्षित जैश के आतंकी कश्मीर में घुसपैठ करते हैं। हमारे सुरक्षा बल एक तरह से कश्मीर में पाक आर्मी के साथ लड़ाई लड़ रहे हैं। पाक सेना ने ही पुलवामा में आतंकी हमला करवाया। 18 फरवरी को आतंकियों के साथ एनकाउंटर में हमारे सुरक्षा बलों ने कश्मीरी नागरिकों का ख्याल रखा इसलिए एक मेजर सहित चार जवान शहीद हो गए। लेकिन अब आतंकियों के समर्थकों को बख्शा नहीं जाएगा। कश्मीर के जो युवक आतंकी गतिविधियों में लिप्त है उनके माता-पिता को चाहिए कि अपने बच्चों को समझाएं। मां अपने बेटों को वापस घर बुलाएं और सरकार की सरेंडर स्कीम में शामिल करवाएं। जनरल ढिल्लन ने कहा कि कई गाजी आए और चले गए। अब घुसपैठिए वापस पाकिस्तान नहीं जा पाएंगे। 14 फरवरी को आतंकियों ने जो हरकत की उसका जवाब सेना ने आतंकी राशिद उर्फ गाजी और उसके दो साथियों को मौत के घाट उतार कर दे दिया है। पाकिस्तान को इस गलत फलमी में नहीं रहना चाहिए कि वह आतंकियों के जरिए युद्ध जीत लेगा। हमारे सुरक्षा बलों के हौंसले बुलंद है और वे किसी भी युद्ध का मुकाबला करने को तैयार है।
भारत को धमकाया:
भारतीय सेना की प्रेस काॅन्फ्रेंस के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी टीवी चैनलों पर अपना बयान जारी करवाया। इमरान ने कहा कि यदि भारत ने हमला किया तो पाकिस्तान तगड़ा जवाब देगा। पाकिस्तान को कमजोर नहीं समझना चाहिए। कश्मीर में आज जो कुछ भी हो रहा है वह सबको पता है। पुलवामा हमले में बगैर सबूत के ही पाकिस्तान पर आरोप लगाए जा रहे हैं। चूंकि भारत में लोकसभा के चुनाव होने हैं इसलिए बेवजह पाकिस्तान को जिम्मेदार माना जा रहा है। इमरान खान ने जिस अंदाज में अपनी बात रखी उससे जाहिर था कि पाकिस्तान को भारत में रह रहे अपने हिमायतियों पर भरोसा है इसलिए वह भारत को धमका रहा है। इमरान खान को भी पता है कि भारत में नवजोत सिंह सिद्धू जैसे राजनेता उसके समर्थक है, इसलिए पाकिस्तान का कुछ भी नहीं बिगड़ सकता। इमरान खान अच्छी तरह जानते हैं कि पाकिस्तान की सेना और आईएसआई की वजह से ही कश्मीरी युवक गुमराह हो रहे हैं। जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन पाकिस्तान में बैठ कर कश्मीर में आतंकी गतिविधियां करवाते हैं। यदि पाकिस्तान को हमारे देश द्रोहियों का समर्थन नहीं होता तो इमरान खान इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं करते। 19 फरवरी को इमरान खान का चैनलों पर जो बयान रिलीज हुआ, वह रिकाॅर्डेड था। बयान के दौरान कई कट साफ दिखे इससे प्रतीत होता है कि यह बयान सेना और आईएसआई के दबाव में दिया गया है। जो प्रधानमंत्री इतने महत्वपूर्ण मुद्दे पर प्रेस काॅन्फ्रंेस भी नहीं कर सकता वह भारत को धमकी दे रहा है।