Author: Sp mittal

राजस्थान में नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने भले ही वीसी में भाग न लिया हो, लेकिन धारीवाल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से नाराज नहीं हो सकते। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा से खफा धारीवाल ने 5 जून को अपने गृह शहर कोटा में विकास कार्यों का जायजा लिया। तो क्या यह डोटासरा को सबक सिखाने की रणनीति हैं।

राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में नम्बर दो की हैसियत रखने वाले नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल 4 जून को दिनभर नाराजगी वाले तेवर दिखाए। सुबह जयपुर में होने के...

भास्कर की जिस खबर को चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने झूठा बताया, उसी खबर पर जांच करने के लिए राज्यपाल कलराज मिश्र ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा। राजस्थान में कोरोना वैक्सीन की बर्बादी वाली खबर को सच्चा बताने के लिए अब भास्कर ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट किया।

राजस्थान में कोरोना वैक्सीन की बर्बादी को लेकर 31 मई को दैनिक भास्कर में जो खबर प्रकाशित हुई थी, उसके आधार पर मामले की जांच करवाने के लिए राज्यपाल कलराज मिश्र ने मुख्यमंत्री अशोक...

ख्वाजा साहब की दरगाह के अंदर बैनर लगाकर खादिम द्वारा नजराना मांगने पर दरगाह कमेटी खफा। दरगाह शरीफ में सभी तरह के नजराने हासिल करने का हक सिर्फ दरगाह कमेटी के नाजिम को है। खादिमों की दोनों अंजुमनों से जवाब तलब।

अजमेर स्थित विश्व विख्यात ख्वाजा साहब की दरगाह के अंदर नजराना मांगने को लेकर एक बार फिर खादिमों और दरगाह कमेटी के बीच विवाद की स्थिति हो गई है। दरगाह में आंतरिक इंतजाम करने...

कोरोना काल में जुर्माना माफ कर केन्द्र सरकार देश के करोड़ों छोटे निवेशकों और पांच लाख अल्पबचत अभिकर्ताओं को राहत दे। छोटे निवेशकों की देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका। काश! राजस्थान के 27 हजार पंचायत सहायक भी इंटर्न और रेजिडेंट डॉक्टरों की तरह ताकतवर होते। कोरोना काल में फ्रंट लाइन वर्कर की तरह काम करने के बाद भी मात्र 6 हजार रुपए प्रतिमाह पारिश्रमिक मिल रहा है।

डाक घरों से जुड़े देश भर में पांच लाख अल्पबचत अभिकर्ता घर घर और बाजारों में दुकानों पर जाकर छोटे निवेशकों से छोटी छोटी राशि एकत्रित करते हैं और फिर पूर्ण ईमानदारी के साथ...

अजमेर में ऑक्सीजन प्लांट, कंसंट्रेटर चिकित्सा सामग्री खरीद की जांच होगी। चार विधायकों की शिकायत के बाद प्रभारी मंत्री ने कलेक्टर को दिए निर्देश। विधायक देवनानी, भदेल, सुरेश टाक ने अपने अपने क्षेत्रों की समस्याओं को रखा।

कोरोना काल में अजमेर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय स्तर पर जितनी भी चिकित्सा सामग्री की खरीद हुई है अब उसकी उच्च स्तरीय जांच करवाई जाएगी। 4 जून को अजमेर के...

सीएम अशोक गहलोत ने कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा के सुझाव पर अमल करवाया, लेकिन नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने जयपुर के प्रभारी मंत्री की हैसियत से कलेक्टर को ज्ञापन नहीं दिया। ज्ञापन देने के समय धारीवाल जयपुर से कोटा के लिए रवाना हो गए। 5 जून को भी धारीवाल की जगह कृषि मंत्री लालचंद कटारिया कलेक्ट्रेट पर बैठक लेंगे। मुख्यमंत्री की वीसी में कांग्रेस विधायक हेमाराम चौधरी भी नहीं जुड़े। डोटासरा ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।

राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने अपने मंत्रिमंडल के वरिष्ठ सहयोगी शांति धारीवाल के सुझाव को दरकिनार कर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और स्कूली शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के सुझाव पर 4...

बहुत फर्क है कांग्रेस की राजनीति में पंजाब के मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह और राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत में। नवजोत सिंह सिद्धू वाले 25 विधायकों को राहुल गांधी का समर्थन है, जबकि अमरेन्द्र सिंह ने स्वयं को मुख्यमंत्री बनाए रखने के लिए 58 विधायकों का जुगाड़ कर लिया है। बहुमत के लिए 59 चाहिए।

कांग्रेस शासित पंजाब में इन दिनों जो राजनीतिक खींचतान हो रही है, उसकी तुलना कुछ लोग राजस्थान से कर रहे हैं। अपने पाठकों को विस्तार से समझाने से पहले मैं यह बताना चाहता हंू...

भास्कर अब जमीन में गड़ी और कचरे के ढेर में पड़ी वैक्सीन से भरी वायल निकाल कर लाया है। क्या अब भी राजस्थान के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा भास्कर की खबर को झूठा बताएंगे? रघु शर्मा घमंड छोड़े और वैक्सीन की बर्बादी को रोके। यह घमंड मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी मुसीबत में डालेगा।

31 मई को दैनिक भास्कर में एक खबर में बताया कि राजस्थान के सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर कोरोना वैक्सीन की बर्बादी हो रही है। चिकित्सा कर्मी वैक्सीन से भरी वायल (शीशियां) को कचरे के...

कश्मीर के त्राल में आतंकियों द्वारा राकेश पंडित की हत्या किया जाना बेहद दुख है। क्या त्राल में हिन्दुओं की सुरक्षा और विकास कार्य करना गुनाह है?

2 जून की रात को कश्मीर के त्राल में आतंकियों ने नगर पालिका के अध्यक्ष और भाजपा नेता राकेश पंडित की गोली मारकर हत्या कर दी। इससे पहले भी पंचायती राज और स्थानीय निकायों...

तो अब गोविंद सिंह डोटासरा अशोक गहलोत की उपस्थिति में सोनिया गांधी से शिकायत करने की बात कहने की स्थिति में आ गए हैं। मंत्री डोटासरा और शांति धारीवाल की भिड़ंत से अंदाजा लगाया जा सकता है कि राजस्थान में अशोक गहलोत किन हालातों में सरकार चला रहे हैं।

राजस्थान की राजनीतिक इतिहास में संभवत: यह पहला अवसर होगा, जब मंत्रिमंडल की बैठक में दो मंत्री आपस में भिड़ गए हो वह भी तब जब मंत्रिमंडल की बैठक सरकारी आवास पर हो रही...