Author: Sp mittal

जब ईश्वर की बनाई व्यवस्था पर पानी फिर सकता है तो इंसान की क्या औकात है? ताऊ-ते तूफान का राजस्थान तक आना यही जाहिर करता है। अभिमानी प्रवृत्ति के लोग इस तूफान से सबक ले सकते हैं।

ईश्वर ने मौसम की जो व्यवस्था बनाई है उसके अनुसार मई माह में भारत के अधिकांश हिस्सों में भीषण गर्मी पड़नी चाहिए। गर्मी भी ऐसी कि समुद्र का पानी उबलने और रेगिस्तान की रेत...

मंत्रियों और नेताओं की गिरफ्तारी पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इतनी खफा क्यों? कोई मुख्यमंत्री देश के संविधान और कानून से बड़ा नहीं हो सकता।

17 मई को जब सीबीआई ने पश्चिम बंगाल के मंत्री हाकिम फिरहाद, सुब्रत मुखर्जी तथा विधायक मदन मित्रा व पूर्व मेयर सोवन चटर्जी को बहुचर्चित नारदा स्टिंग केस में गिरफ्तार किया तो मुख्यमंत्री ममता...

अजमेर के सैटेलाइट अस्पताल में ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू। यह जिले का पहला प्लांट है। कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित डॉक्टर राकेश पोरवाल की महत्वपूर्ण भूमिका। निजी अस्पतालों का भी उनकी क्षमता के अनुरूप उपयोग हो। ऑक्सीजन की ऑडिट के बाद जीडी बढाया अस्पताल में भी फिर से शुरू करवाया जा सकता है कोविड मरीजों का इलाज।

अजमेर जिले का पहला ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट 17 मई को आदर्श नगर स्थित राजकीय सैटेलाइट अस्पताल में शुरू हो गया है। अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर राकेश पोरवाल ने बताया कि प्लांट से उत्पादित ऑक्सीजन...

राजस्थान में ब्लैक फंगस बीमारी को भी मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में शामिल करने के आदेश, लेकिन सरकार पहले इस योजना में निजी अस्पतालों में इलाज तो सुनिश्चित करवाए। अभी तो भामाशाह योजना का ही 200 करोड़ रुपया बकाया है। ऐसे में चिरंजीवी योजना में निजी अस्पताल गरीब मरीजों का इलाज क्यों करेंगे? आखिर न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी में ही सरकार की रुचि क्यों हैं?

इसमें कोई दो राय नहीं की कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए ब्लैक फंगस (आंख की बीमारी) जानलेवा साबित हो रहा है। यदि कोई मरीज बच भी जाता है तो उसकी एक या दोनों आंख...

कोरोना से मुकाबला करने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक हजार डॉक्टरों की अस्थाई तौर पर भर्ती कर रहे हैं तो राजस्थान में सरकार के रेजीडेंट डॉक्टर्स हड़ताल। ऐसे विरोधाभास के चलते ही मरीजों को परेशानी हो रही है।

17 मई को राजस्थान भर के मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों के हजारों रेजीडेंट डॉक्टरों ने प्रात: 8 से 10 बजे तक दो घंटे का कार्य बहिष्कार किया। डॉक्टर ऐसा ही कार्य बहिष्कार 18 मई...

भारत तो चाहेगा इजरायल और फिलिस्तीन का युद्ध समाप्त हो जाए। 35 एकड़ जमीन के लिए जारी है जंग। अमरीका को प्रभावी पहल करनी चाहिए।

पूरी दुनिया जब कोरोना वायरस से जंग लड़ रही है, तब मध्य पूर्व में इजरायल और फिलिस्तीन युद्ध लड़ रहे हैं। 35 एकड़ जमीन को लेकर बरसों से जंग चल रही है। यदि इजरायल...

तो अब पश्चिम बंगाल की सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए। राज्यपाल जगदीप धनखड़ इससे ज्यादा और क्या रिपोर्ट दे सकते हैं। ममता बनर्जी के राज में हत्या, लूट और अराजकता का माहौल। केन्द्र कब तक नरमी दिखाएगा।

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ इन दिनों प्रदेश के उन इलाकों में जा रहे हैं, जहां 2 मई के चुनाव परिणाम के बाद हिंसा हुई है। 15 मई को राज्यपाल ने नंदीग्राम के...

जब चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के गृह जिले अजमेर के स्वास्थ्य केन्द्रों की यह दुर्दशा है तब राजस्थान भर का अंदाजा लगाया जा सकता है। ग्रामीण क्षेत्र के संक्रमित मरीजों का राहत देने के लिए सरकार ने स्वास्थ्य केन्द्रों को डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर बनाया है। अजमेर में पहले दिन ही राजस्थान पत्रिका ने पोल खोली। ब्यावर के भाजपा विधायक शंकर सिंह रावत ने भूख हड़ताल शुरू की।

राजस्थान में ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए सरकार ने ब्लॉक स्तर पर स्थापित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में तब्दील करने की घोषणा की। सरकार...

कोरोना काल में भारतीय जैन संगठन भी देशभर में 10 हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर वितरित कर रहा है। राजस्थान में 700 और अजमेर में 70 कंसंट्रेटर आ रहे हैं। 18 मई को वर्चुअल तकनीक से एक साथ बैठक करेंगे सीएम गहलोत, केन्द्रीय मंत्री शेखावत। किशनगढ़ के मार्बल सिटी अस्पताल को 10 तथा अजमेर के समाजसेवी सुबोध जैन को 2 कंसंट्रेटर उपलब्ध करवाए।

कोरोना काल में जरूरतमंद मरीजों की मदद करने में भारतीय जैन संगठन भी पीछे नहीं है। संगठन से जुड़े अजमेर के डिप्टी मेयर नीरज जैन और अजमेर चेप्टर के अध्यक्ष राकेश बारमेचा ने बताया...

फिर भी अजमेर के जेएलएन अस्पताल में 90 संक्रमित मरीज प्रतिदिन भर्ती हो रहे हैं। यदि कोई अव्यवस्था हो रही है तो उसे सुधारा जाएगा-प्रिंसिपल डॉ. वीर बहादुर सिंह। 79 कंसंट्रेटर पर भी इलाज शुरू। ऑक्सीजन और रेमडेसिवीर इंजेक्शन भी पर्याप्त मात्रा में।

कोरोना काल में अजमेर के जेएलएन अस्पताल के बाहर मरीज भर्ती होने के लिए परेशान हो रहे हो, लेकिन इसी अस्पताल में प्रतिदिन 90 मरीज भर्ती भी हो रहे हैं। इनमें ऑक्सीजन की आवश्यकता...