100 करोड़ की बचत और निर्बाध बिजली सप्लाई कर अजमेर में टाटा पावर के कार्मिकों ने जमेशदजी टाटा को याद किया।

100 करोड़ की बचत और निर्बाध बिजली सप्लाई कर अजमेर में टाटा पावर के कार्मिकों ने जमेशदजी टाटा को याद किया। अब फोटो से होती है मीटर रीडिंग। 
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3 मार्च को अजमेर में भी टाटा पावर कंपनी के कार्मिकों ने टाटा समूह के संस्थापक जमेशदजी टाटा का 180वां जन्मदिन सेवा का संकल्प लेकर मनाया। कंपनी के वैशाली नगर स्थित मुख्यालय पर आयोजित समारोह में कार्मिकों ने जमशेदजी टाटा की फोटो पर माल्यार्पण कर सेवा का संकल्प लिया। कंपनी के काॅरपोरेट हैड आलोक श्रीवास्तव ने कहा कि जिस प्रकार 1870 में देशवासियों की सेवा का संकल्प लेकर जमेशदजी टाटा ने कपड़ा मिल लगाकर देशसेवा का संकल्प लिया था। उसी प्रकार हमने भी अजमेर के उपभोक्ताओं की सेवा का संकल्प लिया है। आज समाज के हर क्षेत्र में टाटा समूह के उत्पादों का बोलबाला है। देश का हर नागरिक किसी न किसी तौर पर टाटा समूह से जुड़ा हुआ है। सेवा का संकल्प लेकर ही एक जुलाई 2017 में टाटा पावर ने अजमेर शहर की बिजली सप्लाई का काम संभाला था। आज चैबीस घंटे शहर के एक लाख 58 हजार परिवारों में निर्बाध बिजली सप्लाई की जा रही है। श्रीवास्तव ने कहा कि हमारे संस्थापक का जन्म दिन मनाते हुए हमें इस बात की भी खुशी है कि अकेले अजमेर शहर में प्रति वर्ष सौ करोड़ रुपए की बचत की गई है। जुलाई 2017 में अजमेर विद्युत वितरण  निगम का अजमेर में बिजली सप्लाई पर जो खर्च था उसे प्रतिवर्ष सौ करोड़ रुपए के हिसाब से काम किया गया है। इतना ही नहीं दस प्रतिशत से ज्यादा छीजत को भी कम किया गया है। टाटा पावर अभी डिस्काॅम की शर्तों पर ही बिजली खरीद कर रही है। लेकिन हमने वितरण व्यवस्था में आमूल चूल परिवर्तन किए हैं। ट्रांसफामरों पर मीटर लगाए गए है जो लोड की जानकारी देते हैं। उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ने पर जब लोड में वृद्धि होती है तो तत्काल संबंधित ट्रांसफर्मर की क्षमता को बढ़ाया जाता है। सबसे बड़ा बदलाव उपभोक्ताओं के घरों पर लगे मीटर की रीडिंग में किया गया है। पहले कर्मचारी मीटर को देखकर यूनिट को पुस्तक में दर्ज करता था और फिर कम्प्यूटर पर अंकन होता था, लेकिन अब कंपनी ने ऐसा साॅफ्टवेयर तैयार किया है जिसके अंतर्गत फोटो से मीटर की रीडिंग को जाती है। संबंधित कर्मचारी अपने कैमरे से मीटर की फोटो खींचता है और फिर फोटो को कम्प्यूटर पर लोड कर दिया जाता है। उपभोक्ता के अंकित नम्बर पर खर्च यूनिट दर्ज हो जाते हैं। इससे गड़बड़ी की आशंका नहीं रहती है साथ ही जब उपभोक्ता को शिकायत होती है तो उसे मीटर की फोटो दिखाई जाती है। यानि मीटर रीडिंग में पारदर्शिता लाई गई है। श्रीवास्तव ने बताया कि शहर के सभी सहायक अभियन्ता कार्यालयों में उपभोक्ता शिकायत निवारण केन्द्र खोले गए हैं ताकि उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान किया जा सके। वैशाली नगर स्थित मुख्यालय पर सुरक्षा गार्ड से लेकर अन्य कार्यो के लिए महिला कार्मिकों की तैनात की गई है। समारोह में कंपनी के अधिकारी श्याम च ौधरी, मनीष जैन, प्रशांत सिंह, अमित अमेरिया आदि उपस्थित रहे।
एस.पी.मित्तल) (03-03-19)
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