अजमेर में पेंशनर्स को नहीं होगी कोई परेशानी। कलेक्टर ने कहा कोषाधिकारी का आदश्ेा गलत। पर बेईमानों के खिलाफ होगी सख्त कार्यवाही।
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अजमेर के जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने कहा है कि अजमेर में किसी भी पेंशनर्स को दवा लेने में कोई परेशानी नहीं होगी। पेंशनर्स सिर्फ मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना के काउंटर से ही दवा ले सकते हैं, इस आशय का जो आदेश जिला कोषाधिकारी ने जारी किया है, वह आदेश गलत है? पेंशनर्स की पीड़ा को लेकर 21 जून को मैंने एक ब्लॉग लिखा था। इस ब्लॉग के बाद ही कलेक्टर गोयल को यह पता चला कि उनके हवाले से जिला कोषाधिकारी ने पेंशनर्स की दवाओं को लेकर कोई आदेश जारी किया है। ब्लॉग के मद्देनजर कलेक्टर का कहना रहा कि गत 6 जून को एक उच्च स्तरीय बैठक में पेंशनर्स की दवाओं को लेकर विचार विमर्श हुआ था, प्रशासन की मंशा है कि सहकारिता क्षेत्र से जुड़े भंडारों में जो गड़बड़ी होती है उसे रोका जाए। इसके पीछे किसी भी पेंशनर्स को परेशान करने की कोई मंशा नहीं है। कलेक्टर ने कहा कि कोषाधिकारी के दोषपूर्ण आदेश से जो भ्रम की स्थिति हुई है, उसे तत्काल दूर किया जा रहा है। पेंशनर्स को जिस प्रकार पूर्व में दवाएं मिलती थी, उसी प्रकार से मिलती रहेंगी। उन्होंने कहा कि उनका बुजुर्ग नागरिकों के प्रति बेहद संवेदनशील रुख है। वे नहीं चाहते है कि प्रशासन के किसी भी निर्णय से बुजुर्ग नागरिकों को कोई परेशानी हो। इस संबंध में पेंशनर्स समाज के प्रतिनिधियों से भी संवाद किया जा रहा है, लेकिन उन तत्वों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी जो सरकारी धन का दुरुपयोग करते हैं। कलेक्टर गोयल की संवेदनशीलता का पेंशनर्स समाज के अध्यक्ष कश्मीर सिंह ने स्वागत किया है। 22 जून को कलेक्टर के निर्देश पर ही समाज के प्रतिनिधियों की मुलाकात अतिरिक्त कलेक्टर किशोर कुमार से हुई। प्रतिनिधियों ने आग्रह किया कि कोषाधिकारी के लिखित आदेश के बाद से ही उपभोक्ता भंडार के काउंटरों से पेंशनर्स को दवा मिलना बंद हो गई है। जब तक जिला प्रशासन दोबारा से आदेश जारी नहीं करेगा, तब तक पेंशनर्स को कोई राहत नहीं मिल पाएगी। प्रतिनिधियों ने आग्रह किया कि जल्द से जल्द पूर्व आदेश को वापस लिया जाए। पेंशनर्स को सरकार के नियमों के मुताबिक उपभोक्ता भंडार से दवाएं लेने की छूट होनी चाहिए। कोषाधिकारी के आदेश के बाद पेंशनर्स को सिर्फ मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना के काउंटर से ही दवा मिल रही है, जिसकी वजह से पेंशनर्स को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बेईमानों के खिलाफ हो सख्त कार्यवाही:
21 जून को मैंने जो ब्लॉग लिखा उसके पीछे मेरा मकसद बुजुर्ग सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पीड़ा को उजागर करना था। इस पर जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने जो संवेदनशीलता दिखाई, उसका स्वागत सम्पूर्ण पेंशनर्स समाज को करना चाहिए। मैं कलेक्टर गोयल के इस रुख से पूर्ण सहमत हंू कि जो लोग मिलीभगत कर सरकारी धन का दुरुपयोग कर रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही हो। ऐसी शिकायतें आम है कि पेंशनर्स को मिलने वाली दवाओं की आड़ में सरकारी धन का दुरुपयोग हो रहा है। जो लोग सरकारी धन का दुरुपयोग कर रहे हैं, उनके खिलाफ कलेक्टर को वाकई सख्त से सख्त कार्यवाही करनी चाहिए। यदि पेंशनर्स को भी जेएलएन अस्पताल के नि:शुल्क दवा काउंटर से दवाएं देने की योजना बनाई जाती है तो इस बात का भी ख्याल खा जाए कि बीमार और बुजुर्ग पेंशनर्स को असुविधा न हो।
नोट- फोटोज मेरी वेबसाइट www.spmittal.in तथा फेसबुक अकाउंट पर देखें।
(एस.पी. मित्तल) (22-06-2016)
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