तो सरकार की रणनीति से फिलहाल राजस्थान में बेअसर हो गया किसानों का आंदोलन। क्या अब होगा समस्याओं का समाधान?
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16 जून को किसान आंदोलन के मद्देनजर राजस्थान में आम तौर पर शांति रही। श्री गंगानगर को छोड़कर किसान महापंचायत का तीन घंटे का हाइवे जाम भी बेअसर रहा। भारतीय किसान संघ ने भी दूसरे दिन अपने धरने की धार को और कम कर दिया। कांग्रेस भी किसानों की समस्याओं को लेकर कहीं पर भी नजर नहीं आई। फिलहाल बेअसर होते किसान आंदोलन से राजस्थान की भाजपा सरकार ने राहत महसूस की है। मध्यप्रदेश की घटनाओं को देखते हुए सरकार संभाग मुख्यालयों के महापड़ाव और हाइवे जाम की घोषणाओं को लेकर चिंतित थी। लेकिन 16 जून का दिन भर शांति पूर्ण तरीके से गुजर जाने से प्रतीत होता है कि सरकार की रणनीति कामयाब रही है। हालांकि कुछ मीडिया घरानों ने पूरा प्रयास कि राजस्थान में किसानों का आंदोलन भड़के, लेकिन हालातों से निपटने के लिए सरकार ने प्रशासनिक और राजनीतिक स्तर पर जो रणनीति बनाई उसमें किसान न तो एकजुट हो पाए और न ही सड़कों पर उतरे। सरकार इससे खुश हो सकती है, लेकिन सवाल उठता है कि क्या समस्याओं का समाधान हो गया है? देखा जाए तो अब सरकार का यह नैतिक दायित्व बनता है कि वह किसानों की मांगों को जल्द से जल्द पूरा करें। लोकतांत्रिक व्यवस्था में किसी आंदोलन को दबा देना अथवा बेअसर कर देना सरकार की सफलता नहीं मानी जा सकती। सब जानते हैं कि राजस्थान का किसान भी परेशान और हताश है। सरकार को किसानों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर राहत प्रदान करनी चाहिए। सरकार की रणनीति और कमजोर विपक्ष की वजह से भले ही फिलहाल किसानों का आंदोलन दब गया हो, लेकिन यदि राहत नहीं मिली तो आग कभी भी भड़क सकती है। सरकार के रणनीतिकारों को भी पता है कि आंदोलन को दबाने में कितनी मशक्कत करनी पड़ी है। इसे भारतीय किसान संघ की कमजोरी नहीं माना जाना चाहिए। संघ के साथ आज भी बड़ी संख्या में किसानों का समर्थन है। मध्यप्रदेश की तरह असामाजिक तत्वों को मौका नहीं मिले, इसलिए संघ ने अपना धरना शांतिपूर्ण रखा है। हो सकता है कि संभाग मुख्यालयों पर दिया जा रहा सांकेतिक धरना भी अगले एक दो दिन में खत्म कर दिया जाए। जब किसान संघ सकारात्मक रुख लेकर चल रहा है तो सरकार को भी अपनी ओर से सकारात्मक पहल करनी चाहिए। सरकार को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि राजस्थान में मात्र 18 माह बाद विधानसभा चुनाव होने हैं।
(एस.पी.मित्तल) (16-06-17)
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