अजमेर में स्कूल वैन वालों की यह तो चोरी और सीना जोरी है। आखिर बच्चों की जिन्दगी से क्यों खिलवाड़ कर रहे है?

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ट्रेफिक पुलिस और यातायात विभाग की जांच के विरोध में 8 जुलाई से अजमेर शहर के स्कूल वैन चालक हड़ताल पर चले गए हैं। चालकों का आरोप है कि जांच के नाम पर पुलिस नाजायज तंग कर रही है। वैन चालकों की हड़ताल चोरी और सीना जोरी की कहावत को चरितार्थ करती है। ट्रेफिक पुलिस और यातायात विभाग के अधिकारियों ने वैन चालकों को बालवाहिनी के नियमों का पालन करने के निर्देश दिए है। सुप्रीम कोर्ट ने स्कूली बच्चों के मोटर वाहनों के लिए बालवाहिनी के नियम बनाए है। इसके अंतर्गत स्कूल के बच्चों के परिवहन के काम आने वाले वाहन में अग्निशमन यंत्र, अप्रूव्ड गैस किट आदि के साथ-साथ चालक वर्दी, नेमप्लेट और बेल्ट आदि के प्रावधान भी किए गए है। सब जानते हंै कि वैन चालक किस तरह से बच्चों को भरकर ले जाते है। इन वाहनों में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं होते। कई बार तो शराब पीकर वैन चलाने की शिकायतें भी आई हंै। अभिभावकों की मजबूरी का पूरा फायदा वैन चालक उठाते हंै। चूंकि स्कूल कई किलोमीटर दूर होता है इसलिए अभिभावकों की मजबूरी होती है कि वे अपने बच्चों को ऐसे ही वाहनों में भेजे। अब जब स्कूल वैन नियमों के अनुरुप चलाने की कार्यवाही शुरू की गई है तो हड़ताल की जा रही है। हालांकि इस हड़ताल से अभिभावकों को परेशानी होगी, लेकिन इस बार वैन चालकों के प्रति कोई नरम रूख नहीं होना चाहिए। जांच की कमान जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र सिंह चौधरी और ट्रेफिक की डीएसपी प्रीति चौधरी ने संभाल रखी है। इसके साथ ही डीटीओ प्रकाश टहलयानी भी अपनी टीम के साथ लगे हुए हैं। इन दोनों विभागों के अधिकारियों का यह दायित्व है कि वे मोटर वाहन नियमों के तहत ही वैन में स्कूली बच्चों की संख्या निर्धारित करें। सब जानते है कि वैन में सस्ता गैस किट लगवाकर चालक चांदी कूट रहे है। अभिभावकों से एक बच्चें के 1000/-रुपए तक वसूले जा रहे है। वैन चालकों को हड़ताल करने के बजाय नियमों का पालन करना चाहिए। तीन पहिया वाले ऑटो में भी बालवाहिनी के नियम लागू होने चाहिए।
देवनानी ने की वार्ता:
वेन चालकों के एक गुट ने 8 जुलाई को सर्किट हाउस में प्रदेश के स्कूली शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी से मुलाकात की। इस वार्ता में चालकों का कहना रहा कि ट्रेफिक पुलिस ने पूर्व में 25 जुलाई तक का समय दिया था, लेकिन पुलिस अपने वायदे से पहले ही कार्यवाही कर रही है। उन्होंने आग्रह किया कि स्कूली वेन बालवाहिनी के नियमों के अनुरूप चलाने के लिए कुछ समय दिया जाए। देवनानी से वार्ता के बाद इस गुट ने हड़ताल समाप्ति कीघोषणा कर दी, लेकिन वहीं दूसरा गुट हड़ताल को जारी रखे हुए हैं। देवनानी ने भी स्पष्ट कहा है कि वेन चालकों को नियमों के अनुरूप ही चलाना होगा।
एस.पी.मित्तल) (08-07-17)
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