इसे कहते हैं प्याज भी खाए और सौ……भी। अजमेर डिस्काॅम में तकनीकी कर्मचारियों के तबादले का मामला।
#2945
======
आखिर विद्युत निगम के सीएमडी श्रीमंत पांडे को 24 अगस्त को अजमेर आना पड़ा। पांडे ने घोषणा की कि अजमेर विद्युत वितरण निगम (डिस्काॅम) के 170 तकनीकी कर्मचारियों में से करीब सौ कर्मचारियों के तबादले निरस्त कर दिए जाएंगे। शेष कर्मचारियों को भी भीलवाड़ा और उदयपुर भेजने के बजाए किसी भी तरह अजमेर जिले में ही समायोजित किया जाएगा। अपने तबादले निरस्त करवाने के लिए तकनीकी कर्मचारी पिछले 20 दिनों से परिवार सहित धरने पर बैठे हुए थे। श्रीमंत पांडे ने जिस तरह से डिस्काॅम के एमडी महीराम विश्नोई की उपेक्षा कर तबादले निरस्त करने की घोषणा की उससे यही कहवात चरितार्थ हुई कि प्याज भी खाए और सौ …… भी। अजमेर शहर के दोनों विधायक वासुदेव देवनानी और श्रीमती अनीता भदेल भी बार-बार मांग कर रहे थे कि तबादले निरस्त किए जाएं। लेकिन डिस्काॅम एमडी ने साफ कह दिया कि तबादले मुख्यमंत्री के स्तर पर ही निरस्त किए जा सकते हैं। चूंकि रोज रोज के धरना प्रदर्शन से सरकार की भी बदनामी हो रही थी और भाजपा के विधायकों की लाचारी भी उजागर हो रही थी। इस स्थिति को देखते हुए ही सरकार ने सीएमडी पांडे को अजमेर भेजा और धरना प्रदर्शन को खत्म करवाया। सवाल उठता है कि जो कार्यवाही बीस दिन बाद 24 अगस्त को की गई वह कार्यवाही पहले दिन ही क्यों नहीं की गई। सब जानते हैं कि श्रीमंत पांडे ने अजमेर आकर वो ही किया जो राज्य सरकार ने कहा। असल में पांडे भी सरकार की मेहरबानी से ही निगम के सीएमडी बने हुए हैं। सरकार ने आईएएस की सेवानिवृत्त के बाद श्रीमंत पांडे को सीएमडी बनाकर ओबलाइज किया है।
एस.पी.मित्तल) (25-08-17)
नोट: फोटो मेरी वेबसाइट www.spmittal.in
https://play.google.com/store/apps/details? id=com.spmittal
www.facebook.com/SPMittalblog
Blog:- spmittalblogspot.in
M-09829071511 (सिर्फ संवाद के लिए)
================================
M: 07976-58-5247, 09462-20-0121 (सिर्फ वाट्सअप के लिए)