मंदिर निर्माण के लिए पक्षकारों में सहमति हो। राष्ट्रसंत गोविंददेव गिरि महाराज ने कहा कि गैर पक्षकारों में सहमति के कोई मायने नहीं।
=====
13 फरवरी को शिवरात्रि पर्व के अवसर पर राष्ट्रसंत स्वामी गोविंददेव गिरि महाराज से मेरा सीधा संवाद हुआ। देश के ज्वलंत मुद्दों पर भी गोविंद देव जी ने बेबाक टिप्पणी की। आर्ट आॅफ लिविंग के प्रणेता श्रीजी रवि शंकर द्वारा मुस्लिम संगठनों के प्रतिनिधियों से अयोध्या में राम मंदिर बनवाने की पहल के संबंध में गोविंद देव जी का कहना रहा कि जब तक संबंधित पक्षकार आपस में कोई सहमति नहीं करते तब तक ऐसे प्रयासों के कोई मायने नहीं है। उन्होंने कहा कि श्रीश्री की पहल सकारात्मक है। लेकिन इसमें उन लोगों का आगे आना चाहिए जो अदालत में पक्षकार हैं। यदि अदालत में लगातार वाद विवाद चल रहा है तो फिर अदालत के बाहर सझौते के सार्थक परिणाम सामने नहीं आएंगे। उन्होंने कहा कि सवाल मुसलमानों की सहमति और असहमति का नहीं है। सवाल देश के करोड़ों हिन्दुओं की आस्था का है। जब करोड़ों हिन्दू यह चाहते हैं कि अयोध्या में राम मंदिर बने तो सबको मिल कर प्रयास करने चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कार्यशैली के संबंध में गोविंद देव महाराज ने कहा कि अब तक मोदी के प्रयास राष्ट्रहित में रहे हैं। निःसंदेह मोदी देश के वर्तमान हालातों मे मद्देनजर फैसले ले रहे हैं और देश को सही दिशा में ले जा रहे हैं। इससे ज्यादा और क्या हो सकता है कि खाड़ी देशों की यात्रा के दौरान मोदी ने दुबई में मंदिर निर्माण का शिलान्यास भी कर दिया। यानि सनातन संस्कृति को विदेशों में भी ले जाया जा रहा है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के ताजा बयान के संदर्भ में गोविंद देव जी ने कहा कि इसे मीडिया के लोग गलत अर्थों में प्रस्तुत कर रहे हैं। भागवत का सिर्फ यह कहना रहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्वयं सेवक अनुशासित हैं और आवश्यकता पड़ने पर देश की रक्षा भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि देश के हर नागरिक को राष्ट्रभक्त होना चाहिए। यदि देश की एकता और अखंडता को बचाने के लिए जरुरत हो तो देश के हर नागरिक को तैयार रहना चाहिए। भागवत का बयान इसी संदर्भ में देखा जाए। उन्होंने कश्मीर के हालातों पर भी चिंता प्रकट की। उन्होंने कहा कि इसे दुर्भाग्य पूर्ण ही कहा जाएगा कि एक ओर सीमा पार से पाकिस्तान आतंकी हमले करवा रहा है तो दूसरी ओर पाक प्रशिक्षित आतंकी कश्मीर के घुस कर सुरक्षा बलों पर हमले कर रहे हैं। इसके साथ ही सुरक्षा बलों पर बेवजह पत्थर फेंके जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र और जम्मू कश्मीर की राज्य सरकार को संयुक्त प्रयास कर आतंकवादियों को मुंह तोड़ जवाब देना चाहिए।
35 वेद-विद्यालयों में एक हजार विद्यार्थीः
गोविंद गिरि महाराज ने बताया कि इस समय देश भर में 35 वेद विद्यालय चल रहे हैं। इन आवासीय वेद विद्यालयों में कोई एक हजार बच्चे सनातन संस्कृति की शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। पुष्कर में भी ब्रह्मा सावित्री वेद विद्यापीठ चल रही हैं। उन्होंने बताया कि इन विद्यालयों से निकलने वाले बच्चे सनातन संस्कृति के अनुरूप कर्मकांड के ज्ञाता तो होते ही हैं साथ ही अच्छे कथावाचक भी बनते हैं। हमारे विद्यालयों से उत्तीर्ण होने वाले युवाओं को विदेशों में भी रोजगार मिल रहा है। विदेशों में खासकर यूरोप में रहने वाले भारतीय मूल के नागरिकों के बीच हमारे विद्यालयों के विद्यार्थियों की बेहद मांग हैं।