राशि को ही फर्जी कंपनियों में स्थानांतरित किया।

आदर्श क्रेडिट सोसायटी और बैंक में जमा राशि को ही फर्जी कंपनियों में स्थानांतरित किया। अब तक 200 कंपनियों के बारे में पता चला। आयकर विभाग की जांच का कार्य चैथे दिन भी जारी।
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राजस्थान की सुविख्यात आादर्श क्रेडिट सोसायटी और बैंक के मालिक मुकेश मोदी, राहुल मोदी आदि के ठिकानों पर 17 जून को भी आयकर विभाग की जांच का काम जारी रहा। जांच विभाग के उदयपुर स्थित संयुक्त निदेशक एम रघुवीर के नेतृत्व में हो रही है। 100 अधिकारियों की 6 टीमें उदयपुर, सिरोही, जयपुर, जोधपुर, बीकानेर आदि शहरों में कर रही है। जांच के दौरान यह चैंकाने वाला तथ्य सामने आया है कि आदर्श क्रेडिट सोसायटी के मालिकों ने ही 200 से भी ज्यादा कंपनियां बनाई, लेकिन अब आयकर विभाग को अधिकांश कंपनियों के बारे में जानकारी नहीं मिल रही है। कपंनियों के जो पते दिए हैं वे झूठे हैं। विभाग का मानना है कि अधिकांश कंपनियां फर्जी है। ऐसी कंपनियां रियल एस्टेट आदि से जुड़ी हैं। कंपनी के माध्यम से जो जमीनें पूर्व में खरीदी गई, अब उनकी कीमत बहुत कम है। विभाग के अधिकारियों ने मुकेश मोदी राहुल मोदी आदि के बयान दर्ज किए है, लेकिन अधिकांश सवालों का जवाब संतोषजनक नहीं मिला है। उम्मीद है कि जांच का कार्य 18 जून तक पूरा हो जाएगा।
सोसायटी और बैंक में जमा राशि ही स्थानांतरित की हैः
आदर्श क्रेडिट सोसायटी और बैंक में आम लोगों द्वारा जमा कराई गई राशि को ही फर्जी कंपनियों में स्थानांतरित किया है। यह राशि कई करोड़ रुपए की बताई जा रही है। आयकर विभाग अब यह जांच कर रहा है कि जो राशि सोसायटी और बैंक में आम लोगों की थी उसे किन नियमों के तहत कंपनियों में स्थानांतरिक किया गया। मालूम हो कि आदर्श क्रेडिट सोसायटी और बैंकों में जमा राशि पर ब्याज की दर ज्यादा है, इसलिए राजस्थान एवं अन्य प्रांतों के लाखों लोगों ने अपनी मेहनत की राशि जमा कर रखी है। रिटायर हुए कर्मचारियों से लेकर गरीब आदमी तक ने अधिक ब्याज के लालच में लाखों रुपए जमा करवा रखे हैं। अब निर्धारित तिथियों पर ग्राहकों को भुगतान होता रहा है। लेकिन आयकर विभाग की ताजा कार्यवाही से सोसायटी और बैंक के ग्राहकों में भी खलबली मच गई है।
फर्जी हथियार लाइसेंस में उलझेः
सोसायटी और बैंक के मालिक मुकेश मोदी और उनका पुत्र रोहित मोदी देश के बहुचर्चित हथियार लाइसेंस के मामले में भी उलझे हुए हैं। गिरफ्तारी से बचने के लिए पिता पुत्र ने अदालत से अग्रिम जमानत करवा रखी हैं। हालांकि इस मामले में अधिकांश धनाढ्य व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है, लेकिन मुकेश मोदी और रोहित मोदी अभी तक बचे हुए हैं। आरोप है कि पिता-पुत्र ने फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर कश्मीर से रिवाल्वर का लाइसेंस हासिल किया। हालांकि अब राजस्थान की एटीएस कश्मीर से जारी लाइसेंसों की भी जांच कर रही है। इस बीच इस गंभीर मामले की जांच सीबीआई से कराने की घोषणा की गई है। फर्जी दस्तावेज से हथियार लाइसेंस पूर्वोत्तर राज्यों से भी जारी करवाए गए हैं।
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