जैन आचार्य विद्यासागर महाराज के कीर्ति स्तंभ से अजमेर का धार्मिक महत्व और बढ़ जाएगा।
जैन आचार्य विद्यासागर महाराज के कीर्ति स्तंभ से अजमेर का धार्मिक महत्व और बढ़ जाएगा। आरके मार्बल द्वारा बनाए स्तंभ का लोकार्पण 30 जून को सुधा सागर महाराज करेंगे।
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सुप्रसिद्ध जैन आचार्य विद्यासागर महाराज के कीर्ति स्तंभ के लोकार्पण को लेकर 28 जून को मुझे सुप्रसिद्ध जैन मुनि सुधासागर के दर्शन करने और आशीर्वाद लेने का अवसर मिला। जैन मुनि का कहना रहा कि 30 जून को स्तंभ के लोकार्पण के बाद देश दुनिया में अजमेर का धार्मिक महत्व और बढ़ जाएगा। जहां अजमेर को जगतपिता ब्रह्मा के मंदिर और सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह की वजह से जाना जाता हैं, वहीं लाखों श्रद्धालु आचार्य विद्यासागर महाराज के कीर्ति स्तंभ की परिक्रमा के लिए अजमेर आएंगे। जैन मुनि ने कहा कि 30 जून प्रातः सवा सात बजे दीप प्रज्ज्वलन आदि के बाद जो प्रवचन होंगे, उसकी विस्तार से जानकारी दी जाएगी। कीर्ति स्तंभ के निमंत्रण में आर के मार्बल संस्था के कंवरलाल जी, महावीर प्रसाद, अशोक, सुरेश और विमल पाटनी का पूर्ण सहयोग रहा है। एक अनुमान के मुताबिक 71 फिट ऊंचे कीर्ति स्तंभ पर कोई सात करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। 30 जून से पहले स्तंभ बना देने के लिए संबंधित फर्म को 21 लाख रुपए का ईनाम दिया गया है।
इसलिए बनाया एवं अजमेर मेंः
अजमेर के जैन इतिहास की जानकारी रखने वाले जैन विद्वान शांतिलाल बड़जात्या ने बताया कि 50 वर्ष पूर्व विद्या सागर महाराज की दीक्षा अजमेर के महावीर सर्किल के निकट ही छोटे धड़े की नसिया के परिसर में ही हुई थी। आज इसी स्थान पर स्तंभ बनाया गया, जिसमें विधासागर महाराज की जीवन यात्रा सचित्र दर्शाई गई है। उन्होंने कहा कि 50 वर्ष पूर्व जब इस स्थान पर 22 वर्षीय विद्यासागर महाराज ने आचार्य ज्ञान सागर महाराज से जब दीक्षा ली थी, तब मैं भी उपस्थित था। तब मेरे सरावगी मोहल्ला स्थित घर से विद्या सागर की बिंदौरी निकली थी। आज मेरी उम्र 86 वर्ष है, लेकिन मेरी आंखों के सामने दीक्षा समारोह ताजा है। इसे मुझ पर भगवान महावीर की कृपा ही कहा जाएगा कि मैं कीर्ति स्तंभ के लोकार्पण समारोह का गवाह भी बनूंगा। मैं चाहता हंू कि मेरे मरने से पहले एक बार विद्या सागर महाराज अजमेर में अपने दीक्षा स्थल पर आएं। बड़जात्या ने बताया कि आज विद्यासगर महाराज के 350 शिष्य हैं जो देश दुनिया में जैन धर्म का प्रचार प्रसार कर रहे हैं। पिछले दिनों ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आचार्य श्री का आशीर्वाद लिया था। 28 जून को विद्यासागर महाराज मध्यप्रदेश के मशहुर अतिशय क्षेत्र पपौरा से टीकमगढ़ के लिए विहार कर गए।
सुधासागर महाराज ससंघ नसियां मेंः
कीर्ति स्तंभ के लोकार्पण के लिए जैन मुनि सुधासागर महाराज इन दिनों अजमेर में ऐतिहासिक सोनी जी की नसिया में ससंघ विराजमान हैं। मुनिश्री के साथ मुनि महासागर, मुनि निष्कंम, क्षुल्लक गंभीर सागर, क्षुल्लक धैर्य सागर आदि भी है। तय कार्यक्रम के अनुसार 30 जून को लोकार्पण प्रातः, 11 बजे मेरवाड़ा एस्टेड में वात्सल्य भोजन, सायं 6 बजे नसिया में जिज्ञासा समाधान तथा रात 8 बजे वृत्त चित्र का प्रदर्शन होगा। इस फिल्म को मुम्बई के एस कुमार ने तैयार किया है। लोकार्पण समारोह के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नम्बर 9849989436 पर शांतिलाल बड़जात्या तथा 9414154825 पर बसंत सेठी से ली जा सकती है। समारोह में किशनगढ़ के आरके मार्बल परिवार के सदस्यों का सम्मान भी किया जाएगा।