दीपक हासानी की जन्मदिन पार्टी में देवनानी की उपस्थिति ने चौंकाया। कांग्रेस में अंतर्कहल। हाथों हाथ लगे रलावता के पोस्टर।
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य दीपक हासानी की जन्मदिन पार्टी में प्रदेश के स्कूली शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने उपस्थिति दर्ज करवा कर सबको चौंका दिया। देवनानी अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विधायक है और नवम्बर में होने वाले चुनाव में लगातार चौथीबार फिर दावेदारी जता रहे है। वहीं दीपक हासानी भी कांग्रेस का टिकिट हासिल करने के लिए ही अपने जन्मदिन को सार्वजनिक तौर पर मना रहे हैं। इसके लिए 2 जुलाई को लक्ष्मीनयन समारोह स्थल पर शानदार पार्टी की। जिस पार्टी में उत्तर क्षेत्र के सिंधी समुदाय के लोग बड़ी संख्या में शामिल थे, लेकिन देवनानी ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवा कर सबको चौंका दिया। इस उपस्थिति से देवनानी को राजनीतिक फायदा होगा या नुकसान यह तो चुनाव के समय ही पता चलेगा, लेकिन इससे हासानी का राजनीतिक कद बढ़ा है। एक तरह से देवनानी ने हासानी को अपना प्रतिद्वंदी मान लिया है। देवनानी को भी लगता है कि हासानी से ही मुकाबला होगा। यही वजह है कि देवनानी की उपस्थिति को लेकर भाजपा में अनेक चर्चाएं व्याप्त हैं। कुछ कार्यकर्ता देवनानी की उपस्थिति को गलत मान रहे हैं।
कांग्रेस में अंतर्कलहः
देवनानी ने उपस्थिति दर्ज करवा कर भले ही हासानी का कद बढाया हो, लेकिन जन्मदिन के अवसर पर कांग्रेस में अंतर्कलह सामने आई है। 2 जुलाई को जब जन्मदिन का जश्न हो रहा था, तब हासानी के पोस्ट शहर के प्रमुख स्थानों से हटाए जा रहे थे। थोड़ी ही देर में हासानी के पोस्टर की जगह प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव महेन्द्र सिंह रलावता के पोस्टर लग गए। इन पोस्टरों में खुले तौर पर रलावता को उत्तर क्षेत्र से कांग्रेस का उम्मीद बनाने की मांग रखी गई। हालांकि हासानी के पोस्टर में उम्मीदवारी का कोई जिक्र नहीं था, लेकिन रलावता के समर्थक तो उम्मीदवारी के लिए उतावले दिखे। हालांकि रलावता ने ऐसे पोस्टर लगाने से इंकार किया है। रलावता का कहना रहा कि वे अजमेर से बाहर हैं। वे कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत और प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट के निर्देश पर संगठन के कार्यों में व्यस्त हैं। रलावता को पायलट का समर्थक माना जाता है, लेकिन बदली हुई परिस्थितियों में रलावता अब अशोक गहलोत का नाम भी लेने लगे हैं। 2 जुलाई को जिस तरह हासानी के पोस्टर हटाए उससे सिंधी समुदाय में भी नाराजगी है। मालूम हो कि विधानसभा चुनाव में रलावता भी अजमेर उत्तर क्षेत्र से कांग्रेस में दावेदारी जता रहे हैं, लेकिन जिस प्रकार कांग्रेस में अंतर्कलह देखने को मिली है उससे भाजपा विधायक देवनानी के समर्थक खुश है।