रिटायरमेंट से तीन महीने पहले आईएस दीपक उप्रेती को राजस्थान लोक सेवा आयोग का अध्यक्ष बनाया। आरएएस प्री की परीक्षा सबसे बड़ी चुनौती।
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21 जुलाई को राज्य सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए आईएएस दीपक उप्रेती को राजस्थान लोक सेवा आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया है। उप्रेती वर्तमान में अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह विभाग) के पद पर कार्यरत हैं। उप्रेती इसी वर्ष अक्टूबर माह में आईएएस के पद से रिटायर हो रहे हैं। यानि सरकार ने रिटायरमेंट के तीन माह पहले उप्रेती को आयोग का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया, अब उप्रेती आयोग के अध्यक्ष के पद पर दो वर्ष तीन माह तक कार्य करेंगे। आयोग में अध्यक्ष की सेवानिवृत्ति की उम्र 62 वर्ष है। आयोग का अध्यक्ष वरिष्ठता के अनुरूप उप्रेती का मुख्य सचिव के पद पर दाव था। ऐसा प्रतीत होता है कि उप्रेती को आयोग का अध्यक्ष बना कर सरकार ने उपकृत किया है। हालांकि प्रशासनिक सेवा में उप्रेती की छवि साफ सुथरी मानी जाती है। उप्रेती पूर्व में अजमेर के संभागीय आयुक्त के पद पर भी कार्य कर चुके हैं। प्रदेश में सरकार कांग्रेस की हो या भाजपा की उप्रेती हर सरकार में फिट बैठते हैं। अध्यक्ष घोषित होने के बाद उप्रेती का कहना रहा कि आयोग के काम काम को गति देने के साथ-साथ निष्पक्षता और पारदर्शिता भी रखी जाएगी।
आरएएस प्री की परीक्षा की चुनौतीः
राजस्थान लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष का पद पिछले ढाई माह से रिक्त पड़ा है। राधेश्याम गर्ग के एक मई को सेवानिवृत्त होने के बाद से ही अध्यक्ष का पद खाली है। नवनियुक्त अध्यक्ष उप्रेती के सामने सबसे बड़ी व पहली चुनौती आरएएस प्री 2018 को करवाने की होगी। 5 अगस्त को होने वाली इस परीक्षा में 5 लाख से भी ज्यादा अभ्यर्थी भाग ले रहे हैं। परीक्षा में मात्र 15 दिन शेष है। लेकिन कहा जा रहा है कि अभी प्रश्न पत्र की प्रिंटिंग का भी निर्णय नहीं लिया गया है। असल में गर्ग के रिटायरमेंट के बाद किसी सदस्य को कार्यवाहक अध्यक्ष भी नहीं बनाया गया। ऐसे में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय अटके हुए पड़े हैं। इसी प्रकार स्कूली व्याख्याता के पांच हजार के पदों पर भर्ती के मामला भी अधर में है। कोर्ट से स्टे होने के कारण 7 हजार सैकंड ग्रेड शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो पा रही है। कुल मिमलाकर आयोग का ढर्रा पूरी तरह बिगड़ा हुआ है। देखना होगा कि उप्रेती आयोग को कितने दिनों में ठीक कर पाते हैं। नवम्बर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अनेक पदों के लिए भर्तियां करनी है।