वसुंधरा और किरण माहेश्वरी की जमानत जब्त करवाएगा राजपूत और रावणा राजपूत समाज। राजस्थान गौरव यात्रा का भी होगा जगह-जगह विरोध। अमित शाह की सभा में भी हंगामा।
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जय राजपूतना संघ के संस्थापक भंवर सिंह रेटा ने कहा कि नवम्बर में होने वाले विधानसभा चुनाव में राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे की झालावाड़ा तथा प्रदेश की उच्च शिक्षा मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी के राजसमंद क्षेत्र से जमानत जब्त करवाई जाएगी। इसके लिए राजपूत और रावणा राजपूत समाज के हजारों युवा अभी से जुट गए हैं। वसुंधरा राजे सीएम रहते दोनों समाजों को कुलचने में कोई कसर नहीं छोड़ी तो माहेश्वरी राजपूत समाज का मजाक उड़ाते हुए चूहा कहा। राजपूत समाज को चूहा कहने की हिम्मत दिखाने वाली किरण माहेश्वरी को अब बताया जाएगा कि राजपूत समाज में कितनी ताकत है। रेटा ने कहा कि माहेश्वरी को चुनाव से पहले भी सबक सिखाया जा सकता है। इसके लिए समाज के युवक-युवतियों को तैयार किया जा रहा है।
यात्रा का विरोधः
जय राजपूताना संघ के संस्थापक रेटा ने 2 अगस्त को उदयपुर के राजसमंद में पत्रकार वार्ता की। राजसमंद से ही चार अगस्त को सीएम राजे अपनी राजस्थान गौरव यात्रा शुरू करेंगी। इस अवसर पर होने वाली सभा में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमितशाह भी शामिल होंगे। रेटा ने कहा कि शाह की आम सभा में कुछ भी हो सकता है। किसी भी तरीके से सीएम राजे के प्रति नाराजगी दिखाई जाएगी। सीएम की यात्रा जिन स्थानों से गुजरेगी, वहां भी राजपूत और रावणा राजपूत समाज के लोग विरोध प्रकट करेंगे। यह विरोध काले झंडे दिखाकर या फिर काले गुब्बारे उड़ाकर किया जाएगा। रेटा ने कहा कि यह गौरव यात्रा नहीं बल्कि अपने पांच वर्ष के कार्यकाल में राजपूत और रावणा राजपूत समाज के साथ धोखा ही धोखा किया है। आरक्षण आंदोलन, पद्मावती आंदोलन, आनंदपाल आंदोलन आदि सभी में राजपूत और रावणा राजपूत समाज के युवाओं के खिलाफ जो मुकदमें दर्ज किए वह आज भी चल रहे हैं। समाज के सभी आंदोलनों को कुचलने में सीएम राजे ने कोई कसर नहीं छोड़ी। समाज की इस नाराजगी की वजह से ही हाल ही के उपचुनावों में सभी 17 विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। लेकिन इतनी बुरी हार से भी सीएम ने कोई सबक नहीं लिया। समाज की एकता को तोड़ने के लिए भाजपा से जुड़े राजपूत नेताओं से अपने जयकारें लगवा लिए। रेटा ने कहा कि जिन नेताओं की समाज में इज्जत है। उनमें से एक भी नेता सीएम के साथ नहीं है। आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति बनाने के लिए राजपूत-रावणा राजपूत संघर्ष समिति की बैठक जल्द ही जयपुर में हो रही है। भाजपा और वसुंधरा राजे का विरोध करने का मतलब यह नहीं की हम कांग्रेस के समर्थक है। असल में कांग्रेस ने भी हमारे समाज का शोषण किया है। उपचुनाव में हमारी वजह से ही कांग्रेस को जीत मिली थी।