31 अगस्त को भीलवाड़ा के शाहपुरा में जुटेंगे घुमंतू समुदाय के लोग।
10 प्रतिशत आरक्षण की मांग।
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घुमंतू विमुक्त व अर्द्ध घुमंतू समुदाय से जुड़े हजारों लोग आगामी 31 अगस्त को भीलवाड़ा के शाहपुरा कस्बे में जुटेंगे। 21 अगस्त को अजमेर के सर्किट हाउस में प्रेस काॅन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राजस्थान विमुक्त घुमंतू एवं अर्द्धघुमंतू कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष गोपाल केशावत ने कहा कि 31 अगस्त 1952 को हमारे समुदाय के लोगों को तात्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने क्रीमिनल ट्राइबन एक्ट से मुक्ति दिलाई थी, तभी से प्रति वर्ष 31 अगस्त को हमारा समुदाय मुक्ति दिवस का आयोजन करता आ रहा है। केशावत ने आरोप लगाया कि वर्तमान भाजपा सरकार हमारे समुदाय की लगातार उपेक्षा कर रही है। कांग्रेस के शासन में अशोक गहलोत ने घुमंतू और अर्द्धघुमंतू जाति के लोगों के कल्याण के लिए बोर्ड का गठन किया था। लेकिन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भाजपा के शासन ने इस बोर्ड का गठन नहीं किया। इससे समुदाय की विभिन्न जातियों में नाराजगी है। केशावत ने कहा कि राजस्थान में करीब एक करोड़ जनसंख्या घुमंतू समुदाय की है। लेकिन हमारा समुदाय राजनीति का शिकार हो रहा है। चुनावों में समुदाय के प्रतिनिधियों को उचित प्रतिनिधित्व नहीं दिया जाता है। उन्होंने मांग की है कि दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों को 50-50 उम्मीदवार घुमंतू समुदाय से बनाने चाहिए। इसके साथ ही केशावत ने 10 प्रतिशत आरक्षण की मांग की है। केशावत ने बताया कि अब घुमंतू समुदाय राजस्थान भर में स्थाई निवास कर रहा है। मतदाता पहचान पत्र से लेकर आधार कार्ड तक है ऐसे में हमारे समुदाय के लोगों के वोट का भी महत्व है। सरकार कुछ जातियों के दबाव में आकर आरक्षण दे रही है। यदि ऐसा होता है तो यह घुमंतू समुदाय के साथ अन्याय होगा। केशावत ने घुमंतू समुदाय की समस्याओं को भी मीडिया के सामने रखा। राजस्थान के घुमंतू समुदाय के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नम्बर 9829682319 पर गोपाल केशावत से ली जा सकती है।