अजमेर में कारोबारियों के यहां अघोषित सम्पत्तियां, नकद राशि और ज्वैलरी मिली। आयकर विभाग की जांच का काम जारी। ब्रोकर और डीडराइटर की वजह से उलझ सकते हैं 100 और कारोबारी।
=====
अजमेर शहर के पांच प्रमुख कारोबारियों के यहां आयकर विभाग ने 12 सितम्बर को जो छापामार कार्यवाही की वह 13 सितम्बर को भी जारी रही। हालांकि डीडराइटर अनिल भारद्वाज और ब्रोकर सत्यनारायण जाजू के यहां से विभाग की टीमें लौट आई, लेकिन नया बाजार के प्रमुख लकड़ी और प्लाइवुड के रामगोपाल प्रेम प्रकाश, पड़ाव स्थित जैन नमकीन के कमल जैन तथा पुष्कर रोड स्थित हैचरी के मालिक महेश केवलरमानी व कैलाश केवल रमानी के यहां जांच का काम जारी है। आयकर विभाग की यह कार्यवाही संयुक्त आयकर आयुक्त एम रघुवीर के निर्देशन में हो रही है। कार्यवाही की गंभीरता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि एम रघुवीर भी अजमेर में ही डेरा डाले हुए हैं। जानकार सूत्रों के अनुसार कारोबारियों के यहां से अघोषित सम्पत्तियों के साथ-साथ बड़ी मात्रा में नकद राशि और करोड़ों रुपए की जैवलरी मिली है। विभाग की जांच का काम अभी जारी है। विभाग के अधिकारियों को बेनामी सम्पत्तियों के मिलने की उम्मीद है। बैंक लाॅकरों की तलाशी भी ली जा रही है। पड़ाव स्थित जैन नमकीन के प्रतिष्ठानों और निवास से कोई 75 लाख रुपए की नकद राशि मिलने की जानकारी है। इतनी बड़ी राशि नकद मिलने पर आयकर विभाग को भी आश्चर्य हो रहा है।
उलझ सकते हैं सौ करोबारीः
डीडराइटर अनिल भारद्वाज और ब्रोकर सत्यनारायण जाजू के यहां से जो दस्तावेज बरामद हुए हैं उनसे शहर के 100 कारोबारी उलझ सकते हैं। सूत्रों के अनुसार इन दोनों के जरिए हवाला के माध्यम से भी करोड़ों रुपए का लेन देन हुआ है। यह लेन देन भारत ही नहीं बल्कि सींगापुर, दक्षिण अफ्रीका, इटली, दुबई आदि देशों से भी है। जिन कारोबारियों ने हवाला के माध्यम से करोड़ों रुपए इधर से उधर पहुंचाए उनके नाम आयकर विभाग को मिले हैं। यही वजह है कि अब अजमेर के व्यापार जगत में जबर्दस्त खलबली मच गई है। व्यापारियों का कहना है कि बाजार पहले ही मंद के दौर से गुजर रहा है, उस पर यदि छोटे बड़े व्यापारियों पर इतनी बड़ी कार्यवाही होतीे है तो बाजार के हालात और बिगड़ेंगे। आयकर विभाग कम्प्यूटर, लेपटाॅप, मोबाइल जैसे इलेक्ट्राॅनिक उपकरणों की भी गहनता के साथ जांच पड़ताल कर रहा है।