लोकेन्द्र कालवी और महिपाल मकराना को जयपुर की रैली में भीड़ जुटाने में अपेक्षित सफलता नहीं मिली।

लोकेन्द्र कालवी और महिपाल मकराना को जयपुर की रैली में भीड़ जुटाने में अपेक्षित सफलता नहीं मिली। खुश हो सकते हैं मुख्यमंत्री के समर्थक।
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27 अक्टूबर को जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में राजपूत करणी सेना की ओर से हुंकार रैली की गई, इस रैली के अगवा लोकेन्द्र सिंह कालवी और महिपाल मकराना थे। 7 दिसम्बर को होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजपूत समाज में जो उत्साह है उसे देखते हुए रैली स्थल पर कुर्सियों पर बैठने के लिए बड़े इंतजाम किए गए, लेकिन रैली स्थल  पर अपेक्षित भीड नहीं जुट सकी। रैली का उद्देश्य एससी एसटी एक्ट के प्रावधानों को लेकर भी था। रैली में नेताओं ने जोदार भाषण तो दिया, लेकिन भीड़ नहीं जुटने का दबाव नेताओं के चेहरे पर देखा गया। करणी सेना के आव्हान पर हुई रैली में अपेक्षित भीड़ नहीं जुटने से मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समर्थक खुश हो सकते हैं। असल में लोकसभा के दो उपचुनावों में राजपूत समाज के विभिन्न संगठनों ने सीएम राजे का खुला विरोध किया था। सत्ता विरोधी माहौल का एक कारण राजपूत समाज की नाराजगी भी गिनाई जा रही हैं। इस रैली को सफल बनाने के लिए पिछले कई दिनों से प्रचार प्रसार किया जा रहा था। लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि उपचुनाव के दौरान समाज की एकता देखने को मिली, वह प्रभावित हुई है। राजस्थान में राजपूत समाज के कई संगठन बने हुए हैं। प्रमुख संगठनों के प्रतिनिधियों को भी रैली में नहीं देखा गया। हालांकि कालवी और मकराना को राजपूत समाज का मजबूत नेता माना जाता है। समाज को एकजुट कराने में इन दोनों नेताओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। पिछले दिनों काम करने के तरीके को लेकर सुखदेवी सिंह गोगामेड़ी ने श्रीराजपूत करणी सेना का गठन कर लिया था। अपनी सेना के माध्यम से गोगामेड़ी ने प्रदेश भर में अनेक कार्यक्रम किए हैं। वहीं कालवी और मकराना के समर्थकों का दावा रहा कि रैली में अपेक्षित भीड़ जुटी है। वहीं सभा के बाद कालवी ने स्वीकार किया कि रैली में भीड़ नहीं जुट सकी। उन्होंने कहा कि आज हम दो कदम पीछे हटे, लेकिन आने वाले दिनों में और ताकत के साथ अपने कार्यक्रम करेंगे। करवा चैथ व्रत व अन्य कारणों से भी समाज के लोग एकत्रित नहीं हो सके।
रेटा मंच पर नहीं गएः
जय राजपूताना संघ के संस्थापक भंवर सिंह रेटा 27 अक्टूबर को कुछ देर के लिए रैली में उपस्थित रहे, लेकिन वे मंच पर नहीं गए। रेटा ने बताया कि 26 अक्टूबर को ही मकराना का फोन आया था और रैली को सफल बनाने के लिए सहयोग मांगा था। इसी नाते मैं कुछ देर के लिए रैली में उपस्थित रहा।
सूचना नहीं दी-गोगामेड़ीः
जयपुर की रैली में गैर मौजूदगी के संबंध में श्री राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने कहा कि उन्हें रैली के बारे में आयोजकों ने कोई सूचना नहीं दी। यदि मुझे सूचना दी जाती तो विद्याधर नगर स्टेडियम में पैर रखने की जगह नहीं होती। गोगामेड़ी ने बताया कि मैंने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुरूप कोटपुतली के विराटनगर विधानसभा क्षेत्र में एक सभा की है। इस सभा में पांच हजार से भी ज्यादा लोग उपस्थित रहे। गोगामेड़ी ने कहा कि जिस प्रकार उपचुनाव में एकजुट होकर वसुंधरा राजे का विरोध किया गया, उसी प्रकार विधानसभा चुनाव में भी किया जाएगा।
प्रमुख संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित नहींः
कालवी और मकराना की ओर से आयोजित हंुकार रैली में प्रदेश के प्रमुख संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित नहीं रहे। इनमें गौगामेड़ी की सेना के साथ-साथ छत्रिय युवक संघ,  श्री राजपूत सभा जयपुर आदि संगठन शामिल हैं।
एस.पी.मित्तल) (27-10-18)
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