सोनिया के घर पर राहुल के साथ बैठक।
पर राजस्थान के टिकिट फाइनल नहीं।
मीडिया की खबरों को ख्वाब बताया।
========
7 दिसम्बर को होने वाले विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों को लेकर 31 अक्टूबर को दिल्ली में कांग्रेस की सुप्रीमो सोनिया गांधी के निवास 10 जनपथ पर केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई। इस बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, स्क्रीनिंग कमेटी की अध्यक्ष कुमारी शैलेजा, संगठन महासचिव अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट, प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे आदि ने भाग लिया। बैठक में राहुल गांधी ने दो टूक शब्दों में कहा कि उन्हीं को उम्मीदवार बनाया जाए जो जीतने की स्थिति में हैं। संयुक्त सहमति से उम्मीदवारों का निर्णय होना चाहिए। बैठक में विभिन्न सर्वें और प्रभारी सचिवों की रिपोर्ट पर भी विचार किया गया। कई विधानसभा क्षेत्रों में गहलोत और पायलट ने अपनी राय दी। बैठक के बाद कुमारी शैलेजा ने कहा कि आज की बैठक में एक भी नाम पर निर्णय नहीं हुआ है। ऐसी बैठक आने वाले दिनों में दो तीन होंगी, तब निर्णय हो सकेगा। मीडिया में जो नाम चल रहे हैं वे मीडिया का ख्वाब है। उन्होंने कहा कि मैं स्क्रीनिंग कमेटी की अध्यक्ष हंू और यह बात कह रही हंू कि अभी कोई नाम फाइनल नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि आज की बैठक महत्वपूर्ण रही।
दावेदारों का जमावड़ाः
29 और 30 अक्टूबर को गहलोत, पायलट आदि बड़े नेताओं की उपस्थिति में उम्मीदवारों पर मंथन हुआ। इसलिए प्रदेश भर के दावेदार दिल्ली में डेरा जमाए हुए थे। 31 अक्टूबर की सुबह जैसे ही यह जानकारी मिली कि सोनिया गांधी के निवास पर केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी तो सैकड़ों दावेदार सोनिया के घर के बाहर एकत्रित हो गए। हालांकि ऐसे दावेदारों की मुलाकात पायलट और गहलोत से नहीं हो रही है। लेकिन फिर भी दावेदार दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं। 31 अक्टूबर की बैठक में राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अहमद पटेल भी उपस्थित रहे।
दो बार हार का फार्मूला नहींः
जानकार सूत्रों के अनुसार कांगे्रस की बैठक में दो बार लगातार हारने वाले नेता को उम्मीदवार नहीं बनाए जाने का मामला भी उठा, लेकिन इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ। पूर्व में कहा जा राहा था कि जो नेता दो बार लगातार हार चुका है उसे उम्मीदवार नहीं बनाया जाएगा।