मतदान में दिखा अंडर करंट राजस्थान में नरेन्द्र मोदी का चेहरा भाजपा और वसुंधरा राजे को कितना संभालेगा?
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Sp mittal
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December 7, 2018
मतदान में दिखा अंडर करंट
राजस्थान में नरेन्द्र मोदी का चेहरा भाजपा और वसुंधरा राजे को कितना संभालेगा?
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7 दिसम्बर को राजस्थान की 199 सीटों पर शांतिपूर्ण मतदान हो गया। प्रदेशभर के अधिकांश मतदान केन्द्रों पर प्रातः8 बजे से लम्बी कतारें लग गई। मतदान में महिलाओं और युवाओं ने भी बढ़ चढ़ कर भाग लिया। शाम तक मतदान केन्द्रों पर भीड़ होती गई। मतदान की भीड़ को देखते हुए अंडर करंट भी नजर आया। ऐसा लगा कि मतदाताओं ने पहले से ही मन बना लिया था। मतदाता जैसे ही ईवीएम पर पहुंचा, वैसे ही उसने बटन दबा दिया। भाजपा और कांग्रेस ने भले ही प्रचार पर पानी की तरह पैसा बहाया, लेकिन मतदाता ने अपने मन के मुताबिक वोट दिया। पिछले पांच वर्षों में जनप्रतिनिधियों ने जो गैर जिम्मेदाराना व्यवहार किया, उसका बदला भी मतदाताओं ने ईवीएम का बटन दबा कर लिया। अंडर करंट का अहसास मतदान केन्द्र के बाहर लगी राजनीतिक दलों की टेबलों पर भीड़ से ही हो रहा था। मतदाता अपनी नाराजगी का जवाब ईवीएम में तलाश रहा था। अंडर करंट का एक बडा कारण क्षेत्रीय विधायकों का व्यवहार भी रहा। जो मतदाता पांच वर्ष में एक बार भी विधायक के दर पर गया और उसे हालात नजर आए, उसका बदला भी ईवीएम के बटन से लिया। हालांकि हार जीत का पता 11 दिसम्बर को चलेगा, लेकिन मतदान के दौरान अंडर करंट के बीच यह सवाल अहम है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का चेहरा भाजपा और सीएम वसुंधरा राजे को कितना संभालेगा? अंडर करंट के बीच ऐसे मतदाता भी दिखे, जिन्हें ईवीएम पर सिर्फ मोदी का चेहरा नजर आया। ऐसे मतदाता भले ही अपने क्षेत्र के उम्मीदवारों को न जानते हों, लेकिन उन्होंने मोदी के चेहरे को देख कर वोट दिया। ऐसा वोट नकारात्मक माहौल पर कितना कारगार होता है। इसका पता 11 दिसम्बर को ही चलेेगा। इस बीच 7 दिसम्बर को भी सीएम वसुंधरा राजे और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट अपने अपने दावों पर कायम रहे। पायलट ने कहा कि बदलाव का माहौल मतदान के दिन हकीकत में बदल गया और प्रदेश मंे कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। वहीं राजे ने कहा कि प्रदेश फिर से भाजपा की सरकार बनेगी। मतदाता कांग्रेस की झांसेबाजी को समझ गया है।