शरद यादव का बयान राजस्थान की महिलाओं का अपमान है।
आखिर वसुंधरा राजे अभी भी निर्वाचित मुख्यमंत्री हैं।
खुद राजे ने भी बताया शर्मनाक। अशोक को मांगनी पड़ी थी माफी।
सीएम ने खाट पर बैठ कर किया भोजन।
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जेडीयू से निकाले गए पूर्व केन्द्रीय मंत्री शरद यादव ने राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लेकर जो आपत्तिजनक टिप्पणी की है उसे किसी भी स्थिति में उचित नहीं ठहराया जा सकता। राजस्थान में भाजपा के खिलाफ चुनाव प्रचार के लिए आए शरद यादव ने मंडावर में कहा कि वसुंधरा राजे बहुत मोटी हो गई है, इसलिए उन्हें आराम दिया जाए। राजस्थान में शाम सात बजे बाद सरकार नहीं होती। यह माना कि लोकतंत्र में आलोचना करने का अधिकार है, लेकिन एक निर्वाचित मुख्यमंत्री के लिए मोटी जैसे शब्दों का इस्तेमाल बेहद शर्मनाक हैं। यह अपमान सिर्फ वसुंधरा राजे का ही नहीं, बल्कि राजस्थान भर की महिलाओं का है। जब तक चुनाव परिणाम नहीं आता तब तक वसुंधरा राजे ही राजस्थान की सीएम हैं। 7 दिसमबर को खुद सीएम राजे ने भी शरद यादव के बयान को शर्मनाक बताया है। राजे ने कहा कि शरद यादव के परिवार में भी बहन-बेटियां होंगी। सीएम को इस बात का अफसोस रहा कि शरद यादव ने उनकी माताजी विजयराजे के साथ काम किया है, लेकिन फिर भी मेरे लिए ऐसी टिप्पणी की है। समझ में नहीं आता कि ऐसी टिप्पणियां महिलाओं के लिए ही क्यों की जाती है? सीएम राजे की पीडा जायज है। हम मुख्यमंत्री के तौर पर वसुंधरा राजे के काम काज की आलोचना कर सकते हैं, लेकिन एक महिला होने के नाते हमें वसुंधरा पर व्यक्तिगत टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है। अच्छा हो कि कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत की तरह शरद यादव भी जल्द से जल्द वसुंधरा राजे से माफी मांगे। मालूम हो कि अमितशाह के सामने वसुंधरा राजे के कमर तक झुकने वाले बयान पर अशोक गहलोत ने सार्वजनिक मंच से माफी मांगी थी। हालांकि गहलोत की माफी पर भी वसुंधरा राजे का कहना था कि ये लोग अपनी आदतों से बाज नहीं आएंगे, कल फिर कुछ कहेंगे। वसुंधरा की आशंका सही निकली। गहलोत के माफी मांगने के दो दिन बाद ही शरद यादव का बयान सामने आ गया है। शरद यादव भी कांग्रेस के महागठबंधन में शामिल हैं। विधानसभा चुनाव में भी शरद यादव कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के उम्मीदवार को जीतवाने के लिए राजस्थान के दौरे पर रहे।
वसुंधरा राजे ने दिखाई आम महिला की छवि:
7 दिसम्बर को सीएम वसुंधरा राजे ने अपने चुनाव क्षेत्र झालावाड़ में आम महिला की छवि का प्रदर्शन किया। विपक्ष के महारानी होने के आरोपों का जवाब देते हुए वसुंधरा राजे झालावाड़ में भाजपा के एक कार्यकर्ता के फार्म हाउस में खाट पर बैठी और खाट पर ही दोपहर का भोजन किया। सब्जी रोटी के साथ-साथ सीएम ने ग्रामीण महिला की मूली भी चबाई। खाट पर रोटी खाते समय सीएम ने टीवी चैनल वालों को इंटरव्यू भी दिया। सीएम ने कहा कि मेरा खाट पर बैठना भले ही आम लोगों को अजूबा लग रहा हो, लेकिन मैं तो साधारण जीवन व्यतीत करती हंू। मुझे चूल्हे पर पकी रोटी स्वादिष्ट लगती है।