तो क्या पायलट का हवाई दौरा अजमेर में झुनझुनवाला को जीत दिला पाएगा?
by
Sp mittal
·
April 22, 2019
तो क्या पायलट का हवाई दौरा अजमेर में झुनझुनवाला को जीत दिला पाएगा?
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और डिप्टी सीएम सचिन पायलट 22 अप्रैल को अजमेर के दौरे पर रहे। अजमेर संसदीय क्षेत्र के 8 विधानसभा क्षेत्रों में से 7 में पायलट आम सभाएं कर रहे हैं। एक दिन में 6 चुनावी सभाएं हो जाएं, इसके लिए पायलट ने हैलीकॉप्टर का उपयोग किया है। वैसे तो आज कल हर नेता हैलीकॉप्टर का उपयोग करने लगा है, लेकिन ऐसे नेता कम ही है जो एक संसदीय क्षेत्र के लिए हैलीकॉप्टर का उपयोग कर रहे हैं। पायलट के साथ प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा भी रहे। असल में अजमेर में पायलट और रघु की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है, इसलिए दोनों नेता अब कोई कसर नहीं छोडऩा चाहते। हालांकि कार्यकर्ता तो बहुत पहले से पायलट और रघु का इंतजार कर रहे थे, लेकिन ये दोनों नेता तब आएं हैं, जब प्रचार के लिए मात्र पांच दिन बचे हैं। पायलट और रघु दोनों ही एक-एक बार अजमेर से सांसद रहे चुके हैं। रघु ने तो 15 माह पहले ही लोकसभा का उपचुनाव जीता है। जनवरी 2018 में हुए लोकसभा के उपचुनाव में रघु को संसदीय क्षेत्र के आठों विधानसभाओं में बढ़त मिली थी, लेकिन हाल ही में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सिर्फ केकड़ी और मसूदा में ही जीत दर्ज करापाई। किशनगढ़ और दूदू में तो कांग्रेस प्रत्याशी की जमानत ही जब्त हो गई, जबकि अजमेर उत्तर, दक्षिण, नसीराबाद और पुष्कर में कांग्रेस को बुरी हार का सामना करना पड़ा। यही वजह है कि पायलट के हवाई दौरे के साथ ही यह सवाल उठता है कि क्या यह दौरा कांगे्रस प्रत्याशी रिजु झुनझुनवाला को जीत दिलवा पाएगा? रिजु ने गत 9 अप्रैल को नामांकन दाखिल किया था, तभी से रिजु अपनी सास पूर्व मंत्री श्रीमती बीना काक के साथ संघर्ष कर रहे हैं। हालांकि इस बीच दो तीन बार सीएम अशोक गहलोत की सभाएं भी हुई है, लेकिन चुनाव की रणनीति सास-दामाद ने ही बनाई। हालांकि चुनावी सभाओं में बीना काक ने कई बार कहा कि रिजु तो भीलवाड़ा से चुनाव लडऩा चाहता था, लेकिन सचिन पायलट और रघु शर्मा अजमेर ले आए। सूत्रों की माने तो कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के सामने पायलट और रघु शर्मा ने ही रिजु की जीत की गारंटी ली है। कार्यकर्ताओं में भी यही धारणा है कि रिजु तो पायलट और रघु के उम्मीदवार हैं। रघु पर ज्यादा जिम्मेदारी इसलिए भी है कि उनका केकड़ी विधानसभा क्षेत्र भी अजमेर में ही आता है। उपचुनाव में रघु ने केकड़ी से 34 हजार मतों की बढ़त ली थी, लेकिन विधानसभा में रघु मात्र 17 हजार मतों से ही जीत पाए। यही वजह है कि केकड़ी से रिजु को बढ़त दिलवाने में रघु को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। यदि केकड़ी से बढ़त नहीं मिलती है तो रघु का चिकित्सा मंत्री का पद भी खतरे में पड़ सकता है। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव विवेक बंसल ने राहुल गांधी के हवाले से कहा भी है कि यदि मंत्रियों के क्षेत्रों में हार होती है तो फिर मंत्री पद भी छीन लिया जाएगा। भाजपा का प्रयास है कि केकड़ी से बड़ी लीड लेकर कांग्रेस को तगड़ा झटका दिया जाए। 22 अप्रैल को पायलट का हवाई दौरा कितना कारगार रहा है, इसका पता तो 23 मई को परिणाम वाले दिन ही चलेगा।