तो पहले ही दिन सख्त अंदाज में चलाई ओम बिरला ने लोकसभा।
हिन्दी को अंग्रेेजी में समझने के लिए सांसदगण माइक लगा लें।
संसद परिसर में किया योग। कोटा में बनवाया था विश्व रिकॉर्ड।
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21 जून को लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने सांसदों को साफ कह दिया कि उनका हिन्दी का कथन अंग्रेजी में समझने के लिए माइक लगा लगे। उनका कथन सभी भाषाओं में ट्रांसलेट हो रहा है। असल में 21 जून को जब तीन तलाक के बिल पर हंगामा हो रहा था, तब एक सांसद ने बिरला से अंग्रेजी में बोलने को कहा। राजस्थान के कोटा के सांसद ओम बिरला का 21 जून को लोकसभा अध्यक्ष के तौर पर पहला दिन था। 19 जून को चुनाव के बाद सभी दलों के नेताओं के संबोधन के साथ लोकसभा स्थगित हो गई। 20 जून को राष्ट्रपति का अभिभाषण हुआ। सही मायने में बिरला को 21 जून को लोकसभा चलाने का अवसर मिला। बिरला आमतौर पर हिन्दी में ही बोलते हैं और उन्होंने भविष्य में हिन्दी में ही बोलने के संकेत दे दिए हैं। बिरला ने पहले दिन साफ कर दिया कि वे सख्ती के साथ सदन का संचालन करेंगे। कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी और शशि थरूर जब आपस में बात कर रहे थे, तब बिरला ने दोनों का नाम लेकर चेतावनी दी। बिरला का कहना रहा कि सदन में जब कोई मंत्री बोल रहा हो तब सदस्य आपस में बात नहीं कर सकते हैं। जब एक साथ कई सदस्य चिल्लाने लगे तो बिरला अध्यक्ष के आसन से खड़े हो गए और सख्त लहजे में कहा कि जब आसन अपने पैरों पर खड़ा है तो कोई भी सदस्य बोल नहीं सकता है। सख्ती का सदस्यों पर असर भी हुआ। बिरला ने संकेत दिया कि उन्हें अनुभवहीन न समझा जाए। बिरला ने कहा कि वे तीन बार विधायक और दूसरी बार सांसद बने हैं। उन्हें संसदीय परंपराओं का अच्छी तरह ज्ञान हैं। वे संसदीय नियमों के तहत ही लोकसभा का संचालन करेंगे। जानकारों की माने तो बिरला ने पहले ही दिन अपनी काबिलीयत साबित कर दी है। आमतौर पर प्रश्नकाल में भी हंगामा होता है, लेकिन 21 जून को प्रश्नकाल शांतिपूर्ण तरीके से चला। प्रश्रकाल में सांसद के प्रश्न के साथ पूरक प्रश्न और मंत्री के जवाब देने की व्यवस्था है, लेकिन इसके बावजूद भी एक घंटे के प्रश्नकाल में सात से भी ज्यादा सवालों का निपटारा हो गया। इसके लिए सभी सांसदों ने बिरला का आभार जताया। बिरला ने भाजपा के सांसदों से भी कहा कि जब वे विपक्ष के नेताओं से संवाद कर रहे हैं तब टोका टाकी नहीं होनी चाहिए। संसदीय राज्यमंत्री अर्जुन मेघवाल ने अपने जवाब पर बोलना शुरू किया तो बिरला ने बैठने का आदेश दे दिया। बिरला ने कहा कि मंत्री महोदय आपका जवाब चार नम्बर का है, जबकि मैं तीन नम्बर की आवाज लगा रहा हूं। यानि बिरला अपने कार्य को लेकर भी बेहद जागरुक हैं। बिरला के सिर्फ हिन्दी में ही बोलने से हिन्दी समझने वाले सांसदों में खुशी की लहर है। इस बार संसद में अधिकांश सांसद हिन्दी समझते और बोलते हैं।
संसद परिसर में योग:
21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने संसद परिसर में ही योग का कार्यक्रम आयोजित करवाया। बिरला के साथ साथ कई मंत्रियों सांसदों और लोकसभा सचिवालय के अधिकारियों-कर्मचारियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। उल्लेखनीय हे कि गत वर्ष बिरला ने अपने संसदीय क्षेत्र कोटा में योग दिवस पर विश्व रिकॉर्ड बनवाया था। तत्कालीन जिला कलेक्टर गौरव गोयल की पहल पर करीब दो लाख लोगों ने कोटा में एक साथ योग किया। तब योग के इस कार्यक्रम को गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया।