कांग्रेस ने अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गंदी नाली कहा।
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Sp mittal
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June 24, 2019
कांग्रेस ने अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गंदी नाली कहा।
क्या यह कथन उचित है?
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24 जून को लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तुलना गंदी नाली से कर दी। चौधरी के इस कथन के समय नरेन्द्र मोदी लोकसभा में उपस्थित थे। राष्ट्रपति के अभिभाषण का जवाब देते हुए चौधरी ने कहा कि कहां मां गंगा और कहां गंदी नाली। जब गंदी नाली का शब्द बोला तब चौधरी के हाथों का इशारा नरेन्द्र मोदी की ओर था। इससे पहले चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तुलना स्वामी विवेकानंद से करने पर भी एतराज किया। चौधरी ने कहा कि कांग्रेस को कुछ बोलने के लिए मजबूर न किया जाए। सवाल उठता है कि लोकसभा में कांग्रेस की ओर से प्रधानमंत्री के लिए जिन शब्दों का इस्तेमाल किया गया, क्या वे उचित है? ऐसे ही शब्दों का उपयोग लोकसभा चुनाव के दौरान और इससे पहले भी कांगे्रस के नेताओं की ओर से किए गए थे। लेकिन जनता ने ऐसे सभी आरोपों और गंदे कथनों को नकार दिया। नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा को 303 सीटे दी और एनडीए को 350 के पास पहुंचा दिया। जबकि कांग्रेस मात्र 52 सीटों पर ही जीत पाई। सवाल उठता है कि जब लोकसभा के चुनाव में ऐसे कथनों को देश की जनता ने नकारा दिया है तब कांगे्रस की ओर से बार बार ऐसे शब्दों का इस्तेमाल क्यों किया जा रहा है? क्या कांगे्रस हार से कोई सबक नहीं लेना चाहती? लोकसभा में कांग्रेस की ओर से कुछ भी कहा जाए, लेकिन अभी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का मामला भी उलझा हुआ है। राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद नया अध्यक्ष तय नहीं हो रहा है और न ही राहुल गांधी फिर से अध्यक्ष बनने को तैयार है। जहां तक नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता का सवाल है तो लोकसभा के चुनाव परिणाम बताते हैं कि मोदी की लोकप्रियता 2014 से भी ज्यादा है। भाजपा उम्मीदवारों की भारी मतों से जीत हुई है उससे भी कांगे्रस को मोदी की लोकप्रियता का अंदाजा लगा लेना चाहिए। यदि राष्ट्रपति के अभिभाषण के जवाब में भाजपा सरकार पर राजनीतिक हमला किया जाता है तो यह लोकतंत्र की दृष्टि से उचित है, लेकिन यदि द्वेषतावश मोदी पर व्यक्तिगत हमले किए जाएंगे तो आने वाले दिनों में कांग्रेस को और नुकसान होगा। ऐसा प्रतीत होता है कि अधीर रंजन चौधरी भी नवजोत सिंह सिद्धू की तरह गांधी परिवार को खुश करने में लगे हुए हैं। उन्हें लगता है कि जितनी गालियां मोदी को दी जाएंगी उतना ही गांधी परिवार खुश होगा। लोकसभा चुनाव के दौरान सिद्धू ने भी ऐसा ही किया था।