अमित शाह का कश्मीर दौरा शांतिपूर्ण सम्पन्न।
स्वीटजरलैंड में भगौड़े नीरव मोदी के छह लाख मिलियन डॉलर सीज।
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27 जून को केन्द्रीय गृह मंत्री अमितशाह का दो दिवसीय जम्मू कश्मीर दौरान शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हो गया। यह पहला अवसर रहा जब केन्द्र के किसी बड़े मंत्री के पहुंचने पर कश्मीर घाटी में शांति रही है। इससे पहले जब भी कोई केन्द्रीय मंत्री, प्रतिनिधि मंडल कश्मीर गया तो अलगाववादियों ने न केवल बंद कराया, बल्कि पत्थरबाजी भी की। गृहमंत्री का पदभार संभालने के बाद अमितशाह पहली बार कश्मीर दौरे पर रहे। ऐसा नहीं की अमितशाह ने जम्मू या श्रीनगर के सराकारी दफ्तरों में बैठकें कर दौरा पूरा कर लिया। अमितशाह आतंकवाद से प्रभावित अनंतनाग क्षेत्र में भी गए। जहां उन्होंने कश्मीर पुलिस के शहीद हुए जवान अरशद खान के परिजन से मुलाकात की। अमितशाह ने भरोसा दिलाया कि जो लोग कश्मीर का अमन चैन बिगाड़ रहे हैं उनके विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी। जानकार सूत्रों की माने तो घाटी के अनेक अलगाववादी नेता इन दिनों या तो जेलों में बंद हैं या फिर दिल्ली में एनआईए के चक्कर लगा रहा है। पिछले कुछ वर्षों से अलगाववादी नेताओं के विरुद्ध भी फडिंग को लेकर कार्यवाही हो रही है। अमितशाह ने अपने दौरे में यह भी स्पष्ट कर दिया कि अलगाववादियों से वार्ता करने का कोई इरादा सरकार का नहीं है। कहा जा रहा था कि शाह अपने दौरे में हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेताओं से संवाद कर सकते हैं। इसके विपरीत शाह ने सुरक्षाबलों के अधिकारियों को हिदायत दी कि 1 जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को लेकर कोईं कौताही नहीं बरती जाए। शाह ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा को लेकर जो भी इंतजाम किए जा सकते हैं वो सब किए जाने चाहिए। कश्मीर की राजनीति को समझने वालों का मानना है कि राजनीति और कूटनीति की दृष्टि से अमितशाह का कश्मीर दौरान सफल रहा है।
नीरव मोदी के बैंक खाते सीज:
27 जून को केन्द्र सरकार के लिए जहां केन्द्रीय गृहमंत्री अमितशाह का कश्मीर दौरा सफल रहा वहीं एक उपलब्धि भगौड़े नीरव मोदी को लेकर भी हुई। नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक के 9 हजार करोड़ रुपए लेकर भाग जाने का आरोप है, हालांकि नीरव मोदी इन दिनों लंदन की जेल में बंद हैं और उसे कभी भी भारत लाया जा सकता है, लेकिन 27 जून को प्रवर्तन निदेशालय के प्रयासों से नीरव मोदी और उसकी बहन अपूर्वा मोदी के स्विटजरलैंड के चार बैंक खातों को सीज कर दिया गया। इन खातों में कोई छह मिलियन डॉलर जमा है। इसमें पहले भारत में भी नीरव मोदी की सम्पत्तियों को जब्त कर लिया गया है जो लोग नीरव मोदी की आड़ में नरेन्द्र मोदी पर हमला कर रहे थे, उन्हें अब समझ में आ जाना चाहिए कि नरेन्द्र मोदी और नीरव मोदी में फर्क है। भगौड़े विजय माल्या पहले ही कह चुके हैं कि बैंकों का जितना पैसा बकाया है उससे ज्यादा की सम्पत्तियां भारत सरकार ने जब्त कर ली है। विजय माल्या कई बार कह चुका हैं कि मैं बैंकों का एक एक रुपया चुकाना चाहता है।