तीन घंटे की बरसात में अजमेर में पानी का सैलाब।
ख्वाजा साहब की दरगाह के बाहर हालात बिगड़े।
चालीस वर्ष बाद पुष्कर सरोवर का जलस्तर पर 25 फीट हुआ।
बीसलपुर बांध में अभी भी इंतजार। टाटा पावर की व्यवस्था फेल।
सोशल मीडिया पर वीडियो की बाढ़।
एक अगस्त को अजमेर शहर में सुबह 9 से 12 बजे तक लगातार तेज बरसात हुई। इस बरसात की वजह से शहर भर में पानी का सैलाब आ गया। प्रशासन ने जो व्यवस्था की वे सब धराशायी हो गई। जगह जगह जल जमाव से यातायात बाधित हुआ। इससे आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। विश्वविख्यात ख्वाजा साहब की दरगाह के बाहर पानी का बहाव इतना तेज था कि दुपहिया वाहन, ठेले आदि बह गए। प्रत्याक्षदर्शियों ने एक अधेड़ को भी पानी में बहते हुए देखा, वहीं नागफणी क्षेत्र में हमीद का मकान धराशायी हो गया। एनडीआरएफ के जवानों ने मौके पर पहुंच कर मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला। पूर्व पार्षद प्रताप यादव सहित कांग्रेस के कई कार्यकर्ता मौके पर राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मलबे में एक बच्चा और एक युवक अभी भी दबा हुआ है। आनासागर चौपाटी पर बने लोहे के हेंगिंग ब्रिज से आनासागर का पानी उफन कर बाहर आ गया जिसकी वजह से वैशाली नगर क्षेत्र पानी से भर गया। कचहरी रोड, मदार गेट, केसरगंज आदि बाजारों मे पानी की वहज से हालात बेहद खराब रहे। पीआर मार्ग कचहरी रोड पर बन रहे एलिवेटेड रोड की वजह से लोगों को बरसात में भारी परेशानी हुई। अखबारों तक पहुंचाने वाले सूचना केन्द्र में भी पानी भर गया। सूचना केन्द्र के उपनिदेशक महेश शर्मा के कक्ष में भी पानी भरा देखा गया।
टाटा पावर फेल:
तीन घंटे की बरसात में शहर की विद्युत व्यवस्था पूरी तरह फेल हो गई। शहर में विद्युत सप्लाई का काम टाटा पावर कंपनी कर रही है। बरसात शुरू होने के साथ ही कंपनी ने बिजली सप्लाई भी बंद कर दी। कंपनी के अधिकारियों का कहना रहा कि जीएसएस और ट्रांसफार्मर के निकट पानी भर गया है, जिससे करंट की आशंका है। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए बिजली सप्लाई बंद की गई है। यानि बरसात आने पर टाटा पावर बिजली की सप्लाई नहीं कर सकेगा। कई इलाकों में देर शाम तक बिजली बंद रही इससे लाखों उपभोक्ताओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। टाटा पावर की ओर से पूर्व में दावा किया गया था कि विपरीत परिस्थितियों में भी बिजली की सप्लाई जारी रहेगी। कंपनी के अधिकारियों का दावा रहा कि उन्होंने सप्लाई व्यवस्था को सुदृढ़ किया है, लेकिन 1 अगस्त को इन अधिकारियों के दावों की पोल खुल गई।
पुष्कर सरोवर में 25 फीट पानी:
1 अगस्त को हुई बरसात के बाद पुष्कर सरोवर में पानी का जल स्तर 25 फीट हो गया है। सरोवर की भराव क्षमता 36 फीट है। पुष्कर के सामाजिक कार्यकर्ता अरुण पाराशर ने बताया कि वर्ष 1981 में सरोवर का जल स्तर पर 25 फीट हुआ था, यानि अब चालीस वर्ष बाद सरोवर का जल स्तर 25 फीट हुआ है। माना जा रहा है कि इस बार सरोवर में 36 फीट तक पानी आ जाएगा। सरोवर में लगातार पानी की आवक से उन होटल मालिकों को परेशानी हो रही है जिन्होंने नियमों के विरुद्ध सरोवर के किनारे होटलों का निर्माण किया है, कई प्रभावशाली लोगों ने तो सरोवर के भराव क्षेत्र में भी होटलों के निर्माण किए हैं।
बीसलपुर बांध में इंतजार:
जहां अजमेर शहर में अच्छी बरसात हुई है, वहीं अजमेर जिले की प्यास बुझाने वाले बीसलपुर बांध में अभी भी पानी का इंतजार किया जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिन में भीलवाड़ा और चित्तौड़ में भारी वर्षा की उम्मीद है। बीसलपुर बांध के पानी पर नजर रखने वाले सहायक अभियन्ता मनीष बंसल ने बताया कि 1 अगस्त को दोपहर तीन बजे तक बांध का जलस्तर 306.91 मीटर मापा गया।
वीडियो की बाढ़:
अजमेर में तीन घंटे लगातार वर्षा होने के बाद सोशल मीडिया पर वीडियो की बाढ़ आ गई। बरसात का शायद ही कोई घटनाक्रम होगा, जिसका वीडियो सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेट फार्मों पर पोस्ट न किया हो। ख्वाजा साहब की दरगाह के बाहर बहते हुए युवक से लेकर वैशाली नगर में जल जमाव तक के वीडियो पोस्ट किए गए हैं।
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