जयपुर से लेकर कश्मीर तक सोशल मीडिया का दुरुपयोग हो रहा है, इसलिए इंटरनेट बंद करना पड़ा है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सच्चाई को स्वीकारा।
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14 अगस्त को जयपुर में आयोजित संस्कृत विद्वान सम्मान समारोह में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिरकत की। समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर बोलते हुए गहलोत ने कहा कि जयपुर से लेकर कश्मीर तक सोशल मीडिया का दुरुपयोग हो रहा है। कुछ लोग माहौल खराब करने के लिए झूठी खबरें पोस्ट कर देते हैं। जयपुर में पिछले दो दिनों से कुछ लोगों ने सुभाष चौक, गलता, रामगंज आदि क्षेत्रों का माहौल खराब कर रखा है। 13 अगस्त को भी दंबा फसाद की खबरें चलाई गई, जबकि किसी भी स्थान पर गड़बड़ी नहीं हुई। ऐसी झूठी और बेबुनियाद खबरों को देखते हुए ही जयुपर और कश्मीर में इंटरनेट बंद किया है। मालूम हो कि 12 अगस्त को कावड़ यात्रा पर हमले के बाद आधे जयपुर के हालात बिगड़े हुए हैं। प्रशासन ने धारा 144 लगा कर इंटरनेट सेवाएं बंद कर रखी हैं। सरकार नहीं चाहती कि असामाजिक तत्व झूठी खबरें चला कर माहौल खराब करें। असल में सोशल मीडिया को लेकर जो चिंता राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जताई है, वहीं चिंता इन दिनों जम्मू कश्मीर का प्रशासन जता रहा है। यही वजह है कि कश्मीर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर रखी हैं। कश्मीर में पाकिस्तान का प्रोपेगंडा भी चल रहा है। अनुच्छेद 370 में बदलाव के बाद गत 5 अगस्त से जम्मू कश्मीर में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। 9 अगस्त को जुम्मे की नमाज और 12 अगस्त को ईद भी शांतिपूर्वक रही। लेकिन फिर भी सोशल मीडिया पर हंगामे के पुराने वीडियो पोस्ट कर माहौल को बिगाडऩे की कोशिश की जा रही है। यह अच्छी बात है कि कांग्रेस शासित राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया के दुरुपयोग की सच्चाई को स्वीकार की है और यह भी माना कि जयपुर और कश्मीर में इसलिए इंटरनेट सेवाएं बंद की गई है। जयपुर में 15 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर इंटरनेट सेवाएं बंद कर रखी है। 13 अगस्त की रात को भी पथराव की घटनाएं हुई हैं।