सीमा क्षेत्रों में बढ़ेगी संघ की भूमिका।

सीमा क्षेत्रों में बढ़ेगी संघ की भूमिका।
पुष्कर में सात सितम्बर से राष्ट्रीय स्तर की समन्वय बैठक।
भाजपा की रिपोर्ट जेपी नड्डा पेश करेंगे। 

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राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचार प्रमुख अरुण कुमार ने 6 सितम्बर को पुष्कर के महेश्वरी सेवा सदन में एक पत्रकार वार्ता की। पुष्कर में संघ की तीन दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय बैठक सात सितम्बर से हो रही है। इस बैठक के सभी सत्रों में संघ के सर संघ चालक मोहन भागवत उपस्थित रहेंगे। अरुण कुमार ने बैठक की जानकारी देते हुए बताया कि संघ के 35 प्रमुख संगठन हैं, ये सभी संगठन स्वतंत्र तौर पर अपना काम करते हैं। हर संगठन का अपना राष्ट्रीय प्रमुख एवं पदाधिकारी हैं। इन 35 संगठनों के करीब दो सौ पदाधिकारी सन्वयक बैठक में रहेंगे। संगठनों की रिपोर्ट पर विचार होगा। ऐसी समन्वय बैठक गत तीन वर्षों से वर्ष में एक बार हो रही है। पिछले बैठक तमिलनाडू में हुई थी और इस बार यह बैठक राजस्थान के पुष्कर तीर्थ स्थल पर रखी गई है। उन्होंने बताया कि बैठक में देश के सीमा क्षेत्रों में संघ की भूमिका को बढ़ाने पर मंथन होगा। फिलहाल सीमा जागरण और सागर भारती संगठन सक्रिय हैं। लेकिन अब विश्व हिन्दू परिषद से लेकर विद्यार्थी परिषद तक को सीमा क्षेत्रों में सक्रिय किया जाएगा। संघ चाहता है कि सीमा क्षेत्रों में रहने वालों को जाग्रत किया जाए। हालांकि यह बहुत बड़ा काम है, लेकिन संघ इसके लिए तैयार है। समन्वय बैठक में समाज में महिलाओं की भूमिका को बढ़ाने पर भी विचार होगा। संघ चाहता है कि कामकाजी महिलाओं, पिछड़े वर्ग की महिलाओं और घरेलू कार्य करने वाली महिलाएं सशक्त बनें। घर परिवार में महिला की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है। समाज के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की भूमिका को कैसे बढ़ाया जाए, इस पर रिपोर्ट पेश की जाएगी। पर्यावरण जल संरक्षण आदि विषयों पर भी मंथन होगा। उन्होंने बताया कि समन्वय बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केन्द्रीय गृहमंत्री अमितशाह नहीं आ रहे हैं। लेकिन भाजपा के कार्यवाहक अध्यक्ष जेपी नड्डा संगठन महासचिव संतोष तथा राममाधव उपस्थित रहेंगे। ये तीनों ही भाजपा की ओर से रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। यहां यह उल्लेखनीय है कि कश्मीर मुद्दे को राममाधव ही देख रहे हैं। चार साल पहले पीडीपी के साथ सरकार बनाने से लेकर अनुच्छेद 370 को हटाने तक में राममाधव की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। पत्रकार वार्ता में देश के ताजा घटनाक्रम और अन्य विषयों पर सवाल पूछे गए, लेकिन प्रचार प्रमुख अरुण कुमार ने उत्तर नहीं दिए। उनका कहना रहा कि यह पत्रकार वार्ता समन्वय बैठक से पूर्व की है। बैठक के बाद 9 सितम्बर को दोबारा से पत्रकार वार्ता होगी, तब विभिन्न मुद्दों पर संघ की राय रखी जाएगी। पत्रकार वार्ता में संघ की ओर से चित्तौड़ प्रांत के प्रमुख जगदीश राणा तथा अजमेर के प्रचार प्रभारी निरंजन शर्मा भी उपस्थित रहे।
महत्वपूर्ण है समन्वय बैठक:
हिन्दुओं के तीर्थ स्थल पुष्कर में होने वाली संघ की समन्वय बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है, कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद संघ की राष्ट्रीय स्तर की यह पहली बैठक है। संघ शुरू से ही जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने की मांग करता रहा है। संघ के एजेंडे में अयोध्या में राममंदिर का निर्माण और देश में समान आचार संहिता लागू करने की मांग भी है। पुष्कर में होने वाली समन्वय बैठक के महत्व का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि संघ प्रमुख मोहन भागवत चार सितम्बर को ही पुष्कर पहुंच गए। तय कार्यक्रम के अनुसार मोहन भागवत का दस सितम्बर की रात को पुष्कर से रवाना होने का कार्यक्रम है। बैठक शुरू होने से पहले ही भागवत संघ के बड़े पदाधिकारियों से विचार विमर्श कर रहे हैं। पुष्कर के महेश्वरी सेवा सदन के जिस परिसर में संघ की बैठक हो रही है उसकी सुरक्षा का जिम्मा स्वयं सेवकों ने ही संभाल रखा है। संघ की बैठक वाले परिसर में पुलिस कर्मियों को भी प्रवेश नहीं है। अलबत्ता सेवा सदन के कार्यकर्ता जरुरत होने पर सहयोग करते हैं। सेवा सदन के पदाधिकारी सुभाष काबरा संघ के पदाधिकारियों के लगातार सम्पर्क में हैं। स्वयं भागवत भी सादगी के साथ सेवा सदन में निवास कर रहे हैं।
एस.पी.मित्तल) (06-09-19)
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