शिरडी के सांई बाबा मंदिर के चढ़ावे पर नहीं है मंदी की मार।
11 दिन में 8 लाख श्रद्धालुओं ने चढ़ाए 17 करोड़ रुपए।
ऑन लाइन सिस्टम से 73 लाख रुपए प्राप्त।
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4 जनवरी को शिरडी स्थित सांई बाबा मंदिर के प्रबंधन ने गत 23 दिसम्बर से 2 जनवरी 2020 के 11 दिनों के आय के आंकड़े जारी किए हैं। प्रबंधन ने माना है कि इन 11 दिनों में गत वर्ष के मुकाबले तीन करोड़ रुपए ज्यादा प्राप्त हुए हैं। यानि देश में जो मंदी का दौर चल रहा है उसमें सांई बाबा मंदिर के चढ़ावे पर कोई असर नहीं पड़ा है। प्रबंधन के अनुसार वर्ष 2019 की विदाई और वर्ष 2020 स्वागत के 11 दिनों में मंदिर 17 करोड़ रुपए से भी ज्यादा का चढ़ावा प्राप्त हुआ है। यानि मंदिर में प्रति घंटा 6 लाख 40 हजार रुपए की आय हुई है। 11 दिन में 8 लाख 23 हजार श्रद्धालुओं ने बाबा की चमत्कारिक प्रतिमा के दर्शन किए हैं। जो श्रद्धालु मंदिर नहीं आ सके, उन्होंने 73 लाख रुपए की राशि ऑन लाइन सिस्टम से भेजी है। मंदिर परिसर में रखी दान पेटियों में भारतीय मुद्रा के अतिरिक्त अमरीकी डॉलर, पोंड आदि भी प्राप्त हुए हैं। श्रद्धालुओं ने दिल खोल कर सोना चांदी चढ़ाया है। मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं का कहना रहा कि जब बाबा हमारी मुराद पूरी करते हैं तो फिर चढ़ावे में कजंूसी क्यों की जाए? मंदिर परिसर में आकर बाबा की प्रतिमा के दर्शन करने से श्रद्धालुओं की मुराद पूरी होती है, इसलिए साल दर साल मंदिर का चढ़ावा भी बढ़ रहा है। यही वजह है कि मंदिर की सम्पत्ति में भी इजाफा हो रहा है। मंदिर की सम्पत्ति तीन हजार करोड़ रुपए से भी ज्यादा की बताई जाती है। मंदिर प्रबंधन श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर भी काफी धनराशि खर्च करता है। मंदिर प्रबंधन श्रद्धालुओं की सुविधा में लगातार इजाफा कर रहा है। चूंकि मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या भी लगातार बढ़ रही है, इसलिए चढ़ावे में भी वृद्धि हो रही है। यही वजह है कि शिरडी का सांई बाबा मंदिर देश का तीसरा सबसे अमीर मंदिर हैं। इसे श्रद्धालुओं की आस्था ही कहा जाएगा कि श्रद्धालुओं की संख्या और चढ़ावे में प्रतिवर्ष वृद्धि हो रही है। देश में आर्थिक मंदी के लिए भले ही सरकार को कोसा जाए, लेकिन धर्म के क्षेत्र में कोई मंदी नहीं है।
एस.पी.मित्तल) (04-01-2020)
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