गरीबों का आशीर्वाद मिलता है, इसलिए चैन की नींद सोता हंू।
गरीबों का आशीर्वाद मिलता है, इसलिए चैन की नींद सोता हंू।
कट और सिंडीकेट की गुंजाइश नहीं, इसलिए पश्चिम बंगाल में केन्द्र की योजनाएं लागू नहीं की जा रहीं।
नागरिकता कानून की सच्चाई को कुछ लोग समझना ही नहीं चाहते।
कोलकाता में पीएम मोदी का ममता बनर्जी पर राजनीतिक हमला।
12 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर राजनीतिक हमला किया। ममता का नाम लिए बगैर मोदी ने ममता के सभी आरोपों के जवाब भी दिए। इसमें संशोधित नागरिकता कानून का मुद्दा अहम रहा। इन दिनों ममता बनर्जी ही सीएए को लेकर मुखर है। कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की तरह ममता भी कह चुकी हैं कि सीएए पश्चिम बंगाल में लागू नहीं होगा। 12 जनवरी को कोलकाता के बेलूर मठ में राष्ट्रीय युवा दिवस पर युवाओं को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि सीएए को लेकर बेवजह भ्रम फैलाया जा रहा है। कुछ लोग इस कानून की सच्चाई को समझना ही नहीं चाहते। यह कानून किसी की नागरिकता छीनने के लिए नहीं है। इस कानून से उन हिन्दू, सिक्ख, ईसाई, बौद्ध, जैन और पारसी समुदाय के लोगों को भारत की नागरिकता मिलेगी, जो पाकिस्तान से प्रताडि़त होकर आए हैं। मोदी ने सवाल किया कि क्या हमारे हिन्दू भाई बहनों को प्रताडऩा के लिए पाकिस्तान में ही छोड़ दिया जाए? जो लोग धर्म के आधार पर प्रताडि़त होकर आए हैं, उन्हें नागरिकता देने पर क्या हर्ज है? इस कानून के बनने के बाद दुनिया को पता चला कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर कितने अत्याचार हो रहे हैं। जब किसी की नागरिकता छीनी ही नहीं जा रही तो फिर विरोध क्यों हो रहा है? जाहिर है कि कुछ लोग अपने राजनीतिक एजेंडे के अंतर्गत विरोध कर रहे हैं। ऐसे में देश के युवाओं की जिम्मेदारी है कि घर-घर जाकर नागरिकता कानून की सच्चाई से अवगत करावें।
इसलिए लागू नहीं हो रही योजनाएं:
12 जनवरी को मोदी ने कोलकाता बंदरगाह ट्रस्ट के 150वीं वर्षगांठ पर आयोजित समारोह को भी संबोधित किया। ममता के शासन में पश्चिम बंगाल में फैले भ्रष्टाचार की ओर इशारा करते हुए मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि तथा मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन देने जैसी योजनाओं को पश्चिम बंगाल में लागू नहीं किया जा रहा। चूंकि केन्द्र की योजनाओं का लाभ सीधे लाभार्थी के खाते में आता है, इसलिए यहां योजनाओं को लागू नहीं किया जा रहा है। हमारी योजना में कोई कट या सिंडीकेट नहीं है। जबकि पश्चिम बंगाल में सिंडीकेट के माध्यम से ही सरकारी योजनाओं का लाभ मिलता है। आष्युमान भारत योजना में अब 75 लाख मरीजों का मुफ्त इलाज हो चुका है, लेकिन पश्चिम बंगाल की गरीब जनता मुफ्त इलाज से वंचित है। किसान सम्मान निधि में 8 करोड़ किसानों के खाते में अब तक 45 हजार करोड़ रुपए की राशि जमा करवाई गई है, लेकिन पश्चिम बंगाल के गरीब किसान वंचित हो रहे हैं। चूंकि मुझे गरीब परिवारों का अनमोल आशीर्वाद मिलता है, इसलिए में चेन की नींद सोता हंू।
जल मार्ग मजबूत होगा:
मोदी ने कहा कि भारत की समुन्द्र सीमा 7500 किलोमीटर की है। देश की नदियों मेें जल भी है। ऐसे जल मार्ग को मजबूत किया जाएगा। गुजरात से लेकर कोलकाता तक समुन्द्र मार्ग है। अभी मात्र डेढ़ सौ छोटे बड़े जहाज चलते हैं। हमारी योजना एक हजार जहाज चलाने की है, ताकि माल की आवाजाही आसान हो सके। हम जल मार्ग में क्रूज शिप भी चलाएंगे। इसके साथ ही मोदी ने कोलकाता पोर्ट का नाम डॉ. श्यामप्रसाद मुखर्जी के नाम पर रखने की घोषणा भी की।
राज्यपाल धनखड़ खुश:
पोर्ट के समारोह में प्रधानमंत्री के साथ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ भी मंच पर बैठे थे। चूंकि पश्चिम बंगाल की सरकार ने राज्यपाल का अघोषित बहिष्कार कर रखा है, इसलिए धनखंड का किसी समारोह में जाना मुश्किल होता है। लेकिन 12 जनवरी को पीएम मोदी के साथ धनखड़ को भी पूरा सम्मान मिला। इससे धनखंड गदगद नजर आए।
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