आक्रमक अतिक्रमणकारियों के बीच और सरकार के सहयोग के बगैर अजमेर के नागफणी क्षेत्र में चल रही है श्री आनंद गोपाल गऊशाला।
आक्रमक अतिक्रमणकारियों के बीच और सरकार के सहयोग के बगैर अजमेर के नागफणी क्षेत्र में चल रही है श्री आनंद गोपाल गऊशाला। गाय को माता मानने वाले धर्म प्रेमी ध्यान दें।
यदि कुछ लोग ठान लें, तो असंभव को भी संभव बना सकते हैं। ऐसा ही कुछ अजमेर के नागफणी क्षेत्र में चलने वाली श्री आनंद गोपाल गऊशाला के काम काज को देखने से पता चलता है। गऊशाला के कोषाध्यक्ष और धर्मप्रेमी इंदरचंद पोखरणा की पहल पर मुझे 6 फरवरी को गऊशाला देखने और उसके काम काज को समझने का अवसर मिला। चूंकि यह गऊशाला पुष्कर रोड से कोई दो किलोमीटर अंदर है, इसलिए शहर के अधिकांश धर्म प्रेमी श्रद्धालु पुष्कर रोड स्थित गऊशाला में ही गायों को लिए हरा चारा और दान पुण्य कर देते हैं। श्री आनंद गोपाल गऊशाला की ढाई सौ गायों के चारे आदि के लिए विशेष प्रयास करने होते हैं। ऐसे में अच्छा हो कि अजमेर के धर्मप्रेमी और गाय को माता मान कर पूजने वाले श्रद्धालु एक बार नागफणी जाकर गऊशाला को अवश्य देखे। किन विपरीत परिस्थितियों में इस गऊशाला का संचालन किया जा रहा है। पहाड़ी पर आक्रमक अतिक्रमणकारियों ने पक्के मकान बना लिए हैं। कई मकानों का गंदा पानी गऊशाला तक आता है। एक ओर आक्रमक अक्रिमणकारी हैं तो दूसरी ओर सरकार का कोई सहयोग नहीं मिलता है। गऊशाला का खर्च प्रतिमाह करीब 18 लाख रुपए का है, लेकिन सरकार से मुश्किल से दो-तीन लाख रुपए की मिलते हैं। ऐसे में प्रतिमाह कोई 15 लाख रुपए का इंतजाम करना होता है। गऊशाला से जुड़े धर्मप्रेमियों ने इंदरचंद पोखरणा को सोच समझकर कोषाध्यक्ष बनाया है। पोखरणा मुम्बई, कोलकाता आदि महानगरों में जाकर गऊशाला के लिए राशि एकत्रित करते हैं। जब भी कोई समस्या खड़ी होती है तो पोखरणा ही सबसे पहले गऊशाला पहुंचते हैं। शिवचरण दास खंडेलवाल चेरिटेबल मेमोरियल ट्रस्ट के प्रमुख सेठ कालचीरण खंडेलवाल अपना आर्थिक साम्राज्य छोड़कर मकर संक्रांति जैसे पर्वों पर गांधी भवन चौराहे पर बैठ कर गऊशाला के लिए धन संग्रह करते है। इस काम के लिए समर्पित कायकर्ता रमेश लालवानी का भी विशेष सहयोग रहता है। जवाहरलाल कोठारी, उत्तमचंद लुणवत, अतुल पाटनी, रमाकांत बाल्दी, नरेन्द्र खंडेलवाल, ओम प्रकाश मंगल, श्रीकिशन बंसल, शंकर लाल बंसल, गोपाल लॉटरी वाले, आनंद प्रकाश अरोड़ा, अशोक गर्ग, गजेन्द्र सिंह राठौड़, सत्यनारायण सोनी, नरेश खत्री, हनुमान सिंह राठौड़, घनश्याम अग्रवाल, शंभु बंसल जैसे समाजसेवी भी गऊशाला में सक्रिय हैं। निर्मोही अखाड़ा के महंत सरजूदास महाराज पिछले 60 वर्षों से इस गऊशाला की भूमि को बचाने और गायों को पालने की जद्दोजहद कर रहे हैं। सरजूदास महाराज से पहले के संत महात्मा पिछले तीन सौ वर्षों से गौ सेवा कर रहे हैं। गऊशाला को दी जाने वाली राशि को आयकर विभाग से 80जी की छूट भी मिली हुई है। दानदाताओं द्वारा पंजाब नेशनल बैंक के खाता नम्बर 2974000100408335 (आईएफसीएस कोड पीयूएनबीओ 297400) में श्रीआनंद गोपाल गऊशाला के लिए राशि जमा करवा सकते हैं। गऊशाला के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नम्बर 9414006725 पर इंदरचंद पोखरणा से ली जा सकती है।
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