न्यूज चैनलों के एग्जिटपोल कुछ भी कहें, लेकिन दिल्ली में आम आदमी पार्टी ईवीएम को लेकर चिंतित है

न्यूज चैनलों के एग्जिटपोल कुछ भी कहें, लेकिन दिल्ली में आम आदमी पार्टी ईवीएम को लेकर चिंतित है। कांग्रेस ने परिणाम आने से पहले ही हार मानी। 

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हालांकि दिल्ली विधानसभा चुनाव का परिणाम 11 फरवरी को आएगा, लेकिन 8 फरवरी को मतदान के बाद न्यूज चैनलों ने जो एग्जिटपोल दिखाए हैं उसमें अरविंद केजरीवाल को दोबारा से मुख्यमंत्री माना जा रहा है। केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ईवीएम को लेकर चिंतित है। पार्टी के नेताओं ने ईवीएम में गड़बड़ी होने की आशंका जताई है। पार्टी के बड़े नेता और राज्यसभा के सांसद संजय सिंह ने कहा कि मतदान केन्द्र के बाद जिन ईवीएम को संबंधित स्ट्रॉग रूम में जाना चाहिए वे ईवीएम सरकारी कर्मचारियों के माध्यम से इधर-उधर ले जाई जा रही है। संजय सिंह ने आशंका जताई कि ईवीएम में गड़बड़ी की जा सकती है। उन्होंने मांग की कि ईवीएम की निगरानी के लिए पार्टी के कार्यकर्ताओं को स्ट्रॉग रूम के बाहर रहने की छूट दी जाए। सवाल उठता है कि जब न्यूज चैनलों के एग्जिटपोल आम आदमी पार्टी के पक्ष में दिखाए जा रहे हैं तो फिर ईवीएम को लेकर चिंता क्यों प्रकट की जा रही है? वहीं परिणाम से पहले ही कांग्रेस ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तारीक अनवर ने कहा कि दिल्ली के चुनाव में कांग्रेस के पास मुख्यमंत्री पद का कोई चेहरा नहीं था, इसलिए चुनाव में पार्टी की स्थिति कमजोर रही। उन्होंने माना कि आम आदमी पार्टी के पास अरविंद केजरीवाल का चेहरा होने का फायदा हुआ है। वहीं लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि दिल्ली में विकास की जीत हो रही है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने विकास के जो कार्य किए, उन्हीं का परिणाम है कि आम आदमी पार्टी जीत की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि चुनाव में भाजपा ने साम्प्रदायिकता का कार्ड खेला था जो पूरी तरह धराशायी हो गया है। दिल्ली के लोगों ने विकास को आगे रखकर अपना वोट दिया है। उन्होंने कहा कि चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने भी पूरी ताकत लगाई है।
(एस.पी.मित्तल) (09-02-2020)
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