आरोप लगाने वाली युवती ने अब कहा-अजमेर डेयरी अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी ने मेरे साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की।
आरोप लगाने वाली युवती ने अब कहा-अजमेर डेयरी अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी ने मेरे साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की।
पुलिस की एफआर को कोर्ट ने मंजूर किया।
एक मामला अभी भी हाईकोर्ट में विचाराधीन।
अजमेर डेयरी के अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी को एक बड़ी राहत मिली है। डेयरी में अनुबंध पर काम करने वाली नागौर निवासी 27 वर्षीय युवती ने चौधरी पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। लेकिन एफआईआर दर्ज करवाने के बाद युवती ने पुलिस में शपथ पत्र देकर छेड़छाड़ की घटना होने से इंकार कर दिया। युवती का कहना रहा कि नौकरी से हटा देने की वजह से वह आवेश में थी, इसलिए लोगों के बहकावे में आकर छेड़छाड़ करने का आरोप लगा दिया। डेयरी में तीन वर्ष तक कार्य करने के दौरान उसके साथ कभी भी कोई बुरा बर्ताव नहीं हुआ। युवती के शपथ पत्र के बाद रामगंज पुलिस ने युवती के बयान धारा 164 में संबंधित न्यायालय में करवाए। मजिस्ट्रेट के समक्ष भी युवती ने शपथ पत्र वाली बात ही दोहराई। अदालत में दिए गए बयान के अनुरूप पुलिस ने मामले में अतिरिक्त सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या 6 की अदालत में एफआर प्रस्तुत की। जिसे अदालत ने गत 8 फरवरी को स्वीकार कर लिया।
डेयरी अधिकारियों पर भी लगाए थे आरोप:
नागौर की युवती ने डेयरी अध्यक्ष चौधरी के साथ-साथ डेयरी के डिप्टी मैनेजर लादूराम चौधरी और लैब सहायक रमेश मलिक पर भी यौन प्रताडऩा के आरोप लगाए थे। युवती का आरोप रहा कि वह डेयरी परिसर के क्वार्टर में ही रहती थी, इसलिए दोनों अधिकारी शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालते थे। इन्हीं अधिकारियों की शिकायत करने के लिए जब वह 19 जुलाई 2019 को डेयरी अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी के पास गई तो चौधरी ने भी अश्लील वारदात की। चूंकि युवती ने अपनी ही एफआईआर को गलत बता दिया है, इसलिए अब डेयरी के संबंधित अधिकारियों को भी राहत मिल गई है।
पुलिस की जांच और न्याय पर भरोसा:
नागौर की युवती के आरोप के प्रकरण में अदालत से एफआर मंजूर होने पर डेयरी अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी ने कहा कि उन्हें पुलिस जांच और न्यायालय पर भरोसा है। उनका पहले ही कहना था कि राजनीतिक द्वेषता की वजह से उनकी छवि खराब की जा रही है। आज उनकी उम्र 76 वर्ष है और वे पिछले 25 वर्षों से अजमेर डेयरी के अध्यक्ष हैं। जिले के पशुपालकों के उत्थान और डेयरी उद्योग को बढ़ाने में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी है। यही वजह है कि अजमेर डेयरी देश में अव्वल है। दुग्ध उत्पादकों को सबसे ज्यादा मूल्य अजमेर में ही मिलता है। जिलेभर के दुग्ध संग्रहण केन्द्र कोल्ड स्टोरेज सिस्टम से जुड़े हुए हैं। अजमेर डेयरी उपभोक्ताओं का भी पूरा ख्याल रखती है।
एक अन्य मामला हाईकोर्ट में:
डेयरी अध्यक्ष चौधरी को नागौर वाली युवती के प्रकरण में राहत मिल गई है, लेकिन गुलाबपुरा (भीलवाड़ा) वाली युवती के आरोपों का मामला अभी भी हाईकोर्ट में विचाराधीन है। यह युवती भी डेयरी में अनुबंध पर काम कर चुकी है। इस युवती ने डेयरी अध्यक्ष पर रेप का आरोप लगाया है। पुलिस में दर्ज एफआईआर को निरस्त करवाने के लिए ही चौधरी ने हाईकोर्ट की शरण ली है। फिलहाल कोर्ट ने पुलिस की कार्यवाही पर ब्रेक लगा रखे हैं। असल में गुलाबपुरा वाली युवती ने जो रिपोर्ट लिखाई है उसी में चार अन्य महिला कर्मचारियों के नामों का उल्लेख है। युवती का आरोप है कि यौन प्रताडऩा से परेशान होकर इन युवतियों ने डेयरी की नौकरी छोड़ दी। जिन चार युवतियों के नाम का उल्लेख है उनमें से तीन पहले ही आरोपों से इंकार कर दिया था, लेकिन नागौर वाली युवती ने डेयरी अध्यक्ष और अधिकारियों पर आरोप लगा कर एफआईआर दर्ज करवाई थी। लेकिन इस मामले में कोर्ट से एफआर मंजूर होने के बाद चौधरी के पक्ष को मजबूती मिलेगी।
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