प्रतिदिन 500 मरीजों की ओपीडी वाले अजमेर के पीसांगन अस्पताल में एक भी डॉक्टर की स्थायी नियुक्ति नहीं।
23 फरवरी से ग्रामीणों का बेमियादी धरना, पर सरकार में सुनने वाला कोई नहीं।
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा का गृह जिला है अजमेर।
डॉक्टरों की नियुक्ति के मामले में अस्पताल मजाक बना।
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26 फरवरी को भी अजमेर के पीसांगन उपखंड के रेफरल अस्पताल के बाहर ग्रामीणों का धरना लगातार चौथे दिन भी जारी रहा। लालचंद प्र्रजापत, मुन्नालाल कुमावत, नितेश दिया आदि की पहल पर सैकड़ों ग्रामीण प्रतिदिन धरना दे रहे हैं, लेकिन सरकार और प्रशासन पर कोई असर नहीं हो रहा है। प्रतिदिन 500 मरीजों की ओपीडी वाले पीसांगन के सरकारी अस्पताल में ऐलोपैथी का एक भी स्थायी चिकित्सक नहीं होने से आम लोगों को भारी परेशानी हो रही है। यूं सरकार ने इस अस्पताल में 12 डॉक्टरों की नियुक्ति की घोषणा कर रखी है, लेकिन सिर्फ 3 डॉक्टर ही नियुक्त किए गए है। इन तीन डॉक्टरों में से भी एक डॉ. रूपेन्द्र चौहान पहले दिन से ही जयपुर में प्रतिनियुक्ति पर हैं। ग्यानिक डॉक्टर रविन्द्र कौशिक पिछले डेढ़ वर्ष से बीमार चल रहे हैं। इसलिए अस्पताल में नहीं आते। तीसरे डॉक्टर योगेश शर्मा को ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी का भी काम दे रखा है। इसलिए उनका ज्यादातर समय प्रशासनिक कार्यों में ही व्यतीत होता है। चूंकि इस अस्पताल में 500 मरीज प्रतिदिन आते हैं, इसलिए मरीजों की मुसीबत का अंदाजा लगाया जा सकता है। पीसांगन उपखंड के प्राथमिक चिकित्सालयों का हाल तो और भी बुरा है। 16 में से 7 चिकित्सालयों में डॉक्टर ही नहीं है। पीसांगन के उपखंड अधिकारी समन्दर सिंह भाटी ने स्वीकार किया कि रेफरल अस्पतल में ऐलोपैथी के चिकित्सकों का अभाव है। इसलिए जिला कलेक्टर के माध्यम से राज्य सरकार का ध्यान आर्षित किया गया है। भाटी ने कहा कि अस्पताल आने वाले मरीजों को कोई परेशानी नहीं हो, इसलिए डॉ. ललित डिडवानिया और डॉ. दबिश को प्रतिनियुक्ति पर लगाया गया है। सामाजिक कार्यकर्ता और धरने में सक्रिय भूमिका निभाने वाले नितेश दिया ने कहा कि डॉ. डिडवानिया को मात्र सात दिन के लिए लगाया गया है। डॉ. डिडवानिया स्थायी तौर पर नसीराबाद में नियुक्त हैं, जबकि डॉ. दबिश को पीसांगन के अस्पताल में भी अभी तक किसी भी ग्रामीण ने नहीं देखा है। तब प्रदेश के चिकित्सा मत्री रघु शर्मा के गृह जिले के रेफरल अस्पताल का यह हाल है तो फिर प्रदेशभर के सरकारी अस्पतालों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। पीसांगन के सरकारी अस्पतालों और ग्रामीणों के धरने के संबंध में और अधिक जानकारी मोबाइल नम्बर 8058373737 पर नितेश दिया से ली जा सकती है।
(एस.पी.मित्तल) (26-02-2020)
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