एक मात्र विश्व विख्यात पुष्कर के ब्रह्मा मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद होगा।

एक मात्र विश्व विख्यात पुष्कर के ब्रह्मा मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद होगा।
अजमेर में ख्वाजा साहब की दरगाह में स्वच्छता को लेकर सतर्कता।
कोरोना वायरस के प्रकोप से अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त नगरी अजमेर भी अछूती नहीं। 

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हालांकि पर्यटन की दृष्टि से अजमेर का कोई खास महत्व नहीं है, लेकिन पुष्कर में एक मात्र विश्व विख्यात ब्रह्मा मंदिर और अजमेर शहर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की संसार प्रसिद्ध दरगाह की वजह से अजमेर का धार्मिक दृष्टि से अंतर्राष्ट्रीय महत्व है। यही वजह है कि प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु और जायरीन अजमेर आते हैं। अजमेर आने वाले श्रद्धालु और जायरीन न केवल अपने कष्टों से मुक्त होते हैं, बल्कि खुशहाल भी होते हैं, लेकिन अब यह धार्मिक नगरी भी कोरोना जैसे जानलेवा वायरस के प्रकोप में मानी जा रही है। हालांकि अजमेर में अभी तक भी कोई पॉजीटिव केस नहीं मिला है, लेकिन जिला प्रशासन सतर्कता बरतरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। 17 मार्च को जिला कलेक्टर विश्वमोहन शर्मा ने बताया केन्द्रीय पुरातत्व विभाग के दिशा निर्देशों के तहत पुष्कर के विश्वविख्यात ब्रह्मा मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगाई जाएगी। यानि पुष्कर तीर्थ आने वाले श्रद्धालु जगतपिता ब्रह्माजी की प्रतिमा के दर्शन नहीं कर सकेंगे। श्रद्धालुओं के प्रवेश पर जल्द ही रोक लग जाएगी, क्योंकि पुरातत्व विभाग के निर्देश मानना अनिवार्य है। ब्रह्मा मंदिर का पूरा परिसर केन्द्रीय पुरातत्व विभाग की सूची में शामिल है। उल्लेखनीय है कि मौजूदा समय में ब्रह्मा मंदिर का प्रबंधन जिला कलेक्टर की अध्यक्षता वाली प्रबंध कमेटी ही करती है। कलेक्टर ही प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष की हैसियत से रोक का आदेश जारी करेंगे।
दरगाह में सतर्कता:
कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में स्वच्छता को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। हालांकि दरगाह में जायरीन के प्रवेश पर रोक लगाने को लेकर फिलहाल कोई योजना सामने नहीं आई है, लेकिन आने वाले जायरीन की वजह से कोई परेशानी न हो इसको लेकर दरगाह परिसर में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए है। इन निर्देशों के तहत ही दरगाह परिसर में स्थित पानी के दो हौज को खाली किया गया है। जायरीन अब वजू के लिए नल के पानी का उपयोग ही कर सकेंगे। इन नलों में चौबीस घंटे पानी का इंतजाम किया गया है। इतना ही नहीं दरगाह में आने वाले प्रत्येक जायरीन की स्क्रीनिंग के लिए भी मेडिकल टीम मुख्य द्वारों पर तैनात की गई है। दरगाह परिसर में कैमिकल छिड़काव भी किया जा रहा है। दरगाह से जुड़ी विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों से आग्रह किया गया कि कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर विशेष सतर्कता बरती जाए।
(एस.पी.मित्तल) (18-03-2020)
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