शपथ ग्रहण समारोह में ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ में भिडंत। भाजपा के 78 विधायकों ने भी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की उपस्थिति में बंगाल को सुरक्षित रखने की शपथ ली।

5 मई को शपथ ग्रहण समारोह में ही पश्चिम बंगाल की नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ में भिड़ंत हो गई। कोरोना संक्रमण की भयावह स्थिति को देखते हुए ममता का शपथ ग्रहण राजभवन में ही रखा गया था। आमतौर पर ऐसे संक्षिप्त समारोह में भाषणबाजी नहीं होती है, लेकिन तीसरी बार शपथ लेने से उत्साही ममता ने परंपरा के विपरित राजभवन में ही भाषण दे दिया। भाषण के दौरान ममता ने राज्यपाल को अपने पास खड़ा रखा। अपने संबोधन में ममता ने कोविड निराकरण को प्राथमिकता देने की बात कही और चुनाव आयोग पर निशाना साधा। ममता ने संबोधन के बाद राज्यपाल धनखड़ को भी बोलना जरूरी हो गया। धनखड़ ने कहा कि सीएम ममता की पहली प्राथमिकता बंगाल में कानून का राज कायम करने की होनी चाहिए, क्योंकि पिछले दो दिनों से प्रदेशभर में हिंसा हो रही है। महिलाओं और बच्चों पर अत्याचार किए जा रहे है। धनखड़ ने उम्मीद जताई कि ममता बनर्जी नई सोच के साथ काम करेंगी। लोकतंत्र में हिंसा को उचित नहीं माना जा सकता। चूंकि ताजा हिंसा के लिए राज्यपाल ने ममता को जिम्मेदार ठहरा दिया, इसलिए ममता को वापस माइक हाथ में लेना पडा। पलटवार संबोधन में ममता ने यह तो माना कि राज्य में हिंसा नहीं होनी चाहिए, लेकिन उन्होंने हिंसा के लिए चुनाव आयोग को जिम्मेदार ठहराया। ममता ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की जिम्मेदार अभी तक चुनाव आयोग के पास है। आयोग ने अपने अधिकारों का उपयोग करते हुए चुनाव प्रचार के दौरान अनेक पुलिस अधिकारियों को बदल दिया था। मैंने अभी अभी शपथ ली है और अब में सचिवालय जाकर उन निष्क्रिय पुलिस अधिकारियों को हटाऊंगी जिनकी वजह से कानून व्यवस्था बिगड़ी है। समारोह में जिस तरह से मुख्यमंत्री और राज्यपाल के बीच शब्दों का वार पलटवार हुआ, उससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। ममता ने स्पष्ट कर दिया कि वे पहले ही तरह हमलावर होकर राज करेंगी। वहीं राज्यपाल ने भी दर्शा दिया कि वे अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों का निर्वाह प्रभावी तरीके से करते रहेंगे। ममता बनर्जी पहले भी राज्यपाल धनखड़ को भाजपा का एजेंट तक कह चुकी हैं। तीसरे कार्यकाल के पहले दिन ममता और राज्यपाल अपने सामने हो गए हैं।भाजपा विधायकों ने भी ली शपथ:5 मई को सुबह 10:45 पर जब ममता बनर्जी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तभी कोलकाता के भाजपा कार्यालय में भाजपा के नवनिर्वाचित 78 विधायकों ने भी बंगाल को सुरक्षित रखने की शपथ ली। इस मौके पर विशेष तौर से उपस्थित राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि बंगाल के दो करोड़ 28 लाख लोगों ने भाजपा को वोट दिया है। अब हमारी जिम्मेदारी है कि हम प्रभावी विपक्ष की भूमिका निभाएं। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया कि ताजा हिंसा की वजह से 60 हजार लोग अपना घर छोड़ने को मजबूर हैं। बंगाल में संविधान को बचाने की जिम्मेदार भाजपा की है। उल्लेखनीय है कि चुनाव परिणाम के बाद हुई हिंसा में भाजपा के 10 कार्यकर्ता मारे गए हैं। नड्डा और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव ने मृतक कार्यकर्ताओं के घरों पर जा रहे हैं। S.P.MITTAL BLOGGER (05-05-2021)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9602016852To Contact- 9829071511

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